प्रधानमंत्री ने कृषि कानून लिया वापस
प्रखंड कार्यालय के परिसर में बुधवार को कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष मकेश्वर यादव की अध्यक्षता में किसानों के समर्थन को लेकर धरना प्रदर्शन व श्रद्धांजलि सभा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें प्रखंड के कांग्रेसियो शामिल हुए। सर्वप्रथम लोगों ने किसानों के आकस्मिक निधन पर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
तीन कृषि कानून सहित अन्य मांगों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में बुधवार को कांग्रेस प्रखंड कमिटी द्वारा प्रखंड कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया गया.इस प्रदर्शन के मौके पर मौजूद लोगों को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष मनोज उपाध्याय ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा लागू किये गए कृषि कानून के विरोध में आज किसान लगभग 76 दिनों से सड़क पर बैठ कर शांतिपूर्ण आंदोलन कर रही है मगर सरकार पर इसका कोई असर नही हो रहा है उल्टे किसानों पर दमनात्मक कार्रवाई करने में लगी हुई है
किसान संघर्ष मोर्चा द्वारा आयोजित देशव्यापी चक्का जाम कार्यक्रम के समर्थन में अखिल भारतीय किसान महासभा एवं भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाल कर चकाई मुख्य चौक को जाम कर दिया। वहीं चक्का जाम कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाकपा माले के प्रखंड सचिव मनोज कुमार पाण्डेय ने कहा कि मोदी सरकार किसान आन्दोलन पर दमन ढा रही है। सरकार तीन काला कृषि कानून के खिलाफ आन्दोलनरत किसानों एवं पत्रकारों की गिरफ्तारी कर आन्दोलन को खत्म कर देना चाहती है। लेकिन लगातार चल रहे किसान आन्दोलन के समर्थन में किसानों का कारवां बढता जा रहा है। देश के किसान एवं जिन्हे रोटी से वास्ता है वे सभी इस आन्दोलन के साथ हैं। वहीं मोदी सरकार खेती किसानी को पूंजीपतियों के हाथों में सौंपकर अपने आप को काॅरपोरेट पक्षधर साबित करने में लगी हैं। मौके पर आदिवासी किसान नेता कामरेड कालू मरांडी ,मोहम्मद सलीम अंसारी, संजय राय, शिवन राय, राधे साह, रुपन साह, किशोर मुर्मू, अशोक पंडित, धनेश्वर यादव, सीताराम यादव, फूचन टूडू, शिबू हेम्ब्रम, बालदेव राय, बासुदेव हांसदा, राजकिशोर किस्कु, उर्मिला देवी, सेवकी देवी, सावित्री देवी, सुमा मुर्मू, मारिया हेम्ब्रम, फुलवा देवी सहित बडी संख्या में लोग मौजूद थे।इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
किसानों के समर्थन में महा गठबंधन कार्यकर्ताओं ने बनाई मानव श्रृंखला। अलीगंज। नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के समर्थन देने के लिए महागठबंधन कार्यकर्ताओं ने पुरे बिहार राज्य में मानव श्रृंखला बनाया।शनिवार को अलीगंज प्रखंड के मुख्य मार्ग में 12 बजे 12:30 तक मानव श्रृंखला बनाई ।इस दौरान हजारों लोगों ने सड़क किनारे खडी होकर मानव श्रृंखला बनाई।मानव श्रृंखला के दौरान बाम दलों ,कांग्रेस,राजद के हजारों कार्यकर्ताओं ने पार्टी के झंडे लेकर सड़क किनारे खडी दिखे।कोरोना गाईड लाईन को ध्यान में रखते हुए बिना हाथ जोडे दो गज दुरी बनाकर मानव श्रृंखला बनाई। इस कार्यक्रम में महागठबंधन में शामिल तमाम पार्टी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। अलीगंज बीआरसी मैदान के समीप मुख्यमार्ग में कांग्रेस किसान सेल के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र पासवान उर्फ गुरुजी ,भाकपा के अंचल सचिव सुनील सिंह,कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष मकेश्वर यादव,राजद प्रखंड अध्यक्ष विजय यादव ,कांग्रेस जिला सचिव रंजीत सिंह सहित हजारों लोगों ने मानव श्रृंखला बनाकर किसानों के समर्थन में एक लंबी मानव श्रृंखला बनाई। किसान नेता धर्मेन्द्र पासवान उर्फ गुरु जी ने कहा कि सरकार किसानों समर्थन मूल्य लागू करें अन्यथा तीनों कृषि बिल वापस लेकर किसानों से वार्ता कर उनके हित में कृषि बिल बनाये।उन्होंने कहा कि आज पुरे देश भर के किसानों को आन्दोलन के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।जो किसी भी तरह से न्यायोचित नही दिख रही है।भाकपा के सुनील सिंह ने कहा कि सरकार किसानों को गुमराह कर रही है। राजद प्रखंड अध्यक्ष विजय यादव ने कहा कि किसी भी तरह किसान विरोधी कृषि बिल को पास महागठबंधन के नेता व कार्यकर्ता नही होने देंगे। मौके पर बड़ी संख्या में महागठबंधन में शामिल तमाम पार्टी के हजारों लोगों , कार्यकर्ता व किसान मौजूद थे।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
Transcript Unavailable.
10 वें दौर की बातचीत सरकार और किसान आंदोलन के बीच सम्पन्न हुई, 1.5 साल के लिए कानून को स्थगित करने के लिए सरकार तैयार, संयुक्त किसान मोर्चा अपनी राय सभी संगठनों के साथ बैठक के बाद सुनाएंगे। 26 जनवरी को किसान की ट्रैक्टर रैली अभी भी जारी रहने का एलान है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
सरकार की नीतियों का विरोध करना आम लोगों का संवैधानिक अधिकार है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
किसान आन्दोलन के समर्थन में जमुई में अखिल भारतीय किसान महासभा के द्वारा 17 जनवरी से आयोजित अनिश्चितकालीन धरना की सफलता को लेकर भाकपा माले द्वारा ठाढी पंचायत के हरला गांव में किसान चौपाल लगाया गया। मौके पर किसानों को संबोधित करते हुए भाकपा माले के प्रखंड सचिव मनोज कुमार पाण्डेय ने कहा कि मोदी सरकार अंबानी-अडाणी की गोद में बैठ कर देश के किसान-मजदूरों के हक-अधिकारों को कारपोरेटों को सौंप देने पर अमादा है। उन्होंने कहा कि लगभग दो महीने से किसानो ने दिल्ली में डेरा डाल दिया है परंतु सरकार अनाप शनाप मुद्दों को हवा दे रही है। वहीं उत्तरी एरिया कमिटी के सचिव कामरेड बासुदेव हांसदा ने कहा कि जल, जंगल जमीन की लड़ाई तेज करने की जरूरत है। वर्तमान हुकूमत आदिवासियों को वनाधिकार कानून से वंचित कर रही है। वहीं बैठक में किसानों ने सर्वसम्मति से 17 जनवरी से अनिश्चितकालीन धरना में शामिल होने का फैसला लिया। बैठक के उपरांत हरला गांव के किशोर मुर्मू, राजेश मरांडी, सामेल मुर्मू, सोनेलाल टुडू, तुलसी यादव, मंगरा बेसरा, नुनुआ बेसरा, संतोष टुडू, सोमरा बेसरा, घनश्याम राणा, छोटका हांसदा, अशोक मुर्मू, दुला बेसरा, बाबुलाल बेसरा, सोनेलाल हेम्ब्रम ने भाकपा माले की सदस्यता ग्रहण की
किसान विरोधी तीनों कृषि कानून के खिलाफ और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीदारी की गारंटी के सवाल को लेकर अखिल भारतीय किसान महासभा की ओर से जमुई जिले के कचहरी चौक पर अनिश्चितकालीन धरना के आज तीसरा दिन धरनार्थियों ने प्रधानमंत्री मोदी का पुतला दहन कर किया इसकी अध्यक्षता किसान नेता व खुरन्ड़ा के पूर्व मुखिया भूषण यादव ने किया धरना को संबोधित करते हुए शंभू शरण सिंह ने कहा की "70 से अधिक किसानों की शहादत के बाद मोदी सरकार ने किसानों से वार्ता के दौरान कानूनों को वापस लेने में असमर्थता जताते हुए विकल्प बताने की मांग की जबकि किसान पहले ही विकल्प दे चुके हैं या तो कानून वापस होगा या हम यहीं पर शहीद होंगे।" वही धरना को सम्बोधित करते हुऐ आइसा प्रदेश उपाध्यक्ष बाबू साहब ने कहा कि, "मोदी सरकार का किसान आंदोलन के प्रति यह रवैया दिखाता है कि इस सरकार ने किस कदर अंबानी-अडानी जैसे पूंजीपतियों के सामने समर्पण किया हुआ है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
