उत्तरप्रदेश राज्य के डीग ब्लॉक से हमारे श्रोता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से रेखा से हुई। रेखा यह बताना चाहती है कि वह किराना दूकान करना चाहती है।

उत्तरप्रदेश राज्य के भदोही ज़िला के डीग प्रखंड से गोविन्द की बातचीत उद्यमी वाणी के माध्यम से योगेंद्र कुमार से हुई। योगेंद्र कहते है कि ये तीन दिवसीय सिलाई की ट्रेनिंग ले रहे है।उद्यमी वाणी की टीम द्वारा ट्रेनिंग दिया जा रहा है। ट्रेनिंग ले कर ये सिलाई का व्यापार शुरू करेंगे और उसमें लोगों को भी काम दे सकते है। सामान उपलब्ध हो जाएगा तो अच्छे से व्यापार शुरू हो जाएगा।

उत्तरप्रदेश राज्य के भदोही ज़िला के डीग प्रखंड से गोविन्द की बातचीत उद्यमी वाणी के माध्यम से अनीता देवी से हुई। अनीता कहती है कि ये जीविका सखी है और आगे पशुपालन करना चाहती है।

उत्तरप्रदेश राज्य के भदोही ज़िला के डीग प्रखंड से गोविन्द की बातचीत उद्यमी वाणी के माध्यम से बिमल कुमार से हुई। बिमल कहते है कि इनका टेंट का व्यापार है। यह व्यापार पांच से छह साल से कर रहे है। इस व्यापार में छह से सात लाख रूपए लगाए थे। इन्होने इनके व्यापार में तीन चार लोग और काम करते है। अगर फंडिंग मिलेगा तो टेंट हाउस को बढ़ाएगे और इसमें कैटरिंग भी जोड़ेंगे

उत्तरप्रदेश राज्य के भदोही ज़िला के डीग प्रखंड से गोविन्द की बातचीत उद्यमी वाणी के माध्यम से प्रीति से हुई। प्रीति कहती है कि ये समूह सखी है।अभी तक समूह के माध्यम से कुछ की नहीं है। आगे बकरी पालन करना है

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला भदोही के ओराई ब्लॉक से संगीता देवी की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से मंजू से हुई। मंजू यह बताना चाहती है कि वह गाय पालन करती है

उत्तरप्रदेश राज्य से हमारे श्रोता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से आशा देवी से हुई।आशा देवी यह बताना चाहती है कि वह समूह सखी का काम करती है।

उत्तरप्रदेश राज्य के भदोही ज़िला के डीग ब्लॉक से रीता देवी की बातचीत उद्यमी वाणी के माध्यम से सुमन से हुई। सुमन कहती है की वो कालीन का कार्य करती है। अगर कुछ और व्यापार मिलेगा तो वो भी करना चाहेंगी।

उत्तरप्रदेश राज्य के ब्लॉक अबोली से गोविन्द प्रसाद की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से कांति से हुई। कांति यह बताना चाहती है कि वह सिलाई का काम करती है

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला भदोही से गोविन्द प्रसाद की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से मनीष कुमार से हुई। मनीष कुमार यह बताना चाहते हैं कि वह चापाकल रिपेयरिंग का काम करते हैं। उनको लोन की जरूरत है