उत्तरप्रदेश राज्य के लखनऊ ज़िला से अलखराम मौर्या ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि राजधानी के विकासखंड माल की ग्राम पंचायत रायपुर में कई वर्ष से कूड़ा प्रबंधन केंद्र अधूरा पड़ा है ,जिसमें वर्तमान प्रधान और एक पूर्व सचिव की भूमिका सबसे खराब रही क्योंकि इन दोनों ने मिलकर इस कूड़ा प्रबंधन केंद्र में घोटाला किया है जिसकी वजह से यह आज तक अधूरा पड़ा है।

उत्तरप्रदेश राज्य के लखनऊ ज़िला से अलखराम मौर्य ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने दावा किया था कि नहरे में टेल तक पानी नहीं आ रहा है

प्रदेश सरकार हो या केंद्र सरकार दोनों के नेता यह दावा करते हैं कि उनकी सरकार ने घर-घर गैस सिलेंडर पहुंच कर महिलाओं को धुएं से निजात दिला दी परंतु यह दवा गांव में कहीं भी खुश होता देखा जा सकता है गांव में आज भी सैकड़ो घरों में उपले या लड़कियों से खाना बनता है क्योंकि गैस सिलेंडर इतना महंगा है कि हर व्यक्ति हर महीने नहीं भर सकता।

दिसंबर माह से शुरू हुई कड़ाके की ठंड से बचाव के लिए प्रशासन द्वारा जहां एक ओर कंबल वितरण किये जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर जगह-जगह अलाव भी जलाई जा रहे हैं इसी क्रम में आज दर्जनों महिलाएं कंबल लेने के लिए तहसील में आए हुई थी जो एसडीएम मलिहाबाद का इंतजार कर रही थी कि वह कब आएंगे और उन्हें कंबल मिल पाएगा।

राजधानी की मलिहाबाद तहसील क्षेत्र के नबीपनाह गांव की रहने वाली ज्योति ने बताया कि उसने तहसील में प्रार्थना पत्र देकर अपनी जमीन से अवैध कब्जा हटवाने के लिए गुहार लगाई है अब देखना है कि तहसील प्रशासन इस गरीब महिला की सुनवाई कब कैसे करता है।

माल थाना क्षेत्र के वीरपुर निवासी कैलाश पुत्र भगवान दिन ने पुलिस को दी गई तहरीर में शिकायत की है कि गांव के ही पुतान पुत्र देवी दिन ने उसके खेत में पाइप बिछाकर दूसरे को पानी दे रहे थे जिससे उसकी फसल को नुकसान पहुंच रहा था किसान ने खेत से पाइप हटा दिया इससे नाराज होकर उतारने उसकी जमकर पिटाई कर दी और गालियां भी दी। किसान ने माल थाने में शिकायत की परंतु पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।

राजधानी के विकासखंड माल में दर्जन घर से अधिक शौचालय बनाए गए हैं ,जिनमें एक हाईटेक शौचालय भी है। इन सभी शौचायलयों में गंदगी होने की साथ-साथ हमेशा ताला लटकता रहता है, जिससे विकासखंड कार्यालय और बाजार में चौराहे पर आने वाले नागरिक अगर पेशाब करने या सौच करने के लिए शौचालय ढूंढते ढूंढते अंदर आ जाते हैं तो ताला बंद देखकर वह इधर-उधर गंदगी फ्लेट हैं और पेशाब करते देखे जा सकते हैं इसके अलावा लोग गेट के अगल-बगल भी पेशाब करके गंदगी फैलाते हैं फिर भी यहां के अधिकारियों पर कोई असर नहीं हो रहा है।

प्रदेश सरकार अधिकारियों को मुख्यालय पर निवास करने के कितने भी कड़े निर्देश दे परंतु अधिकारी कर्मचारी अपनी आदतों से बाज नहीं आने वाले हैं इसी का नतीजा है कि किसी भी कार्यालय में अधिकारी समय से नहीं पहुंचते हैं इसका उदाहरण विकासखंड माल का कार्यालय है जहां कभी भी अधिकारी कर्मचारी समय से कार्यालय नहीं पहुंचते हैं जिससे कई बार जनता या पीड़ित व्यक्ति इधर-उधर भटकते देखे जाते हैं परंतु इससे अधिकारियों पर कोई फर्क नहीं पड़ता।

राजधानी के विकासखंड माल की ग्राम पंचायत रामनगर के किसानों ने आवारा पशुओं से परेशान होकर आज सुबह 9:00 बजे करीब दो दर्जन आवारा पशुओं को परिसर में बंद कर दिया जिसकी सूचना उच्च अधिकारियों को पहुंचने के बाद अधिकारी हरकत में आए और उन्होंने ग्राम पंचायत रामनगर के प्रधान के माध्यम से डाले में भरकर पशुओं को चंदवारा की गौशाला में भिजवा दिया जिससे किसानों को काफी राहत मिलेगी।

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