Transcript Unavailable.

ज्योति जी मोबाइल के माध्यम से बता रही है कि "हमारा जीवन अनमोल है " कहते है की हमारे जीवन में पढ़ाई का कितना महत्व है ,बिना पढ़े न ही अछि नौकरी मिलती है और ना ही समाज में सम्मान मिलता है ,लेकिन फिर भी ऐसा देखा जाता है की कई लोग पढ़ाई से भागते है और परीक्षा में नंबर काम आने से बच्चे जान दे देते है,ऐसा नाह करना चाहिए क्युकि हमारा जीवन अनमोल है,हमे दुबारा प्रयास करना चाहिए। तो दोस्तो अगर आप भी हमसे इस तरह की जानकारी साझा करना चाहते है तो मिस्ड कॉल दे हमारे निशुल्क नंबर 08800984861 पर .

जिला जमुई,सिकंदरा से अमित कुमार सविता जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि सिकंदरा प्रखण्ड के मुख्य मार्ग स्थित पूर्व विधायक नगीना चौधरी के स्मारक के समीप पुलिया के धसने से यातायात पूरी तरह बंद कर दी गयी, वहीँ सिकंदरा के सभी गाड़ियां लछवार से भदौड़ होकर जमुई की ओर जाने लगी। गाड़ियों के आवागमन से छोटी पुलिया भी बड़े-बड़े गड्ढो में तब्दील हो गयी, जिसके कारण गाड़ियो को आने-जाने में काफी कठिनाईयो का सामना करना पड़ता था पर जब मोबाइल वाणी पर 10 जुलाई को "कैसे करेंगे बाबा भोलेनाथ जी की दर्शन" शीर्षक के नाम पर खबर चली,तो खबर का असर यह हुआ कि पथ निर्माण विभाग द्वारा पुलिया की मरम्मत कर बेहतर ढंग से निर्माण कर दिया गया। आज इस छोटी पुलिया से कांवरिया सहित अन्य गाड़ियो का भी आवागमन होने लगी।

जिला जमुई,प्रखंड सिकन्दर से विजय कुमार सिंह जी मोबाईल वाणी के माध्यम से कहते है की "शिक्षण की गुणवत्ता के साथ बदलना होगा शिक्षा का स्वरूप" देश की शिक्षा व्यवस्था के पास कई चुनौतियाँ है स्कूलों में नामांकन दर बढ़ाने के लिए सरकार ने शिक्षा का अधिकार कानून बनाया इस कानून के लागु होने के बाद स्चूलो में नामांकन दर काफी बढ़ गया |लेकिन शिक्षा की गुणवत्ता में सुधर नहीं हुआ |अब समय आ गया है की सरकार शिक्षा के अधिकार पर ध्यान केंद्रित करे |नामांकन की जंग देश ने जित ली है पर शिक्षा की गुणवत्ता की ओर जाना होगा | शिक्षा का अधिकार कानून लागु होने के बाद नामांकन दर बढ़ाने,स्कूलों में सुविधा,और भवन निर्माण पर फोकस किया गया |अब शिक्षकों की ट्रेनिंग और भोकेशनल शिक्षा पर जोर देना होगा |शिक्षकों की ट्रेनिंग का तरीका काफी पुराना है |शिक्षकों को नए तरीके से छात्रों को सिखाने की ट्रेनिंग देनी चाहिए |शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए नए तरीको पर भी गौर करने की जरूरत है |

जिला जमुई,प्रखंड सिकन्दर से ज्योति कुमारी जी मोबाईल वाणी के माध्यम से कहती है की समाज के लिए कोढ़ बन बाल मजदूरी थमने का नाम नहीं ले रहा है | फाई-स्टार होटल हो या ढाबा सभी जगह इसी स्थानों पर बाल मजदुर प्लेट धोते हुए दीखते है | होटलों में भोजन करने गए सरकारी अधिकारी राज नेताओं के सामने पानी का गिलास देने वाले बाल श्रमिक ही होते है लेकिन बिडम्बना यह है की किसी अधिकारी या नेता की नजर इन लाचार बच्चों की ओर नहीं पड़ती | होटल संचालको द्वारा बच्चों का उत्पीड़न ही किया जा रहा है |स्वयंसेवीसंस्थानों व बाल विभाग,श्रम विभाग द्वारा भी अभियान चलाये जा रहे है लेकिन इसका असर दूर-दूर तक दिखाई नहीं दे रहा है |

जमुई, सिकंदरा से ज्योति कुमारी जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि हमारे देश में गरीबी रेखा का निर्धारण के मानक की विश्वसनीयता पर हमेशा चर्चा होती रहती है। सरकार को इसके कारण आलोचना भी सहनी पड़ती है फिर भी अब तक गरीबी रेखा के लिए कोई सर्वभौमिक मापक विकसित नहीं किया जा सका है। इसके निर्धारण का आधार कभी उपभोग,कभी प्रति व्यक्ति आय,तो कभी कैलोरी की खपत होती है, जिसके कारण गरीबो के संख्या में बदलाव होती रहती है और गरीबो की वास्तविकता गणना नहीं होने से सरकार की कई योजनाओं का लाभ उन लोगो को नहीं मिल पाता है,जिनके वे हकदार होते है। अतः गरीबी रेखा का निर्धारण सही एवं वैज्ञानिक तरीके से किया जाना बहुत जरूरी है,ताकि सरकार द्वारा दिए जा रहे लाभ जरूरतमंदों तक पहुँच सके।इसी तरह आप भी बांटे अपना विचार और अनुभव,हमारे निःशुल्क 08800984861 पर मिस्ड कॉल देकर।

जिला जमुई प्रखंड सिकंदरा से अमित कुमार सविता मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की सिकंदरा प्रखंड स्थित गांधी चौक बाजार में सरकारी पुस्तकालय की हालत जर्जर हो गयी. पुस्तकालय का निर्माण आजादी के बाद हुई थी। कुछ वर्षो तक सरकारी प्राप्त पुस्तको और राशि के द्वारा पुस्तकालय को सही रूप से चलायी गयी। लेकिन ये पुस्तकालय अब अपनी अंतिम सांसे गिन रहा है पुस्तकालय में पुस्तकें होने से गरीब छात्र-छात्रओं को मुफ्त में पुस्तकें उपलब्ध होती थी और शिक्षा के क्षेत्र में एक मिशाल भी कायम होता था पुस्तकालय के सचिव् ने बताया की इस सम्बन्ध में जिला पदाधिकारी को अवगत कराया गया पर उन्होने ध्यान नहीं दिया।कई लोगो का जीवन संवारने वाल यह पुस्तकालय आज मृतप्राय हो गया है।

सिकन्दरा जमुई से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है की बिहार में शिक्षा वेवस्था बहुत ख़राब है। यहां 75% उपस्तिथि सिर्फ कागज में ही है ,इसका मुख्य कारण है आधारभुत सुबिधा और शिक्षको की कमी। कुछ कुछ विद्यालयों का अकादमी शत्र भी सही समय पर नहीं चल रहा है। साइंस के स्टूडेंट के लिए सबसे बड़ी समस्या लैब है ,कही लैब है तो वहा संसाधन नहीं है। वे यह भी बता रही है की प्रशासनिक स्तर पर तो वादे तो बहुत किये जाते है ,परन्तु पूरा नहीं किया जाता है। अगर आप भी इस तरह की जानकारी हमसे साझा करना चाहते है तो मिस्ड कॉल दे हमारे निशुल्क नंबर 08800984861 पर

सिकन्दरा जमुई से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है की हमें दूसरों की मदद करना चाहिए। वे बताती है की आज की इस वयस्त जिनदगी में सुबह से ही अपने काम में लग जाते है ,कोई पैसा कमाने तो कोई काम की तलाश में निकल पड़ता है। अपने अपने स्तर में हर कोई इस कर्म भूमि में जंग लड़ रहा है। वे यह भी बताती है की हमें गरीबो के लिए भी थोड़ा वक़्त निकालकर, उनकी जिनदगी में खुशिया लाने की कोशिश करना चाहिए। हर दिन हमलोग हमारी नजर मानसिक ,शारीरिक,और आर्थिक रूप से लाचार लोगो पर पड़ती है ,ऐसे लोग जब हमसे मदद मांगते है हम उनकी मदद करने के बजाय उन्हें धुथकार देते है। वे यह भी कहती है है की हमें ऐसा नहीं करना चाहिए ,हमें उनकी मदद करना चाहिए। अगर आप भी हमसे इस तरह की जानकारी साझा करना चाहते है तो मिस्ड कॉल दे हमारे निशुल्क नंबर पर।

सिकंदरा ,जमुई से ज्योति कुमारी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है की हमें बिजली की बचत करनी होगी। वे बताती है की अधिकतर शहरी क्षेत्र के जितने भी स्ट्रीट लाइट्स होते है वो दिन के उजाले में भी जलते रहते है। सभी स्ट्रीट लाइट्स में ऑन और ऑफ स्विच लगे हुए है पर लोग अपने काम में इतना मसगुल हो गए है की उनके पास लाइट को बंद करने का भी समय नहीं मिलता है। वे कहती है की यदि दिन में लाइट बंद कर दिया जाये तो कुछ हद तक बिजली की बचत की जा सकती है। वे यह भी बताती है सरकार हमारे लिए बाहर से करोडो रुपये ख़र्च कर बिजली खरीदती है ,इसलिए हमारी भी यह जिम्मेदारी होनी चाहिए वह इसे बर्बाद न करे। बिजली की कमी के लिए हम शिकायत करते है ,लेकिन जो बिजली हमें मिलती है हम उसका इतना दुरूपयोग करते है की इसकी कमी हो जाती है। इसलिए हमें इसका बचत करना सीखना चाहिए। अगर आप भी इस तरह की जानकारी साझा करना चाहते है तो हमारे निशुल्क नंबर 08800984861 पर मिस्ड कॉल दे