मलाही व गोविंदगंज पुलिस ने गुरुवार देर शाम अलग अलग गांव में छापेमारी कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मलाही पुलिस ने मझरिया गांव में छापेमारी कर मारपीट के आरोपी अरुण यादव व अभिषेक यादव को गिरफ्तार किया। उक्त दोनों आरोपी वर्ष 2015 में पड़ोसियों के साथ मारपीट कर फरार चल रहे थे। गोविंदगंज पुलिस ने रामपुरवा गांव के फिरोज शाह उ़र्फ फिरोज देवान को गिरफ्तार किया। उक्त आरोपी ने अपने भाई के मौत के बाद अपनी भाभी को शादी का झांसा देकर अपने साथ रखता था। आरोपी के शादी से इंकार करने पर उसकी भाभी ने आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष विजय कुमार व संजय कुमार पाठक ने गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजने की बात कही।
विभिन्न थाना क्षेत्रों में 24 घंटे के अंदर हत्या व दुष्कर्म के आरोपित समेत 68 लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत भेजे गये। एसपी कांतेश कुमार मिश्र का कहना है कि हत्याकांड में एक, दुष्कर्म में एक, एससीएसटी में दो, आर्म्स एक्ट में दो, हत्या के प्रयास में नौ, महिला प्रताड़ना में तीन, पुलिस पर हमला कांड में एक आरोपित को गिरफ्तार किया गया है। क ोटवा, गोविन्दगंज, सुगौली, घोड़ासहन, केसरिया, मधुबन व तुरकौलिया क्षेत्र से गिरफ्तारी की गयी है। इस दौरान पांच सेलफोन व दो बाइक भी बरामद की गयी है।
प्रथम सत्र न्यायालय के न्यायाधीश सह एनडीपीएस के विशेष न्यायाधीश ब्रजेश कुमार ने गांजा तस्करी के एक मामले की सुनवाई करते हुए दो आरोपी को दोषी करार दिया है। दोषियों को बारह -बारह वर्षों की सश्रम करावास सहित विभिन्न धाराओं में ढाई- ढाई लाख रुपए जुर्माना भरने का आदेश दिया है। जुर्माना नहीं भरने पर डेढ़ साल अतिरिक्त सजा भुगतने का आदेश दिया है। गौरतलब हो कि 13मार्च 2019को 3.30बजे सुबह छौड़दानो महुआवा के पास पीलर संख्या 376/9के निकट दो व्यक्ति तीन बोरी लेकर नेपाल से भारत में प्रवेश कर रहे थे। एसएसबी के जवानों ने रोका तो बोरी छोड़कर भागने का प्रयास किया। जवानों न खदेड़कर पकड़ा और तलाशी के दौरान 90किलो गांजा बरामद किया। पुछताछ के दौरान पकड़े गए दोनों आरोपी सुनरदेव महतो व मुन्ना महतो ग्राम नुरुल्लाह डीह मकलीया थाना संग्रामपुर का रहने वाला था। जिसके आधार पर छौड़ादानो (महुआवा) में एफआईआर दर्ज की गयी। न्यायालय द्वारा आरोप गठित कर एनडीपीएस केश में सुनवाई की गई। अभियोजन पक्ष से विशेष लोक अभियोजक डॉ शम्भुशरण सिंह ने पांच गवाहों को प्रस्तुत करते हुए पक्ष रखा। दोनों पक्षों का दलीलें सुनने के बाद न्यायालय ने धारा 20बी में दोनों आरोपी को बारह वर्ष सवा लाख जुर्माना ्एव ं23सी में बारह वर्ष सवा लाख रुपए जुर्माना भरने का आदेश देते हुए उक्त फैसला सुनाया है।
दहेज लोभियों ने एक नव विवाहिता की दहेज के हत्या कर दी गयी है । हत्या करने का आरोप मृतका के भाई ने अपने बहन के ससुराल वालों पर लगाया है। घटना कल्याणपुर थाना क्षेत्र के तेनुआ गांव की है। घटना के संबंध में मृतका 24 वर्षीय फुल कुमारी देवी के भाई कोटवा थाना क्षेत्र के कररिया गांव निवासी दिनेश महतो ने बताया कि वह अपने बहन की शादी कल्याणपुर थाना क्षेत्र के तेनुआ गांव निवासी विक्रम महतो से वर्ष 2022 में हिंदू रीति रिवाज से की थी। शादी में सार्मथ्य के अनुसार उपहार दिया था। शादी के बाद से ही बहन के ससुराल वालों के तरफ से बाइक का मांग की जा रही थी। जिसे देने में वह असमर्थ था। इसको लेकर उनकी बहन के साथ ससुराल वाले मारपीट किया करते थे। बताया कि उसकी बहन की हत्या कर शव को सरेह में फेंक दिया गया था। इसी बीच शुक्रवार को पता चला कि उसकी बहन की हत्या हो गयी है। जब वह पहुंचा तो वहां से ससुरालवाले फरार हो गये थे।मृतका का पति विक्रम महतो विदेश में है। घटना के संबंध में प्रभारी थानाध्यक्ष मोहन राम ने बताया कि घटना के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंच शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम में भेजने की प्रक्रिया कर रही है। मृतका के परिजन के तरफ से अभी कोई आवेदन नहीं मिला है। आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
जलवायु परिवर्तन का असर फसल चक्र पर पड़ा है। इसके असर से फसल का उत्पादन प्रभावित हुआ है। इस साल मार्च महीने में गेहूं दाने के दूध वाले स्टेज में हीट वेब चलने लगा। इससे गेहूं के दाने पकने की जगह सूख गये। जिसका सीधा असर गेहूं के उत्पादन पर पड़ा है। किसानों के अनुसार विगत साल की तुलना में इस साल गेहूं उत्पादन में गिरावट आयी है। जिससे किसानों को जलवायु परिवर्तन का खामियाजा भुगतना पड़ा है। विगत साल जब धान के बिचड़े गिराने का समय आया तब सूखे की स्थिति थी। नर्सरी में धान के बिचड़े तैयार करने के लिए किसानों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। सिंचाई के बावजूद बड़े पैमाने पर धान के बिचड़े सूख गये। जिससे किसानों को दुबारा धान के बिचड़े तैयार करने में काफी आर्थिक क्षति उठानी पड़ी। जलवायु परिवर्तन से मानसूनी बारिश भी प्रभावित हुआ है। जब बारिश की दरकार होती है तब सूखे से किसान त्रस्त रहते हैं। यह सब बदलाव जलवायु परिवर्तन के कारण समस्या खड़ी हो रही है। जलवायु परिवर्तन से उपजी स्थिति के कारण किसान भीरबी,खरीफ व गरमा मौसम में जलवायु परिवर्तन का असर साफ दिखता है। फिलहाल गरमा सीजन चल रहा है। लेकिन बारिश नहीं होने से किसानों को गरमा की खेती करने में परेशानी हो रही है। कृषि वैज्ञानिकों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन से फसल चक्र प्रभावित होने से उत्पादन प्रभावित हुआ है। इधर कृषि विज्ञान केन्द्र के मौसम वैज्ञानिक डॉ. नेहा पारीक ने बताया कि विगत चार वर्षों से मौसम में हो रहे परिवर्तन से फसल चक्र पर प्रतिकूल असर पड़ने से कृषि उत्पादन बाधित हो रहा है। खरीफ फसल में लंबी अवधि के धान के प्रभेद के स्थान पर कम अवधि 90 से 100 दिन वाली प्रभेद का चुनाव करें। कहा कि लंबी अवधि के धान में अधिक पानी की व्यवस्था करनी पड़ती है। वहीं कम अवधि वाले धान की किस्म में पानी की कम आवश्यकता होती है। किसानों कि धान की रोपनी जुलाई में ही कर लेनी चाहिये। इसके बाद धान की रोपनी नहीं करें। अगस्त माह में धान की रोपनी करने से उत्पादन कम होता है।
शिक्षा विभाग के द्वारा जारी निर्देश के आलोक में अरेराज के लगभग एक सौ सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों में शिक्षक अभिभावक संगोष्ठी (पीटीएम) का आयोजन प्रधान शिक्षकों द्वारा किया गया। नए अकादमिक सत्र 23-24 में नामांकित वर्ग एक दो व तीन के छात्रों का विद्यालय परिवार की ओर से गोष्ठी में आए अभिभावकों की उपस्थिति में विद्यालय परिवार की ओर से अभिनन्दन किया गया। अभिभावकों को विद्यालय परिसर का परिभ्रमण कराया गया तथा उनके महत्वपूर्ण सुझाव भी साझा किए गए। राजकीय मध्य विद्यालय जितवारपुर में आयोजित शिक्षक अभिभावक संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए एसडीओ संजीव कुमार ने कहा कि हमारे बच्चे देश के कर्णधार हैं जिनको शिक्षित कर सफल नागरिक बनाने का महत्वपूर्ण दायित्व शिक्षकों के कंधों पर है। ऐसे में यदि सभी शिक्षक ईमानदारी पूर्वक अपने दायित्व का निर्माण कर बच्चों के भविष्य को संवारने में अपना भरपूर योगदान दें । इससे हमारा समाज शिक्षित हो जायेगा। एसडीओ श्रीकुमार ने अपने पड़ोस के अनामांकित बच्चो का भी विद्यालय में नामांकन कराने के लिए अभिभावकों का आह्वान किया।
डॉ. श्री कृष्ण सिन्हा महिला महाविद्यालय में विभाजन से जुड़े चित्रों की प्रदर्शनी तथा ‘स्वाधीनता व भारतीय राजनीति दशा व दिशा’ पर शुक्रवार को एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य प्रो. डॉ अरुण कुमार ने की। विषय प्रवेश राजनीति शास्त्रत्त् विभागाध्यक्ष डॉ दीपमाला श्रीवास्तव ने किया। विभाजन की त्रासदी झेलते इस देश ने आज जो प्रगति की है, उस पर आपने विचार रखे गए। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विवि के विधि सलाहकार तथा मुंशी सिंह कॉलेज के लॉ महाविद्यालय के प्रभारी डॉ.मयंक कपिला ने संविधान निर्माण से लेकर, शाह बानू केस पर प्रकाश डालते हुए विचार रखे। उन्होंने विधिक दृष्टि से आजादी और उसके बाद की दशा और दिशा पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि लॉ के ही अंदर राजनीति छुपी हुई रहती है। पटना विश्वविद्यालय से आये डॉ. मायानन्द ने इतिहास से जुड़े कई परतों को खोला तथा स्वाधीन भारत पर अपने विचारों को प्रकट किया। प्रो डॉ अरुण कुमार ने अपने अध्यक्षीय भाषण में चम्पारण भी क्रांति, असहयोग आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन की पृष्ठभूमि से परिचित कराते हुए कहा कि आज का भारत पूर्ण रूप से युवा और आत्मनिर्भर भारत है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुयोग्य नेतृत्व में तीव्र गति में विश्वगुरु बनने की ओर अग्रसर है। मंच संचालन हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. कुमारी रोशनी विश्वकर्मा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. कल्पना सिंह ने किया।
शहरी सड़कों की तर्ज पर अब ग्रामीण क्षेत्र के सड़कों के भी ट्रैफिक लोड का सर्वे होगा। इसके लिए विभागीय स्तर पर कवायद शुरू कर दी गई है। ग्रामीण कार्य विभाग ने इसके लिए अपने अधीन वैसे सड़कों को चिन्हित करने की करवाई शुरू कर दी है। इसका मकसद ट्रैफिक के दबाव के अनुसार सड़कों को चौड़ा करना है। सड़कों की चौड़ीकरण से जहां एक ओर ट्रैफिक लोड कम होने से आवागमन में आसानी होगी। वहीं सड़कों पर लगनेवाले जाम से निजात भी मिलेगी। क्या है प्रावधान पंचवर्षीय अनुरक्षण के तहत बनी सड़कों के निर्माण के चार वर्ष छह महीने हो जाएंगे तो इस नीति पर काम होगा। साढ़े चार साल के बाद ग्रामीण सड़कों का विशेष रूप से सर्वेक्षण होगा। साथ ही सड़कों पर ट्रैफिक लोड का सर्वे भी होगा। इस सर्वे में हर साल सड़कों पर बढ़ रहे ट्रैफिक दबाव को देखा जाएगा। जरूरत पड़ी तो ट्रैफिक गणना के आधार पर ही सड़कों को बेहतर करने के लिए डीपीआर बनाई जाएगी। डीपीआर एक महीने के भीतर बनाकर उसकी मंजूरी ली जाएगी।
बारा जिला के अमलेखगंज में नेपाल पुलिस ने एक भारतीय नागरिक को 200 ग्राम हेरोइन की खेप के साथ गिरफ्तार किया है।पकड़े गए व्यक्ति की पहचान यूपी के गोरखपुर निवासी संतोष त्रिपाठी के रूप में हुई है। गुरुवार को उसे वीरगंज से काठमांडू जा रहे नेपाली नंबर के टाटा सूमो की जांच में उसे पकड़ा गया । इसकी पुष्टि करते हुए बारा जिला के एसपी होविंदर बोगटी ने बताया कि त्रिपाठी के शरीर की तलाशी ली गई। जिसमें दोनों पैर में उसने हेरोइन को टेप और पट्टी के सहारे बांध रखा था।जो चार पैकेट में था। इस मामले में टाटा सूमो समेत चालक को भी नियंत्रण में लिया गया है।इन्हें हिरासत में ले कर जांच पड़ताल और अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।
रक्सौल शहर के कोईरिया टोला नहर चौक से बाटा चौक तक पीसीसी सड़क व दोनों तरफ आरसीसी ड्रोन नाला का निर्माण कार्य तो पूरा कर लिया गया है। अब शेष बचे डिवाइडर का निर्माण कार्य भी मई तक पूरा कर लिया जाएगा। ऐसे में डिवाइडर निर्माण कार्य की धीमी गति अबतक सड़क निर्माण कार्य में बाधक बन रही थी। साथ ही प्रतिदिन घंटों जाम की समस्या उत्पन्न हो जा रही है। 1150 मीटर लंबी व 13 मीटर चौड़ी बनी है सड़क शहर के कोईरिया टोला नहर चौक से बाटा चौक तक 1150 मीटर लंबी एवम 13 मीटर चौड़ी सड़क व दोनों तरफ आरसीसी ड्रोन नाला का निर्माण हो चुका है। वहीं अब सड़क के बीच में डिवाइडर का निर्माण होना है। जिसके निर्माण पर करीब 13 करोड़ 8 लाख रुपये की खर्च आनी है। कहते हैंशहरवासी चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अरुण कुमार गुप्ता, ई आलोक श्रीवास्तव, राजकुमार गुप्ता, दिनेश धनौठिया , विमल रूंगटा आदि का कहना है कि डिवाइडर निर्माण की धीमी गति और अतिक्रमण की समस्या से जाम के कारण बाजार में नेपाली ग्राहकों के आने में भारी कमी आई है। जिससे व्यापार प्रभावित हो रहा है। कहते हैं अधिकारी पथ निर्माण विभाग मोतिहारी डिवीजन के कार्यपालक अभियंता अशोक कुमार का कहना है कि सड़क व नाले का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। निर्माण एजेंसी को मई के प्रथम सप्ताह तक डिवाइडर निर्माण कार्य भी पूरा करने का निर्देश दिया गया है।