मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पतौरा गांव में दहेज में पांच लाख रुपये व चार पहिये वाहन नहीं देने पर कमरा में कैद कर चार दिनों से खाना बंद कर दिया। विवाहिता किसी तरह पड़ोस के घर से मैके फोन की। मैके से लोग पहुंचे तो उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया गया। पुलिस को सूचना दी गयी। पुलिस ने कैद से मुक्त कराया। नुझेतारा के बयान पर पति समेत तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज करायी है। आवेदन में उसने कहा कि 13 मई 2022 को उसकी शादी पतौरा के तबरेज आलम के साथ हुई थी। शादी के बाद से पति, सास मुमताज बेगम व देवर लालबाबू दहेज के लिये प्रताड़ित करने लगे। मांग पूरी नहीं होने पर जान से मार देने की धमकी दी जाने लगी।

चकिया में बीते बुधवार को आईसीआईसीआई बैंक में हुई 48 लाख की लूट के मामले में पुलिस ने शनिवार की अहले सुबह चकिया थाना क्षेत्र के रानीगंज मोहल्ला स्थित वार्ड नंबर सात से कन्हैया सोनी उर्फ आशीष 23 वर्षीय को गिरफ्तार किया है।पुलिस की जांच में कन्हैया सोनी के लूटकांड में संलिप्त होने की बात सामने आई थी।जिसके बाद शनिवार अहले सुबह लगभग तीन बजे पुलिस ने उसके वार्ड नंबर सात स्थित किराए के मकान पर छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया।हालांकि चारों तरफ पुलिस को देखकर उसने भागने की कोशिश भी की परन्तु मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे वहीं दबोच लिया।कन्हैया की गिरफ्तारी इस लूटकांड में शुक्रवार को हिरासत में लिए गए दो संदिग्धों की निशानदेही पर हुई। पुलिस ने कन्हैया सोनी उर्फ आशीष के घर में ताला मार दिया है वहीं घर मे मौजूद उसकी मां और बहन को भी अपने साथ पूछताछ के लिए ले गई।

जिले में संदिग्ध स्थिति में 21 मौतों के बाद पांच थाना क्षेत्रों में शुक्रवार रात से ताबड़तोड़ छापेमारी कर पुलिस ने 20 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पटना से एफएसएल व मद्यनिषेध विभाग की टीम पहुंच गई है। अवैध शराब बनाने व बेचने वालों की तलाश शुरू की जा रही है। एक दर्जन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है। एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने बताया कि तुरकौलिया, हरसिद्धि, पहाड़पुर, सुगौली से शराब की पाउच बरामद की गयी है। तुरकौलिया के चन्द्रकिशोर समेत एक दर्जन शराब सप्लायर को चिन्हित कर केस दर्ज किया गया है। पटना से एफएसएल की टीम बुलायी गयी है। बरामद शराब के नूमने संग्रह किए जा रहे हैं। पांच थाना क्षेत्रों में मेडिकल टीम व छापेमारी टीम को कई भागों में बांटकर भेजी गयी है। बिना पोस्टमार्टम कई शवों का हुआ अंतिम संस्कार संदिग्ध स्थिति में मरने वाले 20 लोगों में अब तक तीन शवों का ही पोस्टमार्टम किया गया है। कई शवों का बिना पोस्टमार्टम के ही अंतिम संस्कार कर दिया गया। 14 अप्रैल को तुरकौलिया लक्ष्मीपुर के अशोक पासवान, रामेश्वर राम व छोटू कुमार की मौत हुई। अशोक पासवान व छोटू कुमार को इलाज के लिये सदर से मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच रेफर किया गया था। वहां दोनों की मौत हुई तो मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम में अल्कोहल प्वाइजनिंग की पुष्टि हुई है। वहीं रामेश्वर राम का तुरकौलिया के एक निजी नर्सिंग होम में इलाज के दौरान मौत हुई। उसका पोस्टमार्टम सदर अस्पताल मोतिहारी में किया गया।

डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विवि से जुड़े कृषि विज्ञान केन्द्र, पिपराकोठी में बांस कौशल विकास केन्द्र खुलेगा। करीब एक करोड़ की परियोजना वाले इस केन्द्र के माध्यम से बांस के उत्पादों को बनाने के साथ किसानों एवं युवा वर्गो को आजीविका के लिए इसके व्यापार को बढ़ावा देने के लिए जागरूक किया जायेगा। कौशल विकास प्रशिक्षण देेकर उत्पाद विकसित कराना एवं कृषि विज्ञान केन्द्रों में बांस से बने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाकर आम लोगों तक पहुंच बनाना इसका उद्देश्य है। इसकी सफलता के लिए शनिवार को प्रसार निदेशालय में विवि के निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. एमएस कुंडू व कौशल्या फाउंडेशन के प्रतिनिधि के बीच समझौता पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया गया। मौके पर उपनिदेशक प्रसार डॉ. अनुपमा कुमारी समेत अन्य मौजूद थे।

महात्मा गांधी की कर्मस्थली चम्पारण की ऐतिहासिक धरती से पटना के बीच चलने वाली नई इंटरसिटी मेमू एक्सप्रेस सेवा की शुरुआत शनिवार को हुई। इस मौके पर बापूधाम मोतिहारी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या एक पर मुख्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जहां से दोपहर तीन बजे रेलवे स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन सांसद राधामोहन सिंह ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर पाटलिपुत्र स्टेशन के लिए रवाना किया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सांसद राधामोहन सिंह ने कहा कि आज ही के दिन 15 अप्रैल 1917 को महात्मा गांधी ट्रेन से मोतिहारी पहुंचे थे। उनकी याद में हर वर्ष न सिर्फ समारोह करते हैं बल्कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार हर वर्ष इस मौके पर जिले वासियों को कुछ-न-कुछ नया गिफ्ट देती है। कहा कि पहले इस रूट से रक्सौल से एक इंटरसीटी एक्सप्रेस चलती थी। उसका रास्ता बदल कर सीतामढ़ी के रास्ते चलाया जाने लगा। जबकि एक इंटरसीटी एक्सप्रेस नरकटियागंज से चलती है। नरकटियागंज से आने वाली इंटरसिटी ट्रेन बापूधाम स्टेशन पर पहुंचती है तो इसमें पैर रखने तक कि जगह नहीं होती थी। जिससे मोतिहारी से पटना जाने वाले लोगों को काफी परेशानी होती थी। मोतिहारी शहरवासियों की परेशानी को दूर करने के लिए वंदे भारत ट्रेन की तर्ज पर बापूधाम मोतिहारी व पाटलिपुत्र के बीच नई मेमू इंटरसिटी एक्सप्रेस का शुभारंभ किया गया है। नई मेमू इंटरसीटी एक्सप्रेस के कोच में यात्री सुविधा से संबंधित कई विशेषताएं हैं। पहले डब्बे से आखिरी डब्बे तक यात्री ट्रेन के अंदर से ही आ-जा सकते है। आपात स्थिति में ट्रेन के चालक से बात करने के लिए हर कोच में इंटरकॉम की सुविधा है। ट्रेन में आरामदायक सीट तथा सुरक्षा के लिए फाइबर और स्टेनलेस स्टील की खिड़कियां लगाई गई है। चेनई के पेराम्बुर कोच फैक्ट्री से बंदे भारत के तर्ज पर निर्मित इस ट्रेन के प्रत्येक कोच में एक इंडियन और एक वेस्टर्न टायलेट है। ट्रेन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि ट्रेन के सभी कोच में यात्रियों के सुविधा के लिए डिस्पले बोर्ड लगाया गया है। जिसके माध्यम से आने वाले अगले स्टेशन की जानकारी यात्रियों को मिलती रहेगी। कोच की बनावट बंदे भारत ट्रेन के डिजाइन से प्रेरित है।

बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर के जन्मदिवस के अवसर पर अनुमंडल प्रशासन अरेराज के तत्वाधान में सांस्कृतिक काव्य सन्ध्या कार्यक्रम का सफल आयोजन कियागया। एसडीओ संजीव कुमार की अध्यक्षता व अधिवक्ता प्रभाकर तिवारी केसफल संचालन मे सम्पन्न हुआ।इस काव्य सन्ध्या मेजिला स्तरीय नामचीन कवि शायर की काव्य प्रस्तुति पर श्रोता झूम उठे। एसडीएम संजीव कुमार व मुख्य अतिथि व चकिया एसडीएम शम्भू शरण पाण्डेय,पीजीआरओ लखेन्द्र पासवान,डीसीएलआर सन्नी कुमार सौरभ,बीइओ सुधा कुमारी,रामशोभित, राधेश्याम यति,विनय विहारी वर्मा,प्रभाकर तिवारी आदि ने दीप प्रज्ज्वलित कर काव्य सन्ध्या का शुभारम्भ किया। काव्य रचना के वाचन परम्परा की शुरुआत से पूर्व प्रोजेक्टर के माध्यम से बाबा साहेब के डॉक्यूमेंट्री संदेश को ऑडियो व वीडियो के माध्यम से दिखा कर उसे आत्मसात करने की अपील की गई।

-सफेद बैगन के उन्नत प्रभेद की हरियाली से गुलजार होंगे किसानों के खेत -कृषि विज्ञान केंद्र किसानों को उपलब्ध कराएगी सफेद बैगन का उन्नत प्रभेद सफेद बैंगन ना सिर्फ स्वाद में बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। अपने पोष्टिक गुणों के कारण इसकी मांग धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। ऐसे में सफेद बैंगन की खेती करने वाले किसान भाइयों के लिए भी यह अच्छी खबर है। अब चम्पारण के खेत भी सफेद बैगन की हरियाली से गुलजार होगा। कृषि विज्ञान केंद्र इसके लिए अत्यधिक मात्रा में सफेद बैगन के उन्नत प्रभेद जिले के किसानों को उपलब्ध कराएगा। बैंगन की उन्नत किस्मों की खेती करके किसान अपनी आमदनी बढ़ा सकता है।  होता है बम्पर उत्पादन: बैगन किसानों के लिए आसान खेती माना जाता है। व चम्पारण में काफी पसंद किया जाता है। यहां की जलवायु व मृदा उसके बम्पर उत्पादन के लिए अनुकूल माना जाता है। बैंगन की उन्नत किस्मों में पूसा पर्पर लोंग, पूसा पर्पर कलस्टर, पूर्सा हायब्रिड 5, पूसा पर्पर राउंड, पंत रितूराज, पूसा हाईब्रिड-6, पूसा अनमोल आदि शामिल है। एक हेक्टेयर में करीब 450 से 500 ग्राम बीज डालने पर करीब 300-400 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक का उत्पादन मिल जाता है। सफेद बैंगन की खेती सर्दियों की जाती है, लेकिन पॉलीहाउस इसकी खेती से अच्छा  मुनाफा कमाया जा सकता है। सेहत का खजाना है सफेद बैगन: यह सेहत का भी खजाना है। इसमें मौजूद फाइबर खाने को सही तरीके से पचाने में आपकी मदद करता है। इसके साथ ही यह मधुमेह रोगियों के लिए भी काफी फायदेमंद हो सकता है। सफेद बैंगन को अगर नियमित रूप से खाने में शामिल किया जाए तो गैस, एसिडिटी और कब्ज की समस्या नहीं होती है। सफेद बैंगन में पोटेशियम, कॉपर, मैग्नीशियम और विटामिन बी जैसे पोषक तत्वों पाए जाते हैं जो मानव शरीर के लिए बहुत जरूरी हैं। ऐसे में सफेद बैंगन ही नहीं, इसकी पत्तियों के सेवन से भी कई स्वास्थ्य लाभ मिलता है। शुगर लेवल को करता है कंट्रोल: शुगर कंट्रोल करने के लिए सफेद बैंगन को अपने भोजन में शामिल कर सकते हैं।यह डायबिटीज में होने वाली परेशानियों को कम कर सकता है। सफेद बैंगन की पत्तियों में मौजूद फाइबर और मैग्नीशियम ब्लड में शुगर की मात्रा को कम कर सकता है। सफेद बैंगन में फाइबर की मात्रा अधिकता होने के कारण आप इसका सेवन वजन घटाने के लिए भी कर सकते हैं। यह लंबे समय तक भूख को दबाए रखने में आपकी मदद करता है और मेटाबॉलिज्म को बढ़ता है। केविके विकसित पॉलीहाउस में करता है खेती: कृषि विज्ञान केंद्र पीपराकोठी में विकसित पॉलीहाउस में बेमौसम सफेद बैगन की खेती की जाती है। वहीं बैगन के बीजों की नर्सरी भी पॉली हाउस में तैयार किया जाता है। सफेद बैंगन के लिये आईसीएआर व आईएआरआई के कृषि वैज्ञानिकों ने दो किस्में पूसा सफेद बैंगन-1 और पूसा हरा बैंगन-1  विकसित की हैं। ये किस्में परंपरागत बैंगन की फसल के मुकाबले जल्दी पककर तैयार हो जाती है।  ऐसे करें खेती: सबसे पहले इसके बीजों को ग्रीनहाउस में संरक्षित हॉटबेड़ में दबाकर रखा जाता है। इसकी बुवाई से पहले बीजों का बीजोपचार कर लेना चाहिए जिससे फसल में बीमारियों की संभावना न रहे। बीजों के अंकुरण तक बीजों को पानी और खाद के जरिये पोषण दिया जाता है और पौधा तैयार होने पर सफेद बैंगन की रोपाई कर दी जाती है। खरपतवारों की चिंता के कारण सफेद बैंगन की बुवाई पंक्तियों में ही करनी चाहिये। क्या कहते हैं केविके प्रमुख: केविके प्रमुख डॉ. अरबिंद कुमार सिंह ने बताया कि सफेद बैगन का उन्नत प्रभेद जिले के किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है। वहीं इसकी वैज्ञानिक खेती की तकनीक किसानों को बताया जाएगा। ताकि अनुकूल उत्पादन हो सके।

आग बुझाने के लिये फायरविग्रेड गाड़ी में पानी भरने के लिये शहर में लगे 42 हाइड्रेंट चालू स्थिति में है। शहर के मेन रोड में श्रीलेदर के पास का हाइड्रेंट खराब पड़ा है। उसे चालू करने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। वहीं जिले के विभिन्न स्थानों पर 115 हाइडेंट लगाये गये हैं। जिसमें से असानी से पानी भरा जाता है। ग्रामीण स्तर पर नलजल से अटैचकर पानी भरने का प्रस्ताव अधर में लटका है। अग्निशाम पदाधिकारी अविनाश कुमार का कहना है कि जहां हाइड्रेंट लगे हैं वहां से पानी भरने में कोई परेशानी नहीं होती है। ग्रामीण स्तर पर असानी से पानी भरने की योजना के प्रस्ताव पर काम चल रहा है। स्वीकृति मिलने पर नलजल की टंकी में ही अटैचमेंट लग जायेगा और उससे असानी से दमकल गाड़ी में पानी भरा जा सकता है। यह सुविधा मिलने पर कहीं और कभी भी असानी से पानी उपलब्ध रहेगा और आग पर काबू जल्द पाया जा सकता है। जिले मे लगे हैं 115 हाइड्रेंट जिले के सभी अनुमंडल क्षेत्रों में कुल 115 हाइड्रेंट लगे है जहां से असानी से पानी भरा जाता है। सदर अनुमंडल क्षेत्र में 43, अरेराज में 17, पकड़ीदयाल में 14, रक्सौल में 23, चकिया में 11 व सिकरहना में 07 स्थानों पर हाइड्रेंट लगाये गये हैं।

नैदानी के तहत निबन्धन नहीं करने पर अब होगी कानूनी कार्रवाई। इसको लेकर प्रथम चरण में शहर के 36 नर्सिंग होम पर कार्रवाई करने की अनुमति सिविल सर्जन ने मोतिहारी चिकित्सा प्रभारी डॉ श्रवण पासवान को दे दी है। सूची में शहर के ख्याति प्राप्त डाक्टरो का नर्सिंग होम भी शामिल है। इसके अलावे कई ऐसे नर्सिंग होम है जो अभी हाल में खुला है और चल रहा है। बताते हैं कि जिला में संचालित करीब 160 नर्सिंग होम को नैदानी के तहत निबंधन कराने के लिए सीएस कार्यालय से प्राथमिक चिकित्सा केंद्र से भेजा गया था। बावजूद निबन्धन नहीं करने पर चिकित्सा प्रभारी के द्वारा डाक्टरो व नर्सिंग होम के नाम की सूची सीएस कार्यालय से भेजते हुए मार्ग दर्शन की मांग की गयी थी। बताते हैं कि सिविल सर्जन ने कार्रवाई करने का हरी झंडी दे दी है।चिकित्सा प्रभारी डॉ श्रवण पासवान ने सीएस का पत्र का हवाला देते हुए कहा कि जब निर्देश मिला है तो कार्रवाई करनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि नैदानी के तहत जांच घरों की भी सूची तैयार की जा रही है। प्रथम फेज में 55 को नोटिस दी गयी है। 10 का जबाब आया गया है। बाकी पर कार्रवाई होना है। इसके अलावे अभी सौ सेअधिक जांच घर को नोटिस जा रहा है। सात दिन में जबाब मंगा गया है।

बढ़ते तापमान व पछुआ हवा से हीट वेब चल रहा है। इसका असर आम जीवन पर पड़ने लगा है। सर्दी, खांसी व बुखार जैसी बीमारी से बड़ी संख्या में लोग पीड़ित हैं। सरकारी अस्पताल से लेकर निजी अस्पताल में लोग इलाज के लिए आ रहे हैं। सदर अस्पताल में शुक्रवार को करीब सात सौ मरीज देखे गए जिसमें दो सौ से अधिक खांसी, सर्दी व बुखार से प्रभावित थे। इलाज कर रहे डॉक्टर कुमार अमृतांशु ने बताया कि जब से हीट वेब चला है सर्दी व बुखार से अधिक लोग प्रभावित हो रहे हैं। उनके अनुसार, सदर अस्पताल में दो सौ के करीब मरीज बुखार के आये थे। उन्हाेंने बताया कि यह एक वायरल बुखार है। तीन से पांच दिन में ठीक हो जाता है। सर्द गर्म के कारण हो रहा है। उन्हाेंने बताया कि धूप से बचने की जरूरत है। पानी का सेवन खूब करें। हो सके तो दिन में एक बार एलेक्टरल पाउडर पियें। पानी खूब पीना चाहिए। फ्रिज का पानी नहीं पीना है। खाली पेट भी नहीं रहना है। धूप में निकलने से पहले खूब पानी पीना है। अधिक देर धूप में नहीं रहना चाहिए। सिर पर गमछा या हेमलेट लगा कर ही बाहर निकलें। मधुमेह व ब्लड प्रेशर के रोगी को सावधानी बरतनी जरूरी है।