यह नौकरी उन लोगों के लिए है जो यंत्र इंडिया लिमिटेड द्वारा निकाली गई अप्रेंटिस के पदों पर काम करने के लिए इच्छुक हैं। यंत्र इंडिया लिमिटेड में अप्रेंटिस के कुल 4,039 पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी. इसमें नॉन-आईटीआई कैटेगरी की 1,463 वैकेंसी हैं, जबकि आईटीआई के लिए 2,576 पद रिक्त हैं. इन पदों पर काम करने के लिए वैसे उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं. जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त विद्यालय से 10वीं पास और आईटीआई किया हो . इस वैकेंसी के लिए आईटीआई और नॉन-आईटीआई दोनो कैंडिडेट्स आवेदन कर सकते हैं। इसके साथ ही उम्मीदवार की न्यूनतम आयु सीमा 14 वर्ष और अधिकतम आयु सीमा 35 वर्ष रखी गयी है,आयु में छूट मानदंडों के अनुसार दिया जाएगा। आवेदन शुल्क ऑनलाइन माध्यम से ओबीसी और सामान्य उम्मीदवारों के लिए 200 /- रुपए और एससी/एसटी उम्मीदवारों के लिए: 100 /-रुपए रखा गया है। इन पदों पर स्टाइपेंड नॉन आईटीआई के लिए 6,000 रुपये और आईटीआई पास के लिए 7,000 रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा।अधिक जानकारी के लिए आवेदनकर्ता इस वेबसाइट पर जा सकते हैं। वेबसाइट है apprenticeshipindia.gov.in .इन पदों के लिए नॉन-आईटीआई कैटेगरी में चयन 10वीं के आधार पर होगा. वहीं, आईटीआई कैटेगरी में चयन 10वीं और आईटीआई के एवरेज नंबर देखें जाएंगे।याद रखिए इन पदों पर आवेदन करने की अंतिम तिथि 21 नवंबर 2024 है।

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"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री जीवदास साहू ,टमाटर की खेती के सम्बन्ध में जानकारी दे रहे है। टमाटर के उन्नत किस्म और इसके उपचार की अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

यह नौकरी उन लोगों के लिए है जो जूनियर अकाउंट्स क्लर्क 2024 री ओपन ऑनलाइन फॉर्म द्वारा निकाली गई जूनियर अकाउंट्स क्लर्क के 740 पदों पर काम करने के लिए इच्छुक हैं। वैसे उम्मीदवार इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिन अभ्यर्थियों के पास वाणिज्य विषय में डिग्री होनी चाहिए।इसके साथ ही उम्मीदवार की न्यूनतम आयु सीमा 21 वर्ष और सामान्य उम्मीदवारों के लिए अधिकतम आयु सीमा 37 वर्ष,अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति उम्मीदवारों के लिए अधिकतम आयु सीमा: 42 वर्ष तथा अन्य पिछड़ा वर्ग एवं महिला उम्मीदवारों के लिए अधिकतम आयु सीमा: 40 वर्ष रखी गई है.इन पदों पर आवेदन शुल्क सामान्य एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 1500 रूपए और एससी/एसटी/दिव्यांगजन एवं महिला उम्मीदवारों जो बिहार के मूल निवासी हैं उनके लिए 375 रुपये रखी गयी है।इन पदों पर वेतनमान 9200 -15500 रुपये प्रतिमाह दिया जाएगा।अधिक जानकारी के लिए आवेदनकर्ता इस वेबसाइट पर जा सकते हैं। वेबसाइट है https://www.bsphcl.co.in/ .उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर होगा।

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बिहार राज्य के जमुई ज़िला के धौघट से रंजन की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से शुभाष साहू से हुई। ये कहते है कि महिला को जमीन में अधिकार मिले तो वो खेती कर सकती है ,पशुपालन कर सकती है। स्वरोजगार कर अपना भरण पोषण कर सकती है। अगर महिलाओं को भूमि अधिकार दिया जाए तो वो आत्मनिर्भर बन सकती है। शुरू से पुरुषों को प्रधानता मिल रहा है ,ये सोच गलत है। आज के समय में लड़कियाँ लड़कों से कम नहीं है। शिक्षा के अभाव में समाज के लोग महिलाओं को ऊपर नहीं ला पाते है। जबतक महिला शादीशुदा नहीं होती है ,उन्हें पैतृक संपत्ति में अधिकार मिलता है ,शादी के बाद पैतृक संपत्ति में हकदार नहीं माना जाता है ,उनका ससुराल में अधिकार माना जाता है। यह गलत है। समाज में दहेज़ प्रथा अभिशाप है। समाज में महिलाओं की आर्थिक स्थिति भी कमज़ोर है। अगर महिला शिक्षित होगी तो वो आगे अपने खुद के लिए प्रयास कर सकती है ,आगे बढ़ सकती है। सरकार महिलाओं को बढ़ाने का प्रयास कर रही है पर ग्रामीण क्षेत्र की महिला अभी भी जागरूक नहीं है। सरकार चाहे तो ऋण ,कम ब्याज दर पर महिला की मदद करे तो महिला आगे बढ़ सकती है

बिहार राज्य के जमुई जिला के गिद्धौर प्रखंड से रंजन कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बिंदु देवी से बातचीत किया। बातचीत के दौरान बिंदु ने बताया की महिलाओं के मुकाबले पुरुष का अधिकार ज्यादा है। महिला को अगर संपत्ति का अधिकार दिया जायेगा तो महिलाएं आत्मनिर्भर हो का खेती कर पाएंगी और अच्छे से परिवार चला पाएंगी

इस कार्यक्रम में हम जानेंगे कि कैसे गाँव के लोग मिलकर अपने समुदाय को मजबूत बना रहे हैं। जल संरक्षण, ऊर्जा बचत और आपदा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सामूहिक प्रयासों की ताकत को समझेंगे। साथ ही, यह भी जानेंगे कि कैसे छोटे-छोटे कदम मिलकर बड़े बदलाव ला सकते हैं और गाँव के विकास में योगदान दे सकते हैं। क्या आपके समुदाय में ऐसे समूह हैं जो जल संरक्षण, आपदा प्रबन्धन या संसाधन प्रबन्धन पर काम करते हैं? अगर हाँ, तो हमें बताएं कि वे कैसे काम करते हैं? और अगर नहीं, तो इस कार्यक्रम को सुनने के बाद क्या आप अपने समुदाय में ऐसे सामूहिक प्रयास शुरू करने के लिए तैयार हैं?

बिहार राज्य के जिला गिद्धौर से रंजन की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से निकिता कुमारी से हुई। निकिता कुमारी यह बताना चाहती है कि आर्थिक दृश्टिकोण से महिला कमजोर दिखाई देती है, क्योंकि वह घर से बाहर नहीं निकल पाती है। आज भी पुरुष महिला को खुली आज़ादी नहीं दे रहे है। पुरुष के मुकाबले महिला में असमानता अधिक दिखाई देता है। अचल संपत्ति का हक़ महिलाओं को नहीं दिया गया है। महिलायें पुरुष के डर से अपना अधिकार नहीं मांग पाती है। महिला कम पढ़ी - लिखी होती है। महिलाओं के नाम से अगर भूमि दिया जाए तो निश्चित ही वह आत्मनिर्भर हो सकती है और परिवार का परवरिश अच्छी ढंग से कर सकती है

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ श्री जीतदास साहू सरगुजा खेती के बारे में जानकारी दे रहें हैं। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.