उत्तरप्रदेश राज्य के बाँदा ज़िला से खेम सिंह ,श्रमिक वाणी के माध्यम से बताते है कि किसानों को खेती करने में बहुत समस्या होती तो वो नया काम ढूंढने लगते है। बदलते मौसम में खेती नष्ट हो जाती है तो किसान दुखित रहते है। ऐसे में खेती करने की तकनीक को बदलना होगा। कृषि वैज्ञानिकों की सहायता लेनी चाहिए। मिट्टी की जाँच करवानी चाहिए

उत्तरप्रदेश राज्य के बाँदा जिला से खेम सिंह श्रमिक वाणी के माध्यम से बताना चाहते है की, गलत खान पान के वजह से लोगो बीमार पड़ते है। हम जब भी खेती करते है तब हमे सही खाद् डालना बहुत जरूरी है। सही खाद् डालने से फसल सही होता है

उत्तप्रदेश राज्य के बाँदा जिला से खेम सिंह श्रमिक वाणी के माध्यम से बताना चाहते है की, वायु प्रदूषण से लोगो को बीमारी होती है फैक्ट्री से निकलने वाला धुवा लोगो के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है। हमे अपने आस पास साफ़ सफाई रखना चाहिए ताकि हम बीमारी से बच सके

उत्तप्रदेश राज्य के बाँदा जिला से खेम सिंह श्रमिक वाणी के माध्यम से बताना चाहते है की, किसान फसल जब लगते है तो उसी से उनका घर परिवार चलता है। लेकिन जब बहुत मेहनत करने के बाद भी फसल नहीं होता है तब किसानो के सामने बहुत बड़ी समस्या उत्पन उत्पन्न हो जाती है। किसान अपने खेत की मिट्टी की जाँच करवा सकते है। कृषि वैज्ञानिक की सलाह भी ले सकते है।

दिल्ली के श्री राम कॉलोनी से जुबेर खान श्रमिक वाणी के माध्यम से बताते हैं कि, वायु प्रदूषण ज्यादा फैल रहा है। इसके वजह से लोगों को सांस लेने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।जहरीली हवा बहुत फैल चुकी है, इससे बचने के लिए मास्क का इस्तेमाल करे।

उत्तर प्रदेश राज्य के बांदा से खेम सिंह श्रमिक वाणी के माध्यम से कह रहें हैं कि, एक मज़दूर के अनुसार महंगाई काफी बढ़ गई है। खेती के लिए बीज, खाद या फिर पानी पटवन ,खेत में बोवाई या खेत जुताई हो सभी काफी महंगी हो गई है सब कार्यो के लिए पैसे देने पड़ते है। इन्होने यह भी कहा कि मौसम के कारण फसलें नष्ट हो जाती है जिस कारण लोग काफी परेशान हैं। इस पर खेम ने कहा की कृषि विशेषज्ञ की सलाह से ही खेती करनी चाहिए

दिल्ली से यूनुस खान ,श्रमिक वाणी के माध्यम से बताते है कि नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में प्रदूषण की वजह से बहुत बुरा हाल है। कंस्ट्रक्शन कंपनियां बिना किसी सुरक्षा मानक के कंस्ट्रक्शन कर रही हैं और पानी का छिड़काव भी नहीं करती जिसकी वजह से लोगों को सांस लेने में बहुत ज्यादा दिक्कत हो रही है। प्लास्टिक आदि कचड़ों को जलाने से भी वायु प्रदुषण हो रहा है। ऐसी निर्माण क्षेत्र पानी का छिड़काव होते रहना चाहिए। प्रशासन को इस समस्या को लेकर सतर्क रहने की ज़रुरत है

दिल्ली के श्री राम कॉलोनी से मोहम्मद शाहनवाज़ , श्रमिक वाणी के माध्यम से बताते है कि दिल्ली एनसीआर में में इस तरह प्रदूषण बढ़ गया है कि साँस लेना मुश्किल हो गया है। फैक्टरियों के कारण ही वायु प्रदूषण फ़ैल रहा है। यह प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है ,इसीलिए मास्क का प्रयोग करे। और प्रदूषण न हो इसके लिए पेड़ लगाए

दिल्ली के श्री राम कॉलोनी से जुबेर खान, श्रमिक वाणी के माध्यम से बताते है कि दिल्ली एनसीआर में जिस तरह से प्रदूषण फैल रहा है ,वो सेहत के लिए खतरनाक है। कई तरह की बीमारी होती है। पेड़ो को काटा जा रहा है ,जो गलत है। लोगों को पेड़ लगानी चाहिए क्योंकि इससे ऑक्सीजन मिलता है ,शुद्ध हवा मिलती है। साथ ही पेड़ो से पानी की कमी भी नहीं होती है

उत्तरप्रदेश राज्य के बाँदा ज़िला से खेम सिंह ,श्रमिक वाणी के माध्यम से बताते है कि प्रदूषण से बच कर रहना है। प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। वायु प्रदूषण से बचने के लिए मास्क का प्रयोग करें