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कापसहेड़ा से हमारे संवाददाता रफ़ी ने दिलीप जी के साथ बातचीत की।इस बातचीत में दिलीप जी ने बताया की ये एक कम्पनी में डेढ़ साल से काम कर रहे थे। इस कम्पनी में ये टेक्सटाइल डिपार्टमेन में डाटा एंट्री का काम करते थे और अपने घर की कुछ परिस्थियों के कारण इन्हे अपने घर जाना पड़ा था।कम्पनी के तरफ से इन्हे कहा गया था की इनका वेतन और इंसेंटिव इनके अकाउंट में चला जायेगा। और जब लौट कर वापस आये तो दिलीप जी को नौकरी से निकल दिया गया और जो 15 दिन काम करके गए थे उसका पैसा भी नहीं दिया गया। ये बार-बार अपने वेतन के बारे जानकारी मांगते है लेकिन इन्हे कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। शुरू में वेतन समय से दिया जाता था। ये अपने पैसे के लिए 20-30 बार फ़ोन भी कर चुके है। साथ ही जो एचआर था उसका ट्रांसफर हो गया है।नया एचआर ने इन्हे थर्ड पार्टी से बात करने के लिए कह दिया। जोइनिंग के समय इन्हे ऑफर लेटर, सैलरी स्लिप और आईकार्ड भी कम्पनी के तरफ से दिया गया है।जब इन्होने घर जाने के लिए छुट्टी लिया तो इनकी छुट्टी मंजूर कर ली गयी थी। लेकिन घर जाने के समय इन्हे मना कर दिया गया की ये घर नहीं जा सकते है। इस कम्पनी में काम करने से पहले ये दो कम्पनी में काम कर चुके थे वहाँ ऐसी कोई मुश्किल नहीं आयी थी।दिलीप जी कहना है की इस सब मामलो में थर्ड पार्टी और कम्पनी दोनों की कमी है
कापसहेड़ा से हमारे संवाददाता नन्द किशोर ने विकाश कुमार सिंह जी के साथ बातचीत की।इस बातचीत में विकाश जी ने बताया की कुछ दिन पहले इनके पास एक कम्प्लेन आयी है की एक बनारस के निवासी है जिनका नाम दिलीप कुमार सिंह है और वो कापसहेड़ा के गली नंबर-2 में रहते है। उनसे सारनपुर के रहने वाले सुरेंदर राघव नाम के व्यक्ति ने दिलीप जी से सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर चार लाख रूपया ले लिए है। इस केस की जाँच विकाश जी अभी कर रहे है।और इनका कहना है की ऐसे ठग लोगों से सावधान रहना चाहिए। घुस लेकर कोई कहीं पर किसी को काम नहीं लगा देगा।
उद्योग विहार से हमारे संवाददाता नन्द किशोर ने साझा मंच के माध्यम से बताया की उद्योग विहार जहाँ पर देश के विभिन्न राज्यों से आये शार्मिक वर्ग जो नोपीनो ऑटो कम्पनी फेज-5 में है यहाँ लगभग 200 से ज्यादा लोग काम करते है।आज यहाँ पर नोपीनो ऑटो कर्मचारी धरने पर बैठे है।और इसका कारण यह है की कम्पनी ने सबको बताया की कम्पनी कई महीनों से घाटे में जा रही है। और किसी को बिना बताये घाटा होने के कारण कम्पनी को बंद करना पड़ा और लोगो से ये भी कहा गया की सभी को हिसाब मिल जायेगा । लोगों का कहना है की पूरी मेहनत से इस कम्पनी में काम किया और आज कम्पनी से अचानक निकल दिया जा रहा है। इन्ही कर्मचारियों की वजह से कम्पनी ने मानेसर उत्तराखंड में कई यूनिटें लगायी है और लोगो से आज ये कहा जा रहा है की कम्पनी घाटे में चल रही है।लोगो का कहना है की उम्र ज्यादा होने के कारण अब कौन काम पर इन्हे रखेगा। अब देखना यह है की सरकार और कम्पनी इनको क्या फायदा देगी जिससे की इन लोगो को फायदा मिल सके।
ग्रेटर नोएडा,से हमारे एक श्रोता साझा मंच मोबाईल वाणी के माध्यम से पूछ रहे है कि अगर किसी कंपनी या फैक्ट्री की जो शिकायत है।और इसका समाधान कहाँ होगा इसके बारे मजदुर भाइयों को जानकारी दी जाये
साझा मंच मोबाईल वाणी के माध्यम से पवन कुमार सिंह बता रहे हैं कि उनके 150 मजदुर पिछले 3 तारीख से कंपनी के गेट पर बैठे हुए हैं। और कंपनी मालिक अन्दर से ताला बंद कर दिया है। वो सभी मजदुर परेशान हैं। कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है और पुरे मजदुर इधर से उधर चक्कर काट रहे हैं पर कुछ भी सुनवाई नहीं हो रही है। मजदूरों ने ये ठाना है की वो अपने बीवी बच्चो को लेकर धरने पर बैठेंगे। और लेबर डिपार्टमेनेट में भी जायेंगे