फरीदाबाद से धनंजय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि ईएसआई में पूरी दवाएं नही मिलती है और अल्ट्रासाउंड के लिए लम्बी डेट दी जाती है
फरीदाबाद जिला के मिलाड कॉलोनी से लता श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि जब वे ईएसआई में जाती हैं वहां उन्हें लाइन लगानी पड़ती है और वहां पे दवाई भी नहीं मिलती है। अगर उनके घर में किसी को गंभीर बीमारी हो जाती है। तो उन्हें इलाज के लिए ईएसआई के चक्कर काटनी पड़ती है। उन्हें बस डेट दिया जाता है उनका काम नहीं होता है।वे मध्यम परिवार के लोग हैं प्राइवेट में इलाज नहीं करवा पाते हैं। लेकिन ईएसआई में इलाज नहीं होता है तो प्राइवेट में जाना पड़ता है।
फरीदाबाद जिला के मिलाड कॉलोनी से रिंकी श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि ईएसआई में इलाज करवाने पर उन्हें बहुत दिक्क्त होती है। कम्पनी छोड़ने के छः महीने तक ईएसआई कार्ड चालु नहीं होती है। उसके बाद जब वे इलाज करवाने जाती हैं तो उन्हें बोला जाता है कि उनका ईएसआई कार्ड बंद है। जबकि छः महीने तक कार्ड चालु रहता है। साथ ही छुट्टी करने पर भी पैसे नहीं मिलते हैं। उन्हें मोबाइल वाणी से मदद चाहिए कि इसके लिए कानून बनाया जाए ताकि वे अपना भविष्य सुधार सके।
फरीदाबाद के मिलाड कॉलोनी से निशा श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि वे जब ईएसआई जाती हैं ,दवा लेने के लिए वहां उन्हें लम्बी लाइन लगानी पड़ती है।
फरीदाबाद जिला के मिलाड कॉलोनी से मुस्कान ने श्रमिक वाणी के माध्यम से बताया कि वे ईएसआई में दवा लेने जाती हैं ,वहां पर उन्हें दवा नहीं मिलती है लम्बी लाइन लगानी पड़ती है। वे चाहती हैं कि उन्हें दवा मिले।
फरीदाबाद जिला के मिलाड कॉलोनी से राम सेही ने श्रमिक वाणी के माध्यम से बताया कि जब वे कम्पनी काम करने जाते हैं वहां पर उनका वेतन आधा दिया जाता है। साथ ही उनकी ईएसआई कार्ड भी नहीं है। इसलिए वे चाहते हैं कि उनकी ईएसआई कार्ड बने ताकि सरकार द्वारा दिया जाने वाला लाभ उन्हें मिल सके।
फरीदाबाद के मिलाड कॉलोनी से श्रमिक वाणी के माध्यम से रमा ने बताया कि वे ईएसआई में अपने बच्चों का इलाज करवाने जाती हैं। वहां उन्हें बहुत लम्बा लाइन लगाना पड़ता है। जिसके कारण उन्हें बहुत दिक्क्त होती है .
फरीदाबाद जिला के मिलाड कॉलोनी से संध्या श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि वे ईएसआई जाती हैं तो उन्हें छुट्टी लेनी पड़ती है। इससे उन्हें परेशानी होती है क्योंकि वे एक मध्यम वर्गीय परिवार से हैं काम नहीं करेंगे तो क्या खायेंगे। इसके लिए उन्हें मदद की जरूरत है।
फरीदाबाद के मिलाड कॉलोनी से श्रमिक वाणी के माध्यम से दिव्या बता रही हैं कि वे ईएसआई जाती हैं तो वहां पर उन्हें लम्बी लाइन लगानी पड़ती है। फिर भी उन्हें दवाई नहीं मिलती है। इसके लिए उन्हें मदद चाहिए
फरीदाबाद के मिलाड कॉलोनी से श्रोता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि ईएसआई में लम्बी लाइन लगती है,दवाएं नही मिलती है और बुरा व्यवहार कर के भगा देते हैं।
