हरियाणा राज्य के झज्जर ज़िला के बहादुरगढ़ से सतरोहन लाल कश्यप ,श्रमिक वाणी के माध्यम से बताते है कि बेरोज़गारी का स्तर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इसका मुख्य कारण हैं , ठेकेदारी प्रथा तथा पीस रेट का प्रचलन । ठेकेदारी प्रथा के चलते ठेकेदार श्रमिकों को उतना ही दिन काम देता है , जब उसे काम मिलता है। जैसे ही काम मिलता है तो श्रमिकों की छटनी कर दी जाती है। इस स्थिति में श्रमिकों का कंपनी में रेगुलर काम करने का सिलसिला खत्म होता जा रहा है। इससे कंपनी मालिकों को कोई नुकसान नहीं है परन्तु इसमें श्रमिकों की हानि है। कंपनी केवल प्रोडक्शन से मतलब रखती है। श्रमिकों को मुश्किल से माह में 15-20 दिन काम मिल पाता है ,बाकी दिन श्रमिक घर में बैठे रह जाते है। हर तरह से श्रमिकों का शोषण हो रहा है ,उनको उनका हक़ और अधिकारी मिल नहीं पा रही है। इससे श्रमिकों की स्थिति ख़राब होती जा रही है। सरकार को इस पर विचार करना चाहिए , ठेकेदारी प्रथा खत्म होनी चाहिए
