दिल्ली से रफ़ी साझा मंच के माध्यम से एक निर्माण मज़दूर से बात कर रहें हैं। इनका कहना है की इन्हें कभी कभी ही काम मिल पाता है और उसपे भी कभी दिहाड़ी पूरी मिलती है तो कभी कुछ कम और इन्हें किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिलता है। इन्हें मज़दूर कार्ड या ई श्रम कार्ड की जानकारी नहीं है. इनका कहना है की ये शिक्षित नहीं हैं ये भी एक कारण ही की किसी योजना से अवगत नहीं हैं. और इनका कहना है की कोरोना के समय में इन्हें काफी समस्या हुई जैसे खाने के लिए लोगों से उधार लेना पड़ा किराया भी देने में समस्या हो रही थी. ये कह रहें हैं की निर्माण चैत्र में सुरक्षा की कोई भी सुविधा नहीं होती है.