उत्तरप्रदेश राज्य के गाज़ियाबाद ज़िला से रवि ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि राज्यों में श्रमिकों की स्थिति ख़राब है और सरकार श्रमिकों पर ध्यान नहीं देते ,केवल अपना फ़ायदा देखते है। राजस्थान में जो ड्यूटी कम दिया गया है लेकिन वेतन जैसा पहले मिलता था वही मिलना चाहिए था। अगर वेतन बढ़ाना ही था तो श्रमिक के फ़ायदे को देखते हुए बढ़ाना था। इसमें श्रमिकों का घाटा ही है। देश में श्रमिकों की जिंदगी नहीं सुधर सकती है सरकार मनरेगा का काम देने की कई बाते किये थे लेकिन आज तक मनरेगा में श्रमिकों को काम मिलते नहीं देखा जा रहा है।