मोबाइल वाणी के साझा मंच पर झारखंड से सर्वेश तिवारी बताते हैं कि जेएसएलपीएस (झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी) नामक ग्रामीण विकास संस्था से जुड़े सदस्यों तथा कम्युनिटी कोऑर्डिनेटर ने संस्था पर कर्मचारियों के शोषण तथा मानवाधिकार हनन का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि मानदेय के नाम पर आठ से 12000 दिए जाते हैं। जबकि इस दौरान कर्मियों के मानसिक, शारीरिक तथा आर्थिक शोषण किए जाते हैं जबकि सुविधाएं मानव अधिकार के नाम पर नगण्य हैं।