गुरुग्राम से सोनू साझा मंच मोबाईल के माध्यम से बता रहे हैं कि लॉक डाउन में हर सरकार ने श्रमिकों को आश्वासन दिया कि आप जहाँ हैं, वहीं रहें, आपको सारी सुविधाएँ मुहैया करवायी जाएँगीं। लेकिन श्रमिकों को कहीं से कोई सुविधा नहीं मिली। मजबूरी में लोगों को तमाम परेशानियों को झेलते हुए अपने घरों को जाना पड़ा। इनकी बाद का समर्थन करते हुए एक कामगार आरती भी बता रही हैं कि आवेदन करने की सारी प्रक्रिया के बाद भी इन्हें सिर्फ़ इसलिए राशन नहीं मिला, क्योंकि इनका आधार कार्ड हरियाणा का न होकर बिहार का था।