झारखंड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के दारू प्रखंड से बलराम शर्मा मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। जहाँ धान की खेती सबसे अधिक की जाती है। उदाहरण स्वरूप हज़ारीबाग़ जिला में धान की खेती सबसे अधिक मात्रा में की जाती है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण योगदान किसान भाई का होता है जो सबसे उन्नत किस्म का बीज एवं खाद का चयन करते हैं। जिससे उपज में बढ़ोत्तरी होती है। कई किसान खेती करने से पहले खेतों में कृत्रिम खाद,गोबर,समयानुसार खेतों में किटनाशक दवाईयों का छिड़काव करते हैं। इससे खेतों में किसी भी प्रकार का कीड़ा नहीं लगता है। जिससे धान का ऊपज अधिक मात्रा में होता है। अतः धान का ऊपज बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा प्रत्येक गांव में जा कर धान की खेती से सम्बंधित किसानों को जानकारी देनी चाहिए। चूँकि आज के आधुनिक युग में नए-नए नियमों से खेती की जाती है। उन जानकारियों को प्राप्त कर किसान और अधिक मात्रा में धान का ऊपज बढ़ा सकेंगे।
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झारखंड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के दारू प्रखंड से बलराम शर्मा मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताते हैं कि गर्मी के मौसम आते ही सभी क्षेत्रों में पानी की किल्ल्त होने लगती है।और यह धीरे धीरे गंभीर समस्या का रूप धारण करते जा रहा है।इस समस्या को देखते हुए हम सभी जल संरक्षण की बात करते हैं, लेकिन यह बात वहीँ तक सिमित रह जाती है। लोग अपने जीवन में कही हुई बात को अम्ल नहीं कर पाते हैं।यही वजह है कि लोग अपने स्तर पर जल का संरक्षण नहीं कर पाते हैं।अगर हम चाहें तो जल का संरक्षण करने के कई तरीके हैं जैसे- वर्षा के जल को हार्वेस्टिंग विधि द्वारा संरक्षित कर भूमिगत जलस्तर को बढ़ाना चाहिए।साथ ही लोग अपने दैनिक कार्यों में भी बेवजह पानी की बरबादी करते हैं उसके बारे में भी उन्हें विचार करना चाहिए। उन्होंने बताया कि जल को बचाने के लिए सरकार द्वारा एक मुहीम चलाई गई जो काफी सराहनीय रहा। सरकार द्वारा हज़ारीबाग़ के कई प्रखंडों में डोभा का निर्माण करवाया गया।चापाकल के निर्माण से भूमि के जल का श्रोत काफी नीचे चला जाता है। इसलिए कम से कम चापाकल का निर्माण करना चाहिए तथा अधीक से अधिक कुआँ का निर्माण करना चाहिए। जिससे जल का स्तर ऊपर ही रहे।
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जिला हजारीबाग,प्रखंड दारु से संतोष कुमार जी मोबाईल वाणी के माध्यमसे बता रहे है की हजारीबाग के तातिजेरिया प्रखंड के जरिया गाँव में बिरहोर जन-जाति के लोग बसे हुए है। यहाँ पर जो बिरहोर जाति के लोग बसे हुए है उनके मकान टूट चुके है वो मचान बनाकर अपना जीवन बिता रहे है लेकिन सरकार आजतक इनकी कोई मदद नहीं कर पा रही है।इसी गाँव के एक निवासी राजन राम जी से बात-चीत के द्वौरान बताया की बारिश और तूफान से इनके घर गिर चुके है इनलोगो को काफी परेशानियों का सामना कर पड़ रहा है इन लोगो ने सरकार से कॉलोनी की भी मांग की है लेकिन सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है।यहाँ पर काफी गरीबी छाई हुई है। बच्चे पढ़ने के लिए स्कूल भी नहीं जाते है और ना ही इनको कोई सुविधा मिली है। जिस कारण इनकी संख्या कम होती जा रही है।दोस्तों अगर आपके पास भी इस तरह की कोई जानकारी या विचार है ,तो हमारे साथ जरूर बांटे इसके लिए मिस्ड कॉल करें हमारे निःशुल्क नंबर -08800097458 पर।
दारू प्रखंड,जिला हजारीबाग से संतोष कुमार जी बताते हैं कि दारू प्रखंड स्थित सोंदिया जंगल से आदिवासी समुदाय द्वारा जंगली जानवरों जैसे खरगोश एवं जंगली सुवर आदि को मारा जाता हैं . आदिवासी समुदाय इन जानवरों को मार कर भोजन के लिए इस्तेमाल करते हैं . अत : सरकार को जंगली जानवरों को सुरक्षित करने हेतु ध्यान देना चाहिए और आदिवासी समुदाय द्वारा जंगली जानवरों का जो शिकार किया जा रहा है उस पर रोक लगाना चाहिए .
जिला हजारीबाग, से संतोष कुमार जी मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रहे है की हजारीबाग के तातिजेरिया प्रखंड के होटलों में छोटे-छोटे बच्चे काम कर रहे है 10 से 12 साल के बच्चे काम कर रहे है। इन बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़ हो रहा है होटल के मालिक बच्चों से काम करवाते है जो की असहनीय है। इन बच्चों को शिक्षा नहीं मिल रही है जिसके कारण बच्चे बर्बाद हो रहे है 18 साल से नीचे के जो बच्चे होटलों में काम कर रहे है प्रशासन उनपर कोई करवाई नहीं कर पा रही है। दोस्तो अगर आप भी इसी तरह की ख़बरें हमारे साथ बाटना चाहते है तो कॉल करे ,हमारे नि:शुल्क नंबर 08800097458 पर।
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June 14, 2016, 6:06 a.m. | Location: 10: JH, Dhanbad, Baghmara | Tags: int-CP personal expressions child rights song | Category: Social Issues