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झारखण्ड राज्य के धनबाद जिला बाघमारा प्रखंड के रमली पंचायत से मनोहर महतो झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि पंचायतों में स्वास्थ्य सम्बंधित किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं है। वहीँ पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य सम्बंधित समय समय पर ब्लीचिंग पॉवडर का छिड़काव ,नालियों एवं कूड़ों की साफ़ सफाई नहीं की जाती है। इस व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पंचायत स्तर से ब्लीचिंग पॉवडर का छिड़काव किया जाना चाहिए। जिससे गाँव में किसी प्रकार की बिमारी एवं महामारी से मुक्त रह सके।अतः कोरोना वायरस जैसी खतरनाक महामारी से बचाओ के लिए पंचायत स्तर पर स्वच्छता को लेकर कार्य किया जान चाहिए।
झारखंड राज्य के धनबाद जिला के बाघमारा प्रखंड के ग्राम धारजोरी निवासी मनोहर महतो ,झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि छात्र छात्राओं को अपनी शिक्षा पूरी करने हेतु आर्थिक सहायता के रूप में सरकार द्वारा छात्रवृत्ति की राशि उनके बैंक खाते में दी जाती है।इसके लिए विद्यार्थियों को ऑनलाइन आवेदन करना पड़ता है। बाघमारा प्रखंड के कई छात्र छात्राओं ने छात्रवृत्ति फॉर्म भर कर ऑनलाइन पोर्टल में अपलोड भी किया। लेकिन दुबारा विद्यार्थी अपना फॉर्म चेक करने के लिए जब साईट खोले तो एक बार भी साईट नहीं खुला। इस विषय में छात्र- छत्राओं ने बताया कि यदि साईट खुलता तो वे जो भी त्रुटियाँ है या कोई ज़रूरी कागज़ात जिसे उपलोड करने की जरूरत है वो पूरा कर लेते और उन्हें आसानी से छात्रवृति की राशि प्राप्त हो जाती। लेकिन पोर्टल नहीं खुलने के कारण हज़ारों विद्यार्थी कई दिनों से परेशान हैं। जबकि विद्यार्थी प्रखंड स्तर तथा ज़िला स्तर से भी प्रयास कर चुके हैं लेकिन कोई सफल परिणाम उन्हें नहीं मिल पाया है।
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झारखण्ड राज्य के धनबाद जिला से राधू राय मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि महिलाओ को अभी तक पूर्ण अधिकार नहीं मिल पाया है। आज भी महिलाओ के साथ लगातार शोषण में वृद्धि ही होती नज़र आती है।इसके कारण महिलाएं घर से बाहर कदम नहीं निकाल पा रही है और महिलाओं के मन में हमेशा एक भय बना रहता है।आज स्थिति यह है कि महिलाएं किसी भी जगह पर खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर पाती है। हलाकि आज हमारे देश में महिला हिंसा को रोकने के लिए कानून तो बने हैं लेकिन सभी क़ानूनी नियम कारगर साबित नहीं हो रहे है। अतः सरकार द्वारा और कोई सख्त कानून बनाने की आवश्यकता है।एवं जो कानून बनाये गएँ है उसे सख्ती से लागु किया जाना अति आवश्यक है तभी जाकर महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा को रोका जा सकता है