दुमका से शैलेन्द्र सिन्हा साथ में लोक प्रेरणा के अध्यक्ष सतीश कर्ण झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि पेशा कानून को लेकर पेयजल एवं स्व्च्छता को विभाग कि दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे ग्राम प्रधानो और जनप्रतिनिधियो,मुखिया द्वारा पेयजल एवं स्वच्छता का कैसे उपयोग कर रहे है.
दुमका से शैलेन्द्र सिन्हा साथ में रानेस्वर प्रखंड कि जिला परिषद् अध्यक्षा मित्रा सोरेन झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि समस्याए बहुत है पंचायत चुनाव के 3 वर्ष बित जाने के बाद अभी तक जितने अधिकार मिलने चाहिए उतने नहीं मिले है जैसे कि कहती है कि चापाकल नहीं बना है पर पेपर में दिखाया जा रहा है कि चापाकल बना दिया गया है ठीक उसी प्रकार इन्होने ट्रांसफार्मर का पेपर बढ़ा दिया है पर अभी तक उस स्थान में ट्रांसफार्मर नहीं लगा है अत:सोरेन जी कहती है कि अधिकारो का सही से नहीं मिलने से कार्य में परेशानियां आती है जनता को भी काफी आशाये होती है कि जिला परिषद् कि अध्यक्षा कुछ करेंगी पर कार्य नहीं होने से वे समझते है कि कुछ नहीं नहीं कर रही है.
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.
दुमका से शैलेन्द्र सिन्हा साथ जिला गव्य विकास पधाधिकारी शम्मी कपूर झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी दे रहे है कि आज गव्य विकास द्वारा आयोजित बायफ कार्यक्रम में मुख्यमन्त्री हेमंत सोरेन शामिल हुए जिसमे उन्होने दुमका जिले में गव्य विकास के तहत कई गायो और पशुओ का वितरण किया गया,साथ में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले को प्रमाण पत्रो का, बीज का वितरण किया गया.
दुमका से शैलेन्द्र सिन्हा साथ में श्री प्रियनाथ पाठक झारखण्ड मोबाइल वाणी पर जानकारी दे रहे है कि मसानजोड़ डैम बनने के दौरान 144 मौजा के लोग विस्थापित है मसानजोड़ डैम करीब 1955-1956 में बना था मसानजोड़ डैम किसान संघर्ष समिति ने 12 अक्टूबर को विस्थापन को लेकर रैली और धरना प्रदर्शन करने का निश्चय किया है इनके सचिव कहते है कि 58 वर्ष का खेती बर्बाद हुआ है और सरकार 58 वर्षो में 20 वर्षो को फसल क्षतिपूर्ति दिया है और 38 वर्षो का बाकि है मुख्यमंत्री दुमका आये हुए थे और दुमका के रानेस्वर प्रखंड में मसान जोड़ के विस्थापितो से मिले जिसके बारे में सचिव मसानजोड़ डैम किसान संघर्ष समिति के श्री प्रियनाथ पाठक जी कहते है कि वे संघठन को तोड़ने कि कोशिश कर रहे है उन्हें हमसे बात करनी चाहिए।
