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दुमका:लाखिंदर मंडल झारखण्ड मोबाइल वाने के माध्यम से यह सन्देश दे रहे है कि आज दुमका नाला मुख्य मार्ग के मुख्य चौक के सामने एक ट्रक और डम्पर की आमने सामने भिडंत हो गई।जानकारी के मुताबिक डम्पर झारखण्ड के JH 04 0635 है।HR 38 H 7198 बहरामपुर पशिम बंगाल से झारखण्ड से सरवन जाने के क्रम में टक्कर हो गई है। पुलिस ने दोनों वाहनों को जब्त कर लिया है तथा आगे की करवाई कर रही है।

जिला दुमका से जीतेन्दर भगत मोबाईल वाणी के माधयम से बताते हैं पिछले चार पांच दिनो से बिजली की स्थिति काठीकुंड में इतनी लड़खड़ा गई है की बिजली 24 घंटे के बदले 1 घंटे ही रहती है,और यह ललमटिया में पॉवर ग्रिड की गिरने से लाईन की सप्लाई नहीं हो रही है,लेकिन बिजली बोर्ड अभी तक यह नहीं बता पाए है की यह खामिया कब तक ठीक होगी,इसकी जिम्मेदारी बिजली बोर्ड नहीं लेना चाहती हैं,जिससे आम जनता को बहुत परेसानी हो रही है,सरकार को इसे जल्द से जल्द ठीक करना चाहिए।

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लखन लाल दुमका,काठीकुंड से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की गर्मी का दिन है और बिजली नदारत रहती है लोग गर्मी से परेशान है सम्बंधित विभाग 24 घंटे में से 7 घंटे भी बिजली नहीं देता।अत:सरकार से अनुरोध है की सही से बिजली सप्लाई की जाए.

लखन लाल दुमका,काठीकुंड से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की साइमन जिले के जज ने बिहार में किया आत्मसमर्पण।आरोपी नवादा जिले के रहने वाले है और उन्हें दो अरोपो में जमानत दिया गया है.

दुमका से अवनीश कुमार झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहते है की सभी पंचायतो के आँगन बाड़ी में कोई भी सुविधा नहीं है न तो सेविका यहाँ उपस्तिथ रहती है और न ही यहाँ के बच्चो को खाना दिया जाता है इन्होने कहा यहाँ गर्भवती महिलाओ को भी कोई सुविधा नहीं दी जा रही है। और इसकी जाँच करने वाला भी कोई नहीं है

दुमका:कुंदन कुमार झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से यह जानकारी दे रहे है कि राज्य में सरकारी स्कूल, कॉलेज में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात तो होती है पर बिना शिक्षक के नहीं की जा सकती क्योंकि वे शिक्षक विहीन है। राज्य में प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में कुल 13 वर्षों में 11000 शिक्षको की नियुक्ति हुई है,230 2 उच्च विद्यालय में कुल 131 विद्यालय में चार विषयों के शिक्षक नहीं है। 1232 अपग्रेडेड स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं है। राज्य में सिक्षा अधिकार अधिनयम का भी हाल ख़राब है। बच्चो को समय पर किताब नहीं मिलती है।निजी स्कूलों में BPL बच्चों का निर्धारित माप दंड के अनुसार नहीं होता है।इन सब बातों पर सरकार को ध्यान देना चाहिए।