समाधान आपके द्वार योजना के अंतर्गत लोक अदालत/शिविर संपन्न ======================== मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के आदेशानुसार प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण छिंदवाड़ा श्री जितेंद्र कुमार शर्मा के निर्देशन में जिला न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती सविता ओगले के मार्गदर्शन में आज ‘‘समाधान आपके द्वार’’ योजना के अंतर्गत संपूर्ण जिले में लोक अदालत/शिविर संपन्न हुआ। इस लोक अदालत/शिविर में राजस्व, पुलिस, वन, विद्युत एवं नगरीय निकाय विभाग के शमनीय आपराधिक मामलों, न्यायालयों में प्रचलित राजीनामा योग्य मामलों और प्री-लिटिगेशन मामलों के 27 हजार 413 प्रकरणों का सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में आपसी समझौते से निराकरण किया गया। साथ ही वन, विद्युत और नगरीय निकाय विभागों द्वारा एक करोड़ 2 लाख 90 हजार 456 रूपये की वसूली की गई। जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री विजय कुमार खोब्रागड़े ने बताया कि इस लोक अदालत/शिविर में विभिन्न न्यायालयों में लंबित 160 आपराधिक, 1261 राजस्व और 196 अन्य प्रकरणों का निराकरण किया गया। इसी प्रकार प्री-लिटिगेशन प्रकरणों में 231 आपराधिक, 502 राजस्व व 640 पुलिस विभाग के प्रकरणों का निराकरण किया गया। साथ ही वन विभाग द्वारा 5 प्रकरणों में 9456 रूपये, विद्युत विभाग द्वारा 2108 प्रकरणों में 98 लाख 64 हजार रूपये और नगरीय निकाय विभाग द्वारा 110 प्रकरणों में 4 लाख 17 हजार रूपये की वसूली कर प्रकरणों का निराकरण किया गया तथा अन्य प्रकृति के 22 हजार 200 प्रकरणों का भी निराकरण किया गया।

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सौंसर नगर में मोहगांव मार्ग स्थित एक लाॅज में आकर ठहरा ज्योतिषाचार्य लोगों का भविष्य बताते रहा लेकिन गुरूवार को उसके भविष्य में क्या होने वाला है वह नहीं जान पाया। तर्कशील विचार समिति के साथ ग्राम वाणी, मोबाइल वाणी और विवेकवादी कार्यकर्ताओं ने लाॅज में पहुंचकर ज्योतिषी का सच जाना और पुलिस को शिकायत की, जिस पर पुलिस ने ज्योतिषी पंडित अक्षद जोशी को अपने कब्जे में लिया। इस दौरान ज्योतिषी के सहयोगी साथी लाॅज से भाग गए। समिति की शिकायत पर ज्योतिषी के खिलाफ मामला कायम किया। अपने आप को शिर्डी शहर से आना बता कर ज्योतिषी ने लाॅज में कमरा लेकर यहा ज्योतिष्य देखना शुरू किया। प्रचार के लिए शहर और गांवों में पर्चे बांटे। इस में लिखा था कि ज्योतिषी हस्तरेखा, चेहरा व फोटो देखकर भविष्य बताते है। इस के अलावा जीवन में जुड़ी अन्य समस्याओं का भी निराकरण करते है। ज्योतिषी सिफ तीन सवाल का ही जबाब देंगे। और इस के लिए 51 रू. दक्षिणा देना होगा। ज्योतिष को मिल चुके लोगों की माने तो ज्योतिषी सिर्फ नाम की 51 रू फीस रखी थी, वह संबंधित को अंधविश्वास और जीवन का भय बता कर पुजा व अन्य क्रिया विधि की नाम में मनचाही रकम वसूल रहा था। गुरूवार को समिति कार्यकर्ताओं को इस की जानकारी मिली। इस पर शुक्रवार को कार्यकर्ताओं ने ज्योतिषी को ट्रैप करने का प्लान तैयार किया। समिति के अलावा विवेवादी संगठनों के कार्यकर्ता भी इस प्लान में शामिल हुए। ऐसे किया ट्रैप समिति के कार्यकर्ता अपना नाम व पहचान छुपाकर ज्योतिषी से मिलने पहुंचे। सबने तीन-तीन सवाल ज्योतिषी से पुछे। एक कार्यकर्ता ने मृत्य व्यक्ति का फोटो दिखा कर भविष्य पुछा तो ज्योतिषी ने उसे जींदा होना बताया। चेहरा देखकर भविष्य जानने की बात कहने पर ज्योतिषी बगले झटकने लगा। ज्योतिषी को सवाल कर रहे लोगों द्वारा झूठी जानकारी रखी जा रही यह भी ज्योतिषी जान नहीं पाया और अपने शब्दजाल में फंसाने लगा। मुझे ट्रैप किया जा रहा समझ में आने पर ज्योतिषी ने लाॅज से भागने का प्रयास किया लेकिन कार्यकर्ताओं से उसे घेरकर रखा और पुलिस को सूचना दी। कार्यवाही यह हुए शामिल तर्कशील विचार समिति के सचिव पीकेएस गुर्वे, ग्रामवाणी से मैनेजर दिनकर पातुरकर, तेली साहु महासंगठन दिल्ली की राष्ट्रीय अपर महामंत्री रत्नमाला पीसे, विवेकवादी कार्यकर्ता अभिजीत रंगारे, मोबाइलवाणी से जिला समन्वयक सुरभी यादव, विवेकवादी गणेश ढोके, अंकित धामनकर, विजय धुंडे, प्रांजली पातुरकर, मिराबाई भक्ते, एकनाथ गुर्वे, वासुदेव बुले और अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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महाराष्ट्र में BJP विधायक टी राजा सिंह की 'हिंदू जन आक्रोश रैली' कैंसिल,

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घरेलू हिंसा सभ्य समाज का एक कड़वा सच है।आज भले ही महिला आयोग की वेबसाइट पर आंकड़े कुछ भी हो जबकि वास्तविकता में महिलाओं पर होने वाली घरेलु हिंसा की संख्या कई गुना अधिक है। अगर कुछ महिलाएँ आवाज़़ उठाती भी हैं तो कई बार पुलिस ऐसे मामलों को पंजीकृत करने में टालमटोल करती है क्योंकि पुलिस को भी लगता है कि पति द्वारा कभी गुस्से में पत्नी की पिटाई कर देना या पिता और भाई द्वारा घर की महिलाओं को नियंत्रित करना एक सामान्य सी बात है। और घर टूटने की वजह से और समाज के डर से बहुत सारी महिलाएं घरेलु हिंसा की शिकायत दर्ज नहीं करतीं। उन्हें ऐसा करने के लिए जो सपोर्ट सिस्टम चाहिए वह हमारी सरकार और हमारी न्याय व्यवस्था अभी तक बना नहीं पाई है।बाकि वो बात अलग है कि हम महिलाओं को पूजते ही आए है और उन्हें महान बनाने का पाठ दूसरों को सुनाते आ रहे है। आप हमें बताएं कि *-----महिलाओं के साथ वाली घरेलू हिंसा का मूल कारण क्या है ? *-----घरेलू हिंसा को रोकने के लिए हमें अपने स्तर पर क्या करना चाहिए? *-----और आपने अपने आसपास घरेलू हिंसा होती देखी तो क्या किया?

मध्य प्रदेश राज्य के छिंदवाड़ा जिले से योगेश मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि, प्रदेश में किसानों को की गिरफ्तारी के साथ-साथ हो रहे अन्याय और उनकी मांगों को लेकर डॉक्टर सुनीलाल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सरकार से गुहार लगाकर उनकी रिहाई की मांग की गई है।