सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा मुर्गीपालन में रानी खेत बीमारी के सम्बन्ध में जानकारी दे रहे हैं। सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें 

2024 के आम चुनाव के लिए भी पक्ष-विपक्ष और सहयोगी विरोधी लगभग सभी प्रकार के दलों ने अपने घोषणा पत्र जारी कर दिये हैं। सत्ता पक्ष के घोषणा पत्र के अलावा लगभग सभी दलों ने युवाओं, कामगारों, और रोजगार की बात की है। कोई बेरोजगारी भत्ते की घोषणा कर रहा है तो कोई एक करोड़ नौकरियों का वादा कर रहा है, इसके उलट दस साल से सत्ता पर काबिज राजनीतिक दल रोजगार पर बात ही नहीं कर रहा है, जबकि पहले चुनाव में वह बेरोजगारी को मुद्दा बनाकर ही सत्ता तक पहुंचा था, सवाल उठता है कि जब सत्ताधारी दल गरीबी रोजगार, मंहगाई जैसे विषयों को अपने घोषणापत्र का हिस्सा नहीं बना रहा है तो फिर वह चुनाव किन मुद्दों पर लड़ रहा है।

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ अशोक झा ऑर्गेनिक बीज उपचार विधि के बारे में जानकारी दे रहे हैं। सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

आज का दिन है बड़ा महान बनकर सूरज चमका इक इंसान कर गए सबके भले का ऐसा काम बना गए हमारे देश का संविधान जी हाँ दोस्तों,न्यायविद, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक के रूप में पहचाने जाने वालें बाबा साहेब डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल को मनाई जाती है। डॉ. बी.आर. अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू में हुआ था. बाबासाहेब संविधान निर्माता और आजाद भारत के पहले कानून मंत्री भी थें. देश में उनके योगदान को देखते हुए हर साल उनके जन्मदिन को अंबेडकर जयंती के रूप में मनाया जाता है बाबासाहेब अंबेडकर को भारतीय संविधान का जनक कहा जाता है क्योंकि उन्होंने भारत की स्वतंत्रता के बाद देश के संविधान का निर्माण किया। यह संविधान एक लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष देश के रूप में भारत की नींव रखता है। बाबासाहेब अंबेडकर एक महान शिक्षाविद, अर्थशास्त्री, समाज सुधारक और राजनीतिक नेता भी थे जिन्होंने अछूतों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया और उन्हें भारतीय समाज में मुख्यधारा में शामिल करने के लिए काम किया। तो आइए श्रोताओं हम सब मिल कर बाबासाहेब अंबेडकर के बनाये गए संविधान का पालन करे और उनके आदर्शो पर चलने का प्रयास करे। मोबाइल वाणी के पुरे परिवार की ओर से बाबासाहेब अंबेडकर की जयंती पर उन्हें शत शत नमन अर्पित करता है।

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा नैनो यूरिया के उपयोग करने के दिशा निर्देश तथा सावधानियां के सम्बन्ध में जानकारी दे रहे है अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें 

नमस्कार आदाब श्रोताओं मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है रोजगार समाचार यह नौकरी उन लोगों के लिए है जो मध्यप्रदेश ग्वालियर में गर्ग केमिकल कंपनी में स्टोर असिस्टेंट के पद पर काम करने के लिए इच्छुक हैं। वैसे उम्मीदवार इन पदों के लिए आवेदन कर सकते है जिन्होंने उच्चतर माध्यमिक 12वीं पास किया हो  या फिर किसी भी विश्वविद्यालय से स्नातक किया हो । इस पद के लिए आवेदनकर्ता को अंग्रेजी भाषा की अच्छी समझ होनी चाहिए और साथ ही कंप्यूटर की जानकारी भी होनी चाहिए । इस पद के लिए वेतनमान 15,000.00 - ₹18,000.00 प्रतिमाह दिया जाएगा । साथ ही उम्मीदवार के पास अपना दोपहिया वाहन और वैध ड्राइविंग लाइसेंस होना चाहिए। इच्छुक उम्मीदवार किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं नंबर है  - +91 7024112841.और अपना बायोडाटा भेज सकतें हैं या फिर आप कंपनी के पते पर भी जा कर अपना साक्षात्कार दे सकते हैं कंपनी का पता है - गर्ग केमिकल कंपनी ए-14 महाराजपुरा औद्योगिक क्षेत्र, पिंटो पार्क ग्वालियर के पास.   तो साथियों,अगर आपको यह जानकारी लाभदायक लगी, तो मोबाइल वाणी ऐप पर लाइक का बटन दबाये साथ ही फ़ोन पर सुनने वाले श्रोता 5 दबाकर इसे पसंद कर सकते है। नंबर 5 दबाकर यह जानकारी आप अपने दोस्तों के साथ भी बाँट सकते हैं।

महिलाओं की लगातार बढ़ती हिस्सेदारी और उसके सहारे में परिवारों के आर्थिक हालात सुधारने की तमाम कहानियां हैं जो अलग-अलग संस्थानों में लिखी गई हैं, अब समय की मांग है कि महिलाओं को इस योजना से जोड़ने के लिए इसमें नए कामों को शामिल किया जाए जिससे की ज्यादातर महिलाएं इसका लाभ ले सकें। दोस्तों आपको क्या लगता है कि मनरेगा के जरिए महिलाओँ के जीवन में क्या बदलाव आए हैं। क्या आपको भी लगता है कि और अधिक महिलाओं को इस योजना से जोड़ा जाना चाहिए ?

आपका पैसा आपकी ताकत की आज की कड़ी में हम सुनेंगे अपने श्रोताओं की राय