प्लस टू उच्च विद्यालय जलालपुर में ग्रामीणों ने जड़ा ताला, एच एम पर लगाया विद्यालय के सामान चोरी का आरोप। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

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प्राप्त जानकारी के अनुसार इन दिनों समस्तीपुर जिले के मोहिउद्दीन नगर सी.एच.सी में एंबुलेंस कर्मी, पोषण कर्मी समेत प्रसव कर्मियों द्वारा मरीज के साथ दोहन कर धन उगाही करने का मामला प्रकाश में आया है । बताया जा रहा है कि मोहिउद्दीन नगर सी.एच.सी के एंबुलेंस कर्मी,पोषण कर्मी समेत बड़े पैमाने पर प्रसव के दौरान मातृत्व जननी के परिजनों के साथ प्रसव के दौरान महिला स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा जबरन परिजनों से दवा के नाम पर मोटी रकम वसूली जा रही है । जहां स्वास्थ्य प्रशासन इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं । सरकारी अस्पताल में आने वाले गरीब लाचारी व बेबसी मरीजों को मजबूर कर परिजनों की एक न सुनते हुए भ्रष्टाचार में संलिप्त स्वास्थ्य कर्मी बिना डर भय को धमकी भरे लफ्जों के साथ परिजनों से जबर्दस्ती धन उगाही किया जा रहा है । वहीं इस मामले में चिकित्सा प्रभारी एवं स्वास्थ्य प्रबंधक से संपर्क कर जानकारी दी गई तो इस मामले में उक्त कर्मियों पर कार्यवाही करने के सिर्फ आश्वासन पर ही आश्वासन दिया जाता है जबकि उक्त कर्मियों पर अभी तक किसी भी तरह की कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। इससे साबित होता है कि उक्त स्वास्थ्य केंद्र के सभी कर्मी भ्रष्टाचार में संलिप्त है और कुछ भी बोलने से बच रहें हैं।अब देखने वाला बात यह होगा कि इस खबर पर सीएस या डीएम इस मामले को लेकर कब तक भ्रष्ट स्वास्थ्य कर्मियों पर कार्यवाही कर पाते हैं या नहीं ।

विद्यापतिनगर प्रखंड के मऊ धनेशपुर गांव के एक किसान से जमीन के दाखिल-खारिज करने के लिए हल्का कर्मचारी द्वारा रिश्ता मांगने का मामला प्रकाश में आया है, इस बाबत अंचल क्षेत्र के मऊ धनेशपुर निवासी किसान विशाल कुमार ने जिलाधिकारी समस्तीपुर को एक पत्र लिख कर संबंधित कर्मचारी द्वारा 10 हजार रुपए मांगने तथा नहीं देने पर दाखिल-खारिज नहीं करने की शिकायत की है। इस संबंध में जानकारी देते हुए पीड़िता विशाल कुमार ने बताया कि मैंने केवला जमीन के दाखिल-खारिज के लिए अंचल कार्यालय विद्यापतिनार में ऑनलाइन आवेदन किया था,‍ जिसका केस नंबर 397/23-24 है। आवेदन करते समय मेरे द्वारा सभी आवश्यक कागजात जमा कराया गया था, परन्तु आवेदन करने के 10 दिन पश्चात् हल्का कर्मचारी सपना कुमारी द्वारा मुझ से इस कार्य के लिए 10 हजार रुपए की मांग की गई तथा कहा गया कि राशि जमा नहीं करने पर किसी भी सूरत में दाखिल-खारिज नहीं होगा। श्री ‌कुमार ने बताया कि उक्त कर्मचारी द्वारा धमकी भी दी गई कि तुम्हें जहां शिकायत करना है, कर सकते हो परन्तु तुम्हारा काम नहीं होगा। उधर संबंधित कर्मचारी सपना कुमारी ने बताया कि मुझ पर लगाया गया सभी आरोप झूठा तथा बेबुनियाद है, मुझ से विशाल कुमार न तो कभी मिले हैं और न ही ऐसा कोई मामला मेरे संज्ञान में है। विदित हो कि तब से लेकर आज तक पीड़ित किसान विशाल कुमार कार्यालयों का चक्कर लगा रहे हैं, परन्तु संबंधित विभाग द्वारा अब तक उनके काम पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जो अंचल कार्यालय में चल रहे बड़े भ्रष्टाचार की ओर संकेत करता है।इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

विद्यापतिनगर प्रखंड क्षेत्र के घमनी पोखर पर सरकारी पैसों से बने गोदाम वर्षों से खाली पड़े हैं। 2014 में लाखों की लागत से बने गोदाम का उपयोग में आसपास के लोग पशुओं का चारा रख उपयोग कर रहे हैं। इस गोदाम की व्यवस्था ठीक करने की जगह भवन प्रमंडल विभाग ने दूसरा नया गोदाम बना दिया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

विद्यापतिनगर प्रखंड के बढ़ौना पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या 4 मोहनपुर मोहल्ला के समीप पोखर पर सड़क सुरक्षा के लिए बनाई गई दीवार शनिवार की रात अचानक धराशाही हो गई । मनरेगा के तहत वित्तीय वर्ष 2018-19 में तत्कालीन मुखिया के द्वारा 4 लाख 86 हजार की राशि से पोखर के पूर्वी छोर पर सड़क सुरक्षा दीवार का निर्माण कराया गया था, उसी दीवार पर वर्तमान मुखिया द्वारा सौन्दर्यीकरण का काम किया जा रहा था। स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले कई दिनों से पोखर पर सीढ़ी निर्माण एवं सौंदर्यीकरण का काम कराया जा रहा है, नीचे की दीवार कमजोर होने एवं मिट्टी भराई के बाद उत्पन्न दबाव को दीवार सह नहीं सका और शनिवार की देर रात धराशाही हो गया । मनरेगा के परियोजना पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि वर्ष 2018-19 में मनरेगा के तहत सड़क सुरक्षा दीवार का निर्माण कराया गया था, वर्तमान में उक्त पोखर पर मनरेगा के तहत कोई कार्य नहीं कराया जा रहा है ।

विद्यापतिनगर प्रखंड क्षेत्र में अन्नदाताओं को खाद के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। एक तरफ किसानों को खाद नहीं मिल रही है, तो दूसरी तरफ प्रखंड में खुलेआम खाद की कालाबाजारी की जा रही है. जो किसान महंगे दामों में खाद खरीद रहे हैं, सिर्फ उन्हें ही खाद दी जा रही है. किसानों का आरोप है कि वो ज्यादा दाम पर यूरिया लेने को मजबूर हैं.खाद की किल्लत से किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. रवि फसल की बुवाई के बाद किसान अपने खेतों में गेहूं की पहली पटवन के बाद खाद खरीदने के लिए बाजारों में दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं, बाजारों की कई दुकानों में खाद की कालाबजारी हो रही है. 400 रुपए प्रति बैग की दर से दिनभर खाद दी जा रही है. लेकिन कोई भी प्रशासनिक पदाधिकारी इस पर संज्ञान नहीं लेता. किसानों ने बताया कि सेवा सहकारी समितियों पर यूरिया का खाद का कटा ₹270 में मिलता है, जबकि दुकानों पर 300 से 400 के बीच में मिलता है। उनके साथ अन्य प्रोडक्ट भी खरीदने पर मजबूर करते हैं।खबर सुनने के लिए ऑडियो क्लिक करें। 

बिहार राज्य के समस्तीपुर जिला के ग्राम विक्रमपुर ,बड़ाकमोरवा पोस्ट सारनपुर से झुन झुन कुमार ,मोबाइल वाणी के माध्यम से यह कहते हैं कि उन्होंने एक साल पहले राशन लेने के लिए आवेदन भरकर और पाँच हजार रूपए जमा किया था। लेकिन अभी तक राशन कार्ड बनकर नहीं आया है

विद्यापतिनगर। कृषक को खाद बीज को लेकर परेशानी नहीं हो, समय पर उचित दामों पर खाद बीज दुकानों से मिले। जिसको लेकर प्रखंड कृषि पदाधिकारी श्रवण कुमार की अध्यक्षता में बीडीओ, सीओ एवं विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रखंड अध्यक्ष की उपस्थिति में प्रखंड कार्यालय में शनिवार को उर्वरक निगरानी समिति की बैठक आयोजित की गई। प्रखंड में उर्वरक की उपलब्धता एवं वितरण पर चर्चा की गई। सभी पैक्सों की अनिवार्य रूप से उर्वरक लाइसेंस लेने के लिए भी चर्चा किया गया। उर्वरक का लाइसेंस लेने हेतु आत्मा द्वारा प्रशिक्षण की भी जानकारी दी गई। जिसमें प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न जगहों पर खाद-बीज दुकान पर किसान को समय पर उचित दामों में खाद-बीज मिलने तथा कोई भी दुकान संचालक खाद की कालाबाजारी करने व अधिक दामों में बेचने और स्टॉक में उर्वरक उपलब्ध रहने के बाद भी कृषकों को नहीं देने पर उसकी जानकारी कृषि पदाधिकारी को देने की बात कही। कृषि पदाधिकारी ने कहा कि ऐसे दुकानदारों के खिलाफ पदाधिकारी त्वरित कार्रवाई की जाएगी। मौके पर जिला परिषद सदस्य अरुण कुमार सिंह, संजय सिंह सहित सम्मानित किसान व कर्मी मौजूद थे।

समस्तीपुर जिला के मोहिउद्दीन नगर प्रखंड मुख्यालय पर शनिवार को करीम नगर पंचायत के भूमिहीन मजदूरों ने मुखिया पति सुभाष कुमार एवं वार्ड मेंबर मोहम्मद शकील पर बासगीत पर्चा मिले हुए जमीन पर इंदिरा आवास निर्माण हेतु ₹10000 एवं वार्ड मेंबर के द्वारा ₹1000 लेने का लगाया आरोप।पूरी जानकारी के लिए लिंक को अभी क्लिक करें।