विद्यापतिनगर प्रखंड क्षेत्र में अन्नदाताओं को खाद के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। एक तरफ किसानों को खाद नहीं मिल रही है, तो दूसरी तरफ प्रखंड में खुलेआम खाद की कालाबाजारी की जा रही है. जो किसान महंगे दामों में खाद खरीद रहे हैं, सिर्फ उन्हें ही खाद दी जा रही है. किसानों का आरोप है कि वो ज्यादा दाम पर यूरिया लेने को मजबूर हैं.खाद की किल्लत से किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. रवि फसल की बुवाई के बाद किसान अपने खेतों में गेहूं की पहली पटवन के बाद खाद खरीदने के लिए बाजारों में दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं, बाजारों की कई दुकानों में खाद की कालाबजारी हो रही है. 400 रुपए प्रति बैग की दर से दिनभर खाद दी जा रही है. लेकिन कोई भी प्रशासनिक पदाधिकारी इस पर संज्ञान नहीं लेता. किसानों ने बताया कि सेवा सहकारी समितियों पर यूरिया का खाद का कटा ₹270 में मिलता है, जबकि दुकानों पर 300 से 400 के बीच में मिलता है। उनके साथ अन्य प्रोडक्ट भी खरीदने पर मजबूर करते हैं।खबर सुनने के लिए ऑडियो क्लिक करें।