कोई भी राजनीतिक दल हो उसके प्रमुख लोगों को जेल में डाल देने से समान अवसर कैसे हो गये, या फिर चुनाव के समय किसी भी दल के बैंक खातों को फ्रीज कर देने के बाद कैसी समानता? आसान शब्दों में कहें तो यह अधिनायकवाद है, जहां शासन और सत्ता का हर अंग और कर्तव्य केवल एक व्यक्ति, एक दल, एक विचारधारा, तक सीमित हो जाता है। और उसका समर्थन करने वालों को केवल सत्ता ही सर्वोपरी लगती है। इसको लागू करने वाला दल देश, देशभक्ति के नाम पर सबको एक ही डंडे से हांकता है, और मानता है कि जो वह कर रहा है सही है।

विद्यापतिनगर। एक तरफ बिहार सरकार विद्यालयों की शैक्षिक दशा को सुधारने एवं शिक्षकों की उपस्थिति ठीक करने की हर संभव प्रयास कर रही है, वहीं दूसरी ओर इसी नाम पर प्रखंड संसाधन केंद्र (बीआरसी) विद्यापतिनगर के द्वारा शिक्षकों को डरा-धमकाकर अवैध वसूली की दुकान चलाया जा रहा है। बीआरसी से जुड़े कर्मियों के द्वारा आए दिन निरीक्षण के नाम पर शिक्षकों से मोटी राशि की वसूली की जा रही है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

विद्यापतिनगर शिक्षा विभाग के निर्देश और सचिव केके पाठक के शख़्त आदेश के बाद भी शिक्षको को मिलने वाला पेन ड्राइव राशि निकासी के बाद भी नहीं मिला है। जिसके कारण इस राशि की फ़र्जीवारा करने का मामला 2 मार्च को हुई पंचायत समिति की बैठक में भी उठाई गई थी। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

एडीआर संस्था ने अपनी एक और रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में राजनीतिक पार्टियों की कमाई और खर्च का उल्लेख है। यह रिपोर्ट बताती है कि कैसे राजनीतिक पार्टियां अपने विस्तार और सत्ता में बने रहने के लिए बड़े पैमाने पर खर्च करती हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक देश के सबसे बड़े सत्ता धारी दल ने बीते वित्तीय वर्ष में बेहिसाब कमाई की और इसी तरह खर्च भी किया। इस रिपोर्ट में 6 पार्टियों की आय और व्यय के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, सीपीआई एम और बीएसपी और एनपीईपी शामिल हैं। दोस्तों, *---- आपको क्या लगता है, कि चुनाव लडने पर केवल राजनीतिक दलों की महत्ता कितनी जरूरी है, या फिर आम आदमी की भूमिका भी इसमें होनी चाहिए? *---- चुनाव आयोग द्वारा लगाई गई खर्च की सीमा के दायेंरें में राजनीतिक दलों को भी लाना चाहिए? *---- सक्रिय लोकतंत्र में आम जनता को केवल वोट देने तक ही क्यों महदूद रखा जाए?

तमाम गैर सरकारी रिपोर्टों के अनुसार इस समय देश में बेरोजगारी की दर अपने उच्चतम स्तर पर है। वहीं सरकारें हर छोटी मोटी भर्ती प्रक्रिया में सफल हुए उम्मीदवारों को नियुक्त पत्र देने के लिए बड़ी-बड़ी रैलियों का आयोजन कर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों को भी आमंत्रित कर रही हैं, जिससे की बताया जा सके कि युवाओं को रोजगार उनकी पार्टी की सरकार होने की वजह से मिल रहा है।

Transcript Unavailable.

विद्यापतिनगर। प्रखंड के धरणीधर उत्क्रमित हाई स्कूल इसापुर सिमरी में मैट्रिक के छात्रो से परैक्टिकल के नाम पर राशि की उगाही करने का मामला प्रकाश में आया है। बताया गया है कि स्कूल में मैट्रिक के छात्रो को प्रैक्टिकल में अधिक नंबर देने के नाम पर प्रति छात्र तीन सौ रुपया वसूलने की बात बताई जा रही है। जबकि स्कूल में क़रीब एक सौ छात्र होना बताया गया है। इस बाबत अभिभावकों ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि पढ़ाई होती नहीं है और प्रैक्टिक्ल के नाम पर तीन तीन सौ रुपया लिया जा रहा है। एचएम सोफ़ेंद्र रजक ने बताया कि मेरे पास कोई शिकायत नहीं मिला है। लगाया गया आरोप ग़लत है। इस बावत बीईओ डा. मधुकर प्रसाद सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जाएगी और दोषी मिला तो करवाई होगी।

बिहार राज्य के समस्तीपुर ज़िला से रामानंद स्वामी बतातें हैं की। उनके क्षेत्र में स्कूल के शिक्षक लोग बच्चों से घुस लेते हैं। और बच्चों को ठीक से पढ़ाते भी नहीं हैं

Transcript Unavailable.

राजनीति में दल बदलू नेताओ पर जनता की राय,जनता ने कहा राजनीति में सिद्धांत नही बची,जिधर फ़ायदा उधर नेता।।