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मेरा नाम राकेश कुंभारमा है , मैं गाँव झांगटावा का निवासी हूँ और मैं पश्चिम चंपारण मोबाइल वॉयस के सभी श्रोताओं और वक्ताओं को सलाम करता हूँ । मैं उन दिनों को याद करना चाहूंगा जब पिछले साल 11 अक्टूबर को धरंतुआ पंचायत के हाई स्कूल परिसर में , जब जिला मजिस्ट्रेट श्री दिनेश कुमार राय जी , जब वे आए , तो उन्होंने यह भी बताया कि बसंतपुर गाँव जो लौरिया ब्लॉक में है , जो बसंतूर पंचायत से ही संबंधित है , जो चंततिया से भनकुतवा तक है । सिक्का तक रुकिए । इसी मार्ग पर , यह बसंतु गाँव आता है , जो बिना बारिश के खेहुन तक भी जलमग्न रहता है , जिससे यातायात में बहुत असुविधा होती है । बाइक सवार भी गिरते हैं , साइकिल सवार भी गिरते हैं , उस सड़क को देखते हुए उन्होंने जिला इंजीनियर से कहा था कि कृपया उस सड़क को देखते हुए काट दें , लेकिन आज । काफी समय हो गया है , लेकिन ऐसा लगता है कि मुख्य अभियंता को अभी तक गाँव की सड़क को ध्यान से देखने का समय नहीं मिला है कि उस गाँव के लोग कितने समय से हैं । वे दिन - रात उस सड़क पर चलेंगे और पानी में गिरते रहेंगे क्योंकि वह सड़क जो बहुत सक्रिय सड़क है क्योंकि वही सड़क फिक्का मैना ताम में जिला मुख्यालय को भी जोड़ती है ।
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बिहार राज्य, पचमी चम्पारण जिला से कविता मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहीं हैं कि, इन्हें इंदिरा आवास और शौचालय योजना का लाभ नहीं मिला है
पश्चिमी चम्पारण के अधिकांश क्षेत्रों में विगत रात्रि अचानक आँधी, बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों की रबी फसल और व्यवसायियों की आम की फसल को भारी नुकसान हुई है। साथ ही ईट्ट,भठ्ठा संचालकों का भी काफी क्षति हुई है विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
मेरा नाम इम्तियाज आलम है , पिता का नाम खलीला अंसारी है , पुरानी पंचायत पटगढ़ , वार्ड नंबर दो से है , मेरी समस्या यह है कि अगर मैं कहीं भी राशन कार्ड बनाऊंगा तो मुझे राशन कार्ड मिल जाएगा । अगर मुझे ले जाया जाता है , तो वे कहते हैं , वे कमीशन मांगते हैं , हजार रुपये , पंद्रह सौ रुपये , दो हजार रुपये , मुझे यह समस्या चाहिए कि अगर हमारे परिवार का नाम उनके परिवार में है , तो मैं वे कहते हैं कि जब आप इसे पहले काटेंगे , तो आपके साथ नाम जोड़ा जाएगा , आपका नया राशन कार्ड लगाया जाएगा , मैं घर का गरीब आदमी हूं , मैं तीन बच्चों के परिवार में एकमात्र कमाने वाला हूं । मैं खाने वाला हूँ , मुझे बताएँ कि मैं वह कहाँ से करूँगा , शौचालय नहीं है , पानी नहीं है , हमारे पास नल के पानी का कोई साधन नहीं है , हमने नल का हलवा अपने पास रखा है , हमारे पास वही समस्या है जो इसे थोड़ा सा हल करती है । आपको धन्यवाद ।
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मेरा नाम बाजेश किशोर भारती गाँव भखाई पोखरिया , पोखरिया , पश्चिम चंपारण बितिया जिला , बिहार , अरुणाचल प्रदेश , भारत से है । जो न तो तेज़ है और न ही जल्द ही पूरी तरह से सीखा है , उसे पानी नहीं मिला है , जनता ने लोगों से कहा है कि यह ठीक होने पर बहुत अच्छा होगा ।
पश्चिमी चम्पारण जिले के मैनाटाँड-बेतिया मुख्य पथ से प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में ईट्ट लदा ओभरलोड ट्रेक्टर और बालू लदा ट्रको का आना-जाना होता है। जबकि इस मुख्य पथ में करीब आधे दर्जन पुलिस थाना मौजूद है। फिर भी ओभर लोडिंग का खेल जारी है। जानकारों के माने यह खेल पुलिस और परिवहन विभाग की मिलीभगत से अनवरत जारी है। कभी- कभार दिखावे के लिए थोड़ी बहुत कारवाई कर चुप्पी साध ली जाती है ...।
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