उत्तरप्रेदश राज्य के जिला बस्ती से विजय पाल चौधरी , मोबाइल वाणी के माध्यम से रोजगार योजना यह केंद्र सरकार की एक योजना है जिसके तहत कोई भी योग्य व्यक्ति जो श्रमिक वर्ग से संबंधित है, अपना नाम इसमें पंजीकृत कराता है। और यह मनरेगा के तहत काम कर सकता है, इसमें काम करने वालों के बीच एक दिन का दैनिक वेतन लगभग दो सौ तीस है। इस सरकार ने इस योजना को लागू किया है। ताकि मजदूर वर्ग के लोग अपने घरों से बाहर न निकलें और इसके लिए खुद को प्रतिबद्ध करके 100 दिनों की गारंटी योजना हो। यह योजना भारत सरकार द्वारा चलाई जाती है और यह एक बहुत अच्छी योजना है, कई श्रमिक इस योजना के तहत काम करके अपनी आजीविका कमा सकते हैं।

उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से अरविन्द ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि लगभग इस समय मनरेगा में 60 से 70 प्रतिशत कार्य अपूर्ण पाए गए है। जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारियों को काम पूरा करवाने के लिए निर्देश दिए है। विशेष कर उन तालाबों को चिन्हित किया गया जिसे कब्ज़ा किया गया है। अब इसे खाली करा कर कार्य किया जाएगा ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को पानी का संचयन सुचारु रूप से उपलब्ध हो सके

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उत्तर प्रदेश राज्य के बस्ती जिले से अरविन्द मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं की मनरेगा की शुरुआत ग्रामीण क्षेत्र में काम करने के लिए किया तहत 5 किलोमीटर के अंदर काम मिलता है अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

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उत्तर प्रदेश राज्य के बस्ती जिला से मोहम्मद आरिफ ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि मनरेगा के अंतर्गत गरीब या बेरोजगार लोगों को काम दिया जाता है। सरकार रोजगार देती है, लेकिन कुछ लोग इसका अनुचित लाभ उठाते हैं

उत्तर प्रदेश राज्य के बस्ती से रमजान अली मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं की मनरेगा में पुरुष बाहर भी काम करते हैं और महिलाएं प्रधान की मिलीभगत से काम से वंचित रह जाते हैं अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

उत्तर प्रदेश राज्य के बस्ती से रमजान अली मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं की मनरेगा में लगातार बढ़ रही है महिलाओं की जिम्मेदारी लेकिन सामाजिक रीती के कारन महिलाएं काम करने से वंचित रह जाते हैं जिस कारन महिलाएं काम नहीं कर पाते अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

उत्तर प्रदेश राज्य के बस्ती से रमजान अली बताते हैं की मनरेगा में लगातार बढ़ रही है महिलाओं की जिम्मेदारी अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें और पूरी जानकारी सुनें

मनरेगा में महिलाओं की भागीदारी कम महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाए जाने के प्रयास सफल नहीं हो पा रहे हैं। जिले में अब तक सृजित मानव दिवसों में महिलाओं की भागीदारी बामुश्किल पहुंच पाई है। रोजगार देने के उद्देश्य से संचालित मनरेगा में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए सरकार का जोर है। नियमों की माने तो महिलाओं को उनके आरक्षण के हिसाब से रोजगार दिया जाना चाहिए। कहने का मतलब यह है कि कम से कम 33 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित कराई जाए। मनरेगा के संचालन के लिए जारी नियम और कानून का पालन जिले में सार्थक होता नहीं दिख रहा है।