उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से शिखा श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारे श्रोता से हुई।श्रोता यह बताना चाहती है कि अवसाद से पीड़ित व्यक्ति की देखभाल करना एक चुनौतीपूर्ण काम हो सकता है। लेकिन लोगों का समर्थन उन्हें बेहतर महसूस करा सकता है।उन्हें पेशेवर मदद के लिए प्रोत्साहित करें।उनकी देखभाल करें और खुद की देखभाल करें।बार बार सिर दर्द और चक्कर, कई कारणों से हो सकते हैं और मासिक तनाव ,विकार सीर्र दर्द और चक्कर होने के कई तरीके हैं। मानसिक तनाव विकार से दर्द हो सकता है खासकर जब तनाव लंबे समय तक रहता है।
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से शिखा श्रीवास्तव,मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि जो व्यक्ति डिप्रेशन में होते हैं उनके बातों को सुनना चाहिए।डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति अकेला महसूस करता है।इसलिए लोगों के सुझाव उनको अच्छा महसूस करा सकता है।डिप्रेशन एक गंभीर समस्या है।डिप्रेशन से पीड़ित यक्ति के साथ रहना चाहिए ,उनका काम करना देना चाहिए ,उनको दवाओं के बारे में बताना चाहिए।पीड़ित व्यक्ति अपनी भावनाओं को बताने में असमर्थ रहता है।पीड़ित व्यक्ति को ठीक होने में समय लगता है।इस तरह के व्यक्ति को समझाना चाहिए कि वह तनाव अधिक नहीं ले।
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से शिखा श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से रूद्र प्रताप सिंह से हुई। रूद्र प्रताप सिंह यह बताना चाहते है कि मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों हमारे समाज स्वास्थ्य के महत्वपूर्ण पहलू हैं जबकि दोनों के बीच कुछ ओवरलैप होता है। वे अलग अलग पहलू हैं जो लोगों के जीवन को प्रभावित करते हैं।मानसिक स्वास्थ्य लोगों के भावनात्मक,मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कल्याण को फिर संदर्भित करता है या लोगों के विचारों भावनाओं और व्यवहारों को निर्धारित करता है और लोगों के जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करता है।
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से आर.के की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सुरभि से हुई। सुरभि यह बताना चाहती है कि अवसाद के बिना दवा के भी निकला जा सकता है।यह संभव है। अवसाद एक जैसी समस्या है जिसका इलाज विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है जबकि दवाएं अवसाद के इलाज में मदद कर सकती हैं।कुछ लोगों के लिए दवा अवसाद से निकलना संभव हो सकता है।बिना दवा के अवसाद से निकलने के तरीके चिकित्सा अवसाद के इलाज में मदद कर सकते हैं।एक प्रशिक्षित चिकित्सक के विचारों और भावनाओं को समझने पर प्रतिबंधित करने में मदद कर सकता है।व्यायाम अवसाद के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है,नियमित व्यायाम को बढ़ावा देता है जो हमारे मूड को बेहतर बनाने में मदद करते हैं सामाजिक समर्थन अवसाद के इलाज में मदद कर सकता है। दोस्तों, परिवार के सदस्यों और समर्थन समूहों में संपर्क में रहना महत्वपूर्ण है।तनाव प्रबंध तकनीकी अवसाद के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं ध्यान योग और गहरी सांस लेना जैसी तकलीफें तनाव को कम करने में मदद कर सकती हैं स्वस्थ जीवन शैली अवसाद के इलाज में मदद कर सकती हैं।स्वास्थ्य आहार, नियमित नियाम और पर्याप्त नींद लेना महत्त्वपूर्ण है।दवाएं अवसाद के इलाज में मदद कर सकती हैं। लेकिन वे दुष्प्रभाव पैदा कर सकती हैं।बिना दवा के अवसाद से निकलने में लोग दवाओं के दुष्प्रभाव से बच सकते हैं।बिना दवा के अवसाद से निकलने से आप आत्मनिर्भरता की भावना विकसित कर सकते हैं। बिना दवा के अवसाद से निकलने से आप लंबे समय तक राहत का अनुभव कर सकते हैं। चिकित्सा व्यायाम सामाजिक समर्थन तनाव प्रबंध और स्वच्थ जन जीवनशैली अवसाद के इलाज में मदद कर सकते हैं।बिना दवा के अवसाद से निकलने के कई लाभ हैं जिनमें दवाओं के दुष्पवाओं से बचना ,आत्मनिर्भरता और लंबे समय तक राहत शामिल है
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से शालू श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारे श्रोता से हुई। श्रोता यह बताना चाहती है कि मानसिक स्वास्थ्य वह समस्याएं हैं जो लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती हैं।इनमे अवसाद चिंता,विकार और अन्य विकार शामिल हो सकते हैं।मानसिक स्वास्थ्य हमारे विचारों,भावनाओं और व्यवहारों को प्रभावित करती है और लोगों के जीवन के गुणवत्ता को कम कर सकती हैं।
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से शिखा श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से मीणा से हुई। मीणा यह बताना चाहती है कि मानसिक स्वास्थ्य लोगों के भावनात्मक मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कल्याण को संदर्भित करता है या लोगों के विचारों और भावनाओं और व्यवहार को प्रभावित करता है और जीवन की गुणवत्ता को निर्धारित करता है मानसिक स्वास्थ्य अच्छा होने से लोग अपने लक्ष्यों को प्राप्त करेने,सम्बन्ध बनाने और जीवन के चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होते हैं।
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से शिखा श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सोनल से हुई।सोनल यह बताना चाहती है कि बच्चों में मानसिक बमारी हो सकती है।बच्चों में बच्चों में मानसिक विकाश का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।बच्चों में मानसिक तनाव होने पर वह अधिक चिड़चिड़ा हो जाते हैं।उनके मूड में बदलाव हो जाते हैं।बच्चों में मानसिक तनाव होने पर उनका इलाज कराया जा सकता है
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से शिखा श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से माही से हुई।माही यह बताना चाहती है कि अगर मानसिक चिंता के कारण दैनिक जीवन प्रभावित हो रही है तो डॉक्टर से मिलना चाहिए।मानसिक तनाव होने पर दवा लेना चाहिए।अगर किसी व्यक्ति को भावनात्मक समर्थन की जरूरत है तो वह अपना भावना को बता सकते हैं
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से खुशबू श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारे श्रोता से हुई।श्रोता यह बताना चाहते है कि योग करने से लोगों के मस्तिष्क में सकारात्मक असर डालती है।योग करने से चिंता कम होती है।योग करने से मानसिक संतुलन बना रहता है।इससे नकारात्मक विचार को दूर करने में मदद मिलती है।लोगों को पर्याप्त नींद लेनी चाहिए।
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से सीता श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारे श्रोता से हुई।श्रोता यह बताना चाहती है कि मस्तिष्क में चोट लगने से सोचने और समझने की क्षमता कम हो सकती है।इससे कई रोग हो सकते हैं।जैसे सोचने और समझने में परेशानी होती है,याददाश्त कमजोर हो जाती है।