आधार कार्ड कैसे बनता है ज्ञानती देवी
हमे नाम प्रीति कुमारी शंकर बलुवड़ी की निवासी ग्राम पंचायत चंचलीयों की निवासी हमारे आधार कार्ड को सही नहीं कर रही है ।
आधार कार्ड बनवाने की जरूरत है
आधार कार्ड बनवाने की जानकारी चाहिए
बिहार राज्य के सारन जिला से जीतू कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से जानना चाहते हैं कि आधार कार्ड कैसे बनता है जानकारी चाहिए
आधार कार्ड का पैन कार्ड से लिंक पर ₹1100 लगाना
सरकारी संस्था आईसीएमआर के डाटाबेस में सेंध लगाकर चुराया गया 81 करोड़ लोगों का डाटा इंटरनेट पर बिक्री के लिए उपलब्ध है। लीक हुए डाटा में लोगों के आधार कार्ड से जुड़ी जानकारी, पासपोर्ट, नाम, फ़ोन नंबर, पते सहित तमाम निजी जानकारियां शामिल हैं। यह सभी जानकारी इंटरनेट पर महज कुछ लाख रुपये में ऑनलाइन बिक्री के लिए उपलब्ध है। इसे डाटा लीक के इतिहास का सबसे बड़ा डाटा लीक कहा जा रहा है, जिससे भारत की करीब 60 प्रतिशत आबादी प्रभावित होगी।
आंदर प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में सभी प्रकार के दिव्यांग बच्चों का यूडीआईडी कार्ड बनाने के लिए गुरुवार को विशेष कैंप का आयोजन किया गया। कैंप का आयोजन स्वास्थ्य प्रबंधक के देखरेख में किया गया। इस संबंध में जांच कैंप में मौजूद डॉक्टरों ने कहा कि यूडी आईडी कार्ड के माध्यम से योजना का सीधा लाभ दिव्यांगजनों को मिल सकता है. विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
अमित कुमार सिंह ने बताया की पुरे जिले में अनिवार्य बायोमैट्रिक अपडेट नहीं किया जाता है, जो की निशुल्क है, के बदले कम्पनी बायोमैट्रिक अपडेट करने को बोलती है, जिससे निवासी को 100 रुपए देना पड़ता है और इसके बाद कम्पनी अलग से 30 रुपए की मांग करती है और इस तरह जिलावासियों को अवैध रूप से 100 से 150 रुपए तक देनी पड़ती है। सेंटर पर कम्पनी निशुल्क फार्म नहीं उपलब्ध कराती है और कीट भी जो लगभग डेढ़ से दो लाख रुपए का पड़ता है, आपरेटर को स्वयं का रखना पड़ता है, इसके साथ कम्पनी के साथ काम करने के लिए अबैध रुप से 155,000 रूपए आपरेटर को देना पड़ा है। अबैध रुप से 30 रुपए प्रति डाटा नहीं देने पड़ कम्पनी कार्य से हटाने को बोलती है। डीएम मुकुल कुमार गुप्ता ने सभी बातों को गंभीरता से सुना और सामाधान का आश्वासन दिया।
एक श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से आधार कार्ड बनाने के लिए जानकारी चाह रही है