इस बार जनता सरकार के काम से नाखुश दिखाई दिए। जनता, युवाओं में भी काफी नाराजगी है। ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहरी क्षेत्र तक जनप्रतिनिधियों का दौर जारी। अधिक जानकारी के लिए मोबाइल वाणी सुने या डाउनलोड करें।

किसी भी समाज को बदलने का सबसे आसान तरीका है कि राजनीति को बदला जाए, मानव भारत जैसे देश में जहां आज भी महिलाओं को घर और परिवार संभालने की प्रमुख इकाई के तौर पर देखा जाता है, वहां यह सवाल कम से कम एक सदी आगे का है। हक और अधिकारों की लड़ाई समय, देश, काल और परिस्थितियों से इतर होती है? ऐसे में इस एक सवाल के सहारे इस पर वोट मांगना बड़ा और साहसिक लेकिन जरूरी सवाल है, क्योंकि देश की आबादी में आधा हिस्सा महिलाओं का है। इस मसले पर बहनबॉक्स की तान्याराणा ने कई महिलाओँ से बात की जिसमें से एक महिला ने तान्या को बताया कि कामकाजी माँओं के रूप में, उन्हें खाली जगह की भी ज़रूरत महसूस होती है पर अब उन्हें वह समय नहीं मिलता है. महिलाओं को उनके काम का हिस्सा देने और उन्हें उनकी पहचान देने के मसले पर आप क्या सोचते हैं? इस विषय पर राय रिकॉर्ड करें

बिहार राज्य के सारण ज़िला के दरियापुर से महेश ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि कोविशील्ड वैक्सीन के लिए सरकार जिम्मेदार है। कंपनी और सरकार ने मिलकर देश के जनता के साथ खेलवाड़ किये है

बिहार राज्य के सारण ज़िला के दिघवारा प्रखंड से अजय कुमार ,मोबाइल वाणी के माध्यम से रमेश राय से बात कर रहे है। रमेश राय का कहना है कि सरकार को बदलना ज़रूरी है क्योंकि महँगाई से जनता त्रस्त है। सरकार अगर बदलता है तो देश का विकास संभव होता है।

बिहार शिक्षा विभाग अट्ठाईस हजार नए रात्रि रक्षक तैनात किए जाएंगे बिहार शिक्षा विभाग ने युवाओं को रोजगार से जोड़ने का उद्देश्य जारी किया है। विभाग ने युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए एक प्रस्ताव जारी किया है।

कोविशील्ड बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की स्वीकारोकती के बाद सवाल उठता है, कि भारत की जांच एजेंसियां क्या कर रही थीं? इतनी जल्दबाजी मंजूरी देने के क्या कारण था, क्या उन्होंने किसी दवाब का सामना करना पड़ रहा था, या फिर केवल भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला है। जिसके लिए फार्मा कंपनियां अक्सर कटघरे में रहती हैं? मसला केवल कोविशील्ड का नहीं है, फार्मा कंपनियों को लेकर अक्सर शिकायतें आती रहती हैं, उसके बाद भी जांच एजेंसियां कोई ठोस कारवाई क्यों नहीं करती हैं?

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बढ़ते तापमान को देखते हुए सारण जिले के मजिस्ट्रेट ने सभी निजी स्कूलों और कॉलेजों के संचालित समय में बदलाव किया है । निर्देश दिया है कि अब स्कूल सुबह 6:50 से11:30 तक संचालित किए जाएंगे।

हांगकांग के फूड सेफ्टी विभाग सेंटर फॉर फूड सेफ्टी ने एमडीएच कंपनी के मद्रास करी पाउडर, सांभर मसाला मिक्स्ड पाउडर और करी पाउडर मिक्स्ड मसाला में कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड पाया है और लोगों को इसका इस्तेमाल न करने को कहा है. ऐसा क्यों? जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें

हमारे देश में हर एक दिन की अपनी खास बात और महत्व है। जहां एक दिन किसी दिन को हम किसी की जयंती के रूप में मनाते हैं, तो किसी दिन को बेहद ही खुशी से। इसी कड़ी में 24 अप्रैल का दिन भी बेहद खास है।इस दिन पंचायतो में विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन किया जाता है जो पंचायत की उपलब्धियों और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में उनके योगदान को उजागर करते हैं। यह दिन 17 जून 1992 को संविधान में 73वें संशोधन के पारित होने और 24 अप्रैल 1993 को कानून लागू होने की याद में मनाया जाता है। पंचायती राज व्यवस्था का जनक लॉर्ड रिपन को माना जाता है अगर देश में किसी गांव में कोई दिक्कत है या उस गांव की हालत खराब है, तो उस गांव की इस समस्या को दूर करने और उसे सशक्त एवं विकसित बनाने के लिए ग्राम पंचायत ही उचित कदम उठाती है। तो आइये दोस्तों ,इस राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर हम सभी पंचायत के नियमों का पालन करे और पंचायती राज व्यवस्था का हिस्सा बन कर पंचायत के विकास में योगदान दे । मोबाइल वाणी के पुरे परिवार की और से आप सभी को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।