मुजफ्फरपुर, समाहरणालय सभाकक्ष में गुरुवार कों जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य से संबंधित मां ऐप का शुभारंभ किया। प्रथम चरण में मड़वन प्रखंड के सभी एएनएम एवं आशा कार्यकर्ताओं के लिए यह सुविधा उपलब्ध करायी गई। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि मातृ एवं मृत्यु दर को कम करना स्वास्थ्य विभाग का एक मुख्य लक्ष्य है।

मुजफ्फरपुर, 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है । इस बार का थीम तंबाकू हमारे पर्यावरण के लिए खतरा घोषित किया गया है।आम तौर पर देखा गया है कि तम्बाकू उत्पादों के सेवन करने के कारण कईं ऐसे तथ्य सामने आए जिसके कारण पर्यावरण पर प्रभाव पड़ता है ,जैसे कि कोई व्यक्ति सिगरेट पीने के बाद सिगरेट के बट‌ को जमीन पर डाल देते हैं । वहीं इस बार तंबाकू के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए  कक्षा 6 से 12 वर्ष के बच्चों को स्वास्थ्य विभाग ने आमंत्रित किया है। तंबाकू से होने वाले दुष्प्रभाव और पर्यावरण पर पड़ने वाले खतरे को लेकर बच्चों को स्लोगन और पोस्टर बनाने हैं। अच्छे पोस्टर बनाने वाले बच्चों को विभाग की ओर से सम्मानित किया जाएगा।

मुजफ्फरपुर, महादलित टोला। गांव की दुपहरी। घरों से झांकती महिलाएं और बच्चे। सभी की निगाहें डुगडुगी की तरफ है। बच्चे दौड़कर आ रहे हैं। महिलाएं एक -दूसरे से फुसफुसाती हुए आगे बढ़ रही हैं। आशा की पुकार पर वह तेजी से एकत्र होती हैं। नुक्कड़ की टीम देखकर कहती हैं -खेला है, तभी फिर से जोर की डुगडुगी बजती और चमकी को धमकी नुक्कड़ -नाटक की शुरुआत हो जाती है।  ऐसे दृश्यों का कारवां प्रतिदिन किसी महादलित या चमकी प्रभावित जगहों पर रोज देखा जा रहा है।

मुजफ्फरपुर, जिलाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभाकक्ष में एईएस/ चमकी बुखार को लेकर किए जा रहे कार्यों /गतिविधियों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई।  बैठक में जिलाधिकारी ने उपस्थित पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि अभी तक हम एईएस पर नियंत्रण करने में कामयाब रहे हैं। किये जा रहे कार्यों/गतिविधियों को विशेषकर जागरूकता अभियान को और गति देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जून के महीने में एईएस का प्रकोप अधिक रहा है। इसे देखते हुए हमें अलर्ट मोड में रहना होगा। विगत तीन-चार महीनों से चल रहे जागरूकता अभियान को और गति देने की जरूरत है।

संतोष कुमार मंडल की रिपोर्ट (मुजफ्फरपुर) ट्रेन यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी। ट्रेन यात्रा करने वाले यात्रियों को अब सफर के दौरान किसी भी तरह की परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। रेलवे प्रशासन द्वारा यात्री सुविधाओं में सुधार करते हुए लंबी दूरी की तीन ट्रेनों में ट्रेन कैप्टन को तैनात किया हैं। ट्रेन में कैप्टन इंचार्ज होंगे, जिससे अगर आप ट्रेन में सफर के दौरान होने वाली समस्याओं से कैप्टन को अवगत करा सकते हैं। पूर्व मध्य रेल की जिन तीन ट्रेन में कैप्टन की तैनाती की गई हैं, उसमें समस्तीपुर रेल मंडल के दरभंगा जंक्शन से खुलने वाली 12565/12566 बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, सहरसा से खुलने वाली 12553/54 वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस, रक्सौल से खुलने वाली 15273/74 सत्याग्रह एक्सप्रेस ट्रेन इसकी शुरुआत की गई हैं। और वहीं उम्मीद जताई जा रही हैं कि आगामी दिनों में पूर्व मध्य रेल के अन्य ट्रेनों में भी इसकी शुरुआत की जाएगी। ट्रेन में कैप्टन का कार्य कोच की सफाई, बिजली आपूर्ति, वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों द्वारा आरक्षित सीटों पर कब्जा करना तथा यात्रियों की सुरक्षा की पूरी जवाबदेही होगी। वहीं इसके साथ ही यात्रियों के साथ होने वाले समस्या का ना केवल निदान किया जाएगा, बल्कि इसके जिम्मेदार भी कैप्टन होंगे। ट्रेन में कैप्टन की सुविधा उपलब्ध हो जाने से लोगों की ट्रेन यात्रा काफी आसान हो जाएगी।

बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला के धर्मपुर से ज़ुल्फ़िकार जीविका मोबाइल वाणी के माध्यम से अलका दीदी से साक्षात्कार किया। अलका दीदी ने बताया कि उन्होंने अपनी शिक्षा बहुत ही कम प्राप्त की है। उन्होंने यह बताया कि उनका विवाह बहुत ही कम उम्र में हुई थी। उन्होंने यह भी कहा कि अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए अपने पति और अपने ससुराल वालों से बात की लेकिन सभी ने मना कर दिया। अलका दीदी ने यह कहा कि कोई भी माता पिता अपनी बेटियों को कम उम्र में विवाह न करें और एक अच्छी शिक्षा देकर उनके सपनों को पूरा होने में साथ दें

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मुजफ्फरपुर, शहर के गुजराती मुहल्ला, इमली चट्टी आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 249 में सोमवार को मिशन इंद्रधनुष के तीसरे चक्र की शुरुआत की गयी। यह चक्र सोमवार से 8 मई तक चलेगा। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रभारी सिविल सर्जन डॉ सुभाष प्रसाद सिंह ने किया। मौके पर प्रभारी सीएस डॉ सिंह ने कहा कि मिशन इंद्रधनुष 4.0 देश का सबसे बड़ा टीकाकरण का कार्यक्रम है। इस अभियान में दो वर्ष तक के उम्र वाले बच्चों को शामिल किया जाता है। बीच में कोविड के कारण टीकाकरण की गति थोड़ी धीमी हो गयी थी, मिशन इंद्रधनुष 4.0 इस अंतराल को कम करने तथा सार्वभौमिक टीकाकरण की दिशा में स्थायी लाभ प्रदान करने में काफी योगदान किया।

मुजफ्फरपुर,आयुर्वेद में 16 संस्कारों का विधान है। जिसमें एक है स्वर्णप्राशन। बच्चों के जन्म के समय किया जाने वाला यह संस्कार वैद्यों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ पुष्य नक्षत्र में स्वर्ण भस्म युक्त स्वर्णप्राशन कराया जाता है। शहर में इसका आयोजन 8 मई पुष्य नक्षत्र के दिन 52 बीघा स्थित जीवन धारा पंचकर्म क्लिनिक में होगा। 1 मई से रजिस्ट्रेशन भी आरंभ है। जिसमें पुराने बच्चों के अलावा 20 नए बच्चों को निःशुल्क स्वर्णप्राशन कराया जाएगा। यह जीरो से 16 साल तक के बच्चों को कराया जाता है।