मुजफ्फरपुर, महादलित टोला। गांव की दुपहरी। घरों से झांकती महिलाएं और बच्चे। सभी की निगाहें डुगडुगी की तरफ है। बच्चे दौड़कर आ रहे हैं। महिलाएं एक -दूसरे से फुसफुसाती हुए आगे बढ़ रही हैं। आशा की पुकार पर वह तेजी से एकत्र होती हैं। नुक्कड़ की टीम देखकर कहती हैं -खेला है, तभी फिर से जोर की डुगडुगी बजती और चमकी को धमकी नुक्कड़ -नाटक की शुरुआत हो जाती है।  ऐसे दृश्यों का कारवां प्रतिदिन किसी महादलित या चमकी प्रभावित जगहों पर रोज देखा जा रहा है।