सुनैना ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि इनकी मम्मी को रीढ़ की हड्डी में दिक्कत है। इसका इलाज सरकारी अस्पताल में चल रहा है। इसके लिए इनको महीने में चार या पांच छुट्टी करनी पड़ती है ,इन छुट्टियों का पैसा कंपनी नही देती है और ईएसआई डाक्टर इनकी मम्मी को बेहतर ईलाज के लिए दूसरे अस्पताल में रेफर भी नही कर रहे हैं

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उत्तर प्रदेश राज्य के चित्रकूट जिला से अरुण यादव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इनके घर का पानी 19 अगस्त को रोका गया और इन्होने 21 अगस्त को थाने में इसका कम्प्लेन दर्ज करवाया। मगर आज तक कोई कार्यवाई नही की गई है

गौरी देवी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि ईएसआई में बिना टेस्ट या चेकअप के दवाई देते हैं। दवाई खाने से और तबियत ख़राब हो जाती है। टेस्ट या चेकअप की डेट जल्दी नही देते हैं। कभी डेट लिख देते हैं तो आगे बढ़ाते रहते हैं।ईएसआई ने ये समस्या इतनी आती है कि अंत में दवाई लेना ही बंद कर देते हैं।

रतन कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि ईएसआई मे पत्नी के पथरी का ईलाज करने का लम्बा डेट [ दो से चार महीना ] दिया था। मज़बूरी में पैसा खर्च कर के प्राइवेट में पत्नी का ईलाज करवाना पड़ा।

श्रोता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जब ये दवाई लेने जाती हैं तो इनको दवाई नही मिलती है

दिल्ली राज्य के फरीदाबाद के संतोषनगर से श्रोता ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि इनका और इनके बेटे का इलाज अच्छे से नही होता है। ईलाज के लिए जाती हैं तो लम्बा नंबर लगाना पड़ता है। इससे बहुत तकलीफ होती है एक बार तबियत ख़राब में इंतज़ार के दौरान इन्हें चक्कर आ गया और ये गिर गई। बेटा का भी ईलाज अच्छे से नहीं हुआ और मज़बूरी में एम्स ले जाना पड़ा। वहीं उनका ईलाज चलता है। श्रोता मजदूरी कर के गुज़र - बसर करती हैं।

फरीदाबाद के मिलाट कॉलोनी से ललिता ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि ईएसआई के तरफ से तीन महीने की दवा मिली है। उसके बाद वहां से दवा नही मिला है। बाहर से दवा लेकर खानी पड़ रही है। चेकअप भी नही किया जा रहा है।इनको बाहर से दवा खाने में बहुत परेशानी हो रही है।

फरीदाबाद के मिलाट कॉलोनी से राजेंदर ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि इनका इलाज करने में बहुत दिन लगा दिया गया। आज -कल में खून चढाने की बात करते रहे। कभी कोई बीमारी बता देते थे ,कभी कुछ चेकअप बता देते थे। मगर खून नहीं चढ़ाया और इनको हार कर वहां से आना पड़ा

छह साल से पेंशन नहीं मिल रही है जिसके वजह से परेशानी होती है