हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिला से सुनीता मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि ईएसआईसी में इलाज के लिए लंबी लंबी लाइन लगनी पड़ती है।

हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिला से सुशीला मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है कि ईएसआईसी के अस्पताल में इलाज के लिए लंबी लाइन में खड़ा होना पड़ता है और दवाई के लिए बाहर भेज दिया जाता है

फरीदाबाद से सरीता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इनको ईएसआई में पूरी दवाएं नही मिलती है।अल्ट्रासाउंड या अन्य चेकअप के लिए के लिए लम्बी डेट दी जाती है। ये कंपनी में काम करती हैं और इनके पास ईएसआई कार्ड है

फरीदाबाद से रामनारायण ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इनका ईएसआई कार्ड के लिए पैसे कटते हैं। ईएसआई में ईलाज ठीक से नही होता है। इनकी पत्नी को अल्ट्रासाउंड करवाना था,मगर नही किया गया और दस दिन बाद डेट दिया। यह बहुत बड़ी समस्या है। ईलाज के लिए कंपनी से छुट्टी लेनी पड़ती है और इसका भी पैसा कटता है

हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिला से दीपक मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि ईएसआईसी के अस्पताल में जब वो अल्ट्रासाउंड के लिए जाते है, तो उन्हें वापस भेज दिया जाता है

हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिला से कन्हैया टावर मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि उनके क्षेत्र के ईएसआईसी अस्पताल में जल्दी कोई काम नहीं होता है। इलाज या अल्ट्रासाउंड के लिए शाम तक इंतज़ार करना पड़ता है

हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिला के रामनगर से जीतू मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि, ईएसआईसी के अस्पताल में लंबी लाइन लगती है और दवाई भी नहीं मिलती है। इलाज के लिए कंपनी से छुट्टी भी लेनी पड़ती है

हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिला के रामनगर से जगतनारायण मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि वो जब भी ईएसआईसी के अस्पताल जाते है,तो उन्हें इलाज के लिए दिल्ली रेफर कर दिया जाता है। कोई भी ऑपरेशन समय से नहीं करते है

हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिला के रामनगर से जयराम मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि वो एक कंपनी में काम करते है और उनका ईएसआईसी भी कटता है। जब वो ईएसआईसी के अस्पताल जाते है,तो उन्हें पूरी दवाई नहीं दी जाती है। डॉक्टर के लिखने के बाद भी अल्ट्रासाउंड नहीं करते है। कंपनी से छुट्टी लेने से पैसे भी कटते है

हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिला के रामनगर से रिज़वान मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि वो जब भी ईएसआईसी के अस्पताल जाते है,तो उन्हें इलाज के लिए 15 दिन बाद की तारीख दी जाती है। इसके लिए उन्हें कंपनी से छुट्टी लेनी पड़ती है।