श्रमिक वाणी के माध्यम से नाज परवीन ने बताया कि वे पंथ हॉस्पिटल में लोगों से साक्षात्कार लेने के लिए काफी आना जाना कर रही हैं। पंथ हॉस्पिटल के गेट नंबर छ के एमरजेंसी वार्ड में टॉयलेट के पास मरीजों का बेड लगाया गया है। जहाँ से काफी लोग आना जाना करते हैं। ये बहुत ही गलत है इससे मरीजों की हालत और भी बिगड़ सकती है। यह उनके लिए बहुत हानिकारक है जो नाज परवीन को बहुत ही खराब लगा कि मरीजों की इस तरह से व्यवस्था किया जा रहा। उनका कहना है इसपर प्रसाशन को ध्यान देने की जरूरत है और इसमें सुधार करने की जरूरत है।
दिल्ली के फरीदाबाद के बल्लभगढ़ के ऊँचे गाँव से श्रमिक वाणी के माध्यम से ममता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वे ईएसआई हॉस्पिटल गयी थी. वहां के डॉक्टर ने उन्हें लम्बी तारीख दी
दिल्ली एनसीआर से नाज़ परवीन ने श्रमिक वाणी के माध्यम से सोहेल से साक्षात्कार लिया । सोहेल ने बताया कि इनकी मम्मी के ईलाज के लिए ये पंथ अस्पताल ले कर आये हैं । यहाँ हार्ट के इलाज के लिए अस्सी हज़ार का खर्च बताया जा रहा है। उनको अस्पताल में भर्ती नही कर रहे हैं। उन्हें सहायता की जरूरत है
श्रोता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इनके पापा का पैर से पैरालाइज्ड हैं और इनका ईलाज ईएसआई में करवाते हैं , मगर वहां सुनवाई नही होती है । ये चाहती हैं इनके पापा का ईलाज जल्द से जल्द हो
पंथ अस्पताल से नाज़ परवीन ने श्रमिक वाणी के माध्यम से शाहरुख़ से साक्षात्कार लिया। शाहरुख़ ने बताया कि इन्होने पंथ अस्पताल में अपने भाई को ओपीडी के जरिए एडमिट करवाया है,लेकिन अभी तक ऐड नहीं किया गया है । भाई की हालत बहुत ख़राब है। पंथ अस्पताल में यह कई मरीजों की शिकायत है।
पंथ अस्पताल से नाज़ परवीन ने श्रमिक वाणी के माध्यम से राजू से साक्षात्कार लिया। राजू ने बताया कि ये सहारनपुर से इलाज के लिए अपनी पत्नी को लेकर आये हैं। किसी ने कहा मरीज को लेकर एमरजेंसी में जाओ। एमरजेंसी में लेकर गए तो वहां कहा गया कि ओपीडी में लेकर जाओ। ओपीडी में बी लाइन लगा कर देखेंगे। दो दिनों से फुटपाथ पर पड़े हैं। अस्पताल ने एडमिट नहीं किया
श्रमिक विहार से खुशबू ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि ईएसआई में इनका इलाज सही तरीके से नही हुआ।कोई टेस्ट नही किया गया और दवा लिख दिया गया। दवा खाकर तबियत और ज्यादा ख़राब हो गया।कंपनी से 15 दिन की छुट्टी लेकर ईएसआई का इलाज करवाया।मगर कोई लाभ नही हुआ और अब प्राइवेट में अपनी ईलाज करवा रही हैं। ईएसआई कटती है मगर फायदा कोई नही है। 15 दिन की छुट्टी के पैसे भी कंपनी ने नही दिया है। इन सब कारणों से ये बहुत परेशान हैं
श्रमिक विहार से खुशबू ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि ईएसआई में दवा ठीक से नही दिया जाता है। लाईन में खड़े रहने के लिए बोला जाता है। ये ईएसआई से बहुत परेशान हैं।
Transcript Unavailable.
मीलाड कॉलनी से ख़ातूनची ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि पिछले एक साल से इनका ईलाज ईएसआई से चल रहा है।इसके लिए इनको महीने में चार छुट्टी करनी पड़ती है। इन चार छुट्टियों के पैसे कंपनी नही देती है। साथ ही इनके अनुरोध के बावजूद प्राइवेट अस्पताल में रेफर नही किया जा रहा है