दिल्ली से रफ़ी जी ने साझा मंच के माध्यम से एक मजदुर से बात की। उन्होंने बताया कि वो कुछ दिन पहले टेक्सटाइल कम्पनी में काम करने आये हैं, उनके भाई कई सालों से टेक्सटाइल कंपनी में काम करते हैं। बता रहे हैं कि पीस रेट में कमी है, जिससे लोग परिवार को गांव में रख रहे हैं पहले माह में 20 से 25 हज़ार तक भी कमाई हो जाती थी लेकिन जब से लॉक डाउन लगा था तब से पहले जैसा काम नहीं रहा है पीस रेट कम हो गए हैं।