बिहार राज्य के मुंगेर जिला के हवेली खरगपुर से नीतीश ने मोबाइल वाणी के माध्यम से कहा कि देश में जो भी समस्या हिंदू-मुस्लिम मंदिर-मस्जिद का चल रहा है इसमें दोनों पक्ष को कोई कदम नहीं उठाना चाहिए, कोर्ट के द्वारा मामला को सुलझाना चाहिए। बेरोजगारी पर उन्होंने राय दिया कि सरकार को इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए, जिससे कि युवाओं को रोजगार मिले बेरोजगारी दूर हो महंगाई पर भी सरकार को कंट्रोल करना चाहिए

बिहार राज्य के हवेली खड़गपुर के रघुनाथपुर से संवाददाता लक्ष्मण कुमार सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से सुरेश यादव से साक्षात्कार किया। सुरेश यादव ने रोजगार के संबंध में बताया कि सरकार को महँगाई को लेकर विचार करनी चाहिए और साथ ही रोजगार के अवसर भी देनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि दो धर्मों के बीच में विवाद यह सही नहीं है। सरकार को महंगाई बेरोजगारी पर ध्यान देना चाहिए और सुधार करना चाहिए। जिससे कि गरीब और बेरोजगार युवकों की भलाई हो सके

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बिहार राज्य के हवेली खड़गपुर के वार्ड संख्या 8 से संवाददाता लक्ष्मण कुमार सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से राकेश कुमार सिंह से शराब बंदी पर साक्षात्कार किया। राकेश कुमार सिंह ने बताया कि सरकार के द्वारा शराब बंदी पर जो कानून पारित किया गया है। इसको लेकर कोई भी कानून के नियम का पालण नहीं किया जा रहा है। बिहार में आज भी चोरी छुपे शराब की बिक्री की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि उनके बच्चे जिस स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने जाते हैं। वहाँ पर शिक्षा को लेकर कोई भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि स्कूल में मीड डे मील पर कोई भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है

बिहार राज्य के हवेली खरगपुर के बागेश्वरी से मोबाइल वाणी के माध्यम से लक्ष्मण कुमार सींग के साथ परमजीत कुमार बता रहें हैं की बिहार सर्कार के द्वारा जो शराब बंदी नियम लागु हुआ है इसका असर शुरू में पड़ा था लेकिन अभी भी बंद नहीं हुआ है हरेक गाओ और मोहल्ला में चल रहा है। और बता रहें हैं की मिड डे मील का लाभ बच्चो को मिल रहा है।

बिहार राज्य के हवेली खड़कपुर से मोबाइल वाणी के माध्यम से लक्ष्मण कुमार सिंह के साथ समाजसेवी सुबोध कुमार बता रहें हैं कि नल जल योजना भी बंद पड़ा हुआ है सही से पानी नहीं मिल रहा है वही मिड डे मील में भी शिक्षक के द्वारा मन मानी किया जा रहा है शराबबंदी कानून भी विफल है लेकिन पहले की अपेक्षा बहुत सुधार हुआ है

बिहार राज्य के जिला मुंगेर से सुबोध गोस्वामी मोबाइल वाणी के माध्यम से सेवानंद भारती से साक्षात्कार लिए है जिसमे उनका कहना है कि सरकार के नियमानुसार शराबबंदी कागजों पर बंद हुए है लेकिन धरातल पर हरेक व्यक्ति को मिल रहा है। वह कहते है कि शराबबंदी का जो मकसद सरकार का था कि से गरीब आदमी अपने परिवार को मेंटेनेंस करने में आर्थिक स्थिति का जो उसका रुकावट हो रहा है, उसकी पूर्ति करने के लिए सरकार द्वारा बंदी की गई लेकिन शराबबंदी सरकार का फेल हो चुकी है और शराब बंदी डोर टू डोर होम डिलीवरी हो रही है। जिस शराब की कीमत सौ रुपया थी लेकिन आज उस शराब की कीमत हजार रुपया से ऊपर हो गई है। वह कहते है कि सरकार जो पहले नियम निकाले थे कि आधार कार्ड के आधार पर व्यक्ति को शराब उपलब्ध कराया जाए। क्योकि वह सरकार और आम पब्लिक दोनों के लिए ही सर्वोपरि है।

बिहार राज्य के जिला मुंगेर के धरहरा प्रखंड से राहुल रंजन मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि जहां एक तरफ धरहरा प्रखंड का नक्सल प्रभावित क्षेत्र अवैध रूप से शराब बनाने के लिए व शराब का कारोबार करने के लिए सेफ जोन के नाम से जाना जाता है तो वहीं दूसरी ओर धरहरा प्रखंड का टाल क्षेत्र भी इससे पीछे नहीं है। धरहरा व छर्रापट्टी के चौर में शराब कारोबारी माल-जाल रखने हेतु बथान के नाम पर अपने अवैध शराब के धंधे को बड़ी ही सहजता से सक्रिय किए हुए हैं।कभी धरहरा थाना तो कभी हेमजापुर ओपी तथा कभी-कभी उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के द्वारा छापामारी अभियान चलाया जाता है किंतु गांव से करीब 1 किलोमीटर दूर बीच बहियार में अवस्थित बथान होने के कारण शराब कारोबारी सतर्क हो जाते हैं एवं शराब को कोई दूसरे ठिकाने पर छुपा देते हैं जिससे पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लग पाता है। बार-बार पुलिस को चमका देने में सफल होने से शराब कारोबारियों का मनोबल चरम पर है जिसका उदाहरण है कि शाम के 4 बजते ही शराब कारोबारी के ठिकानों पर शराब का सेवन करने वाले लोगों का जमावड़ा लगना शुरू हो जाता है। वहीं छर्रापट्टी के ग्रामीणों ने बताया कि छर्रापट्टी गांव के ही कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा अवैध शराब लाकर छर्रापट्टी चौर के बहियारो में शराब का अवैध धंधा पिछले कुछ वर्षों से लगातार चलाया जा रहा है।

बिहार सरकार ने जब राज्य में शराबबंदी की घोषणा की तो महिलाओं ने राहत की सांस ली. उन्हें लगा कि अब परिवार टूटेंगे नहीं, कुछ बिखरेगा नहीं. पर शायद वे भूल गईं कि नशा ऐसी लत है जो अपने आने के रास्ते तलाश ही लेता है. साथियों, हमें बताएं कि आपके क्षेत्र में भी शराब की अवैध तस्करी हो रही है? क्या आपको लगता है कि शराबबंदी कानून बस एक दिखावा है? अगर शराब के कारण अभी भी परिवार और समुदाय बर्बाद हो रहे हैं तो आखिर कैसे इसे रोका जाए? अपनी बात जरूर कहें, मोबाइलवाणी के अभियान मुझे भी कुछ कहना है में! अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.