धरहरा : बुधवार की अगले सुबह एकाएक सड़कों पर उफना बाढ़ के पानी में दर्जनों दुकानदारों को लाखों रुपए की क्षति पहुंचा दिया‌। धरहरा प्रखंड के ईटवा में करीब 20 वर्ष बाद बाढ़ जैसा दृश्य देखने को मिला । तीन दिनो से लगातार हो रही बारिश के कारण पहाड़ी पानी से नदियों में उफान सा आ गया जिससे नदियों का पानी खेतों में और सड़कों पर बहने लगा । बरमसिया, लकड़कोला के पहाड़ से आने वाली पानी की गति इतनी तेज थी की सड़कों पर लोगों का चलना खतरे से भरा प्रतीत हो रहा था । दशरथपुर रेलवे क्रॉसिंग से लेकर करीब आधा किलो मीटर दूरी तक बंगलवा रोड की सड़क पर पानी ही पानी था। पानी इतनी अधिक थी कि पानी में मौज मस्ती करने वाले युवकों के कमर से ऊपर पानी बह रहा था । बाढ़ के पानी से लाखों की क्षति हुई शाह एंड गुप्ता हार्डवेयर , राम कुमार मंडल , पंकज कुमार , सुनील कुमार , विनोद साव, बुलबुल साव , सुभाष मिश्रा ,आलोक कुमार ठाकुर , पवन कुमार गुप्ता ,सुभाष कुमार सहित दर्जनों दुकानदारों ने बताया कि बाढ़ का पानी सड़क पर इतनी अधिक बेग के साथ बह रहा था कि दुकान में 2 फीट तक पानी घुस गया जिससे आटा , बेसन , मैदा ,चीनी सहित अन्य खाना परोस का सामान पूरी तरह से बर्बाद हो गया। वहीं बुलबुल साव ने बताया कि उनका इलेक्ट्रॉनिक की दुकान में पानी घुस जाने के कारण हजारों रुपए की संपत्ति खराब हो गया ।

Badh piditon

बिहार राज्य के मुंगेर जिला के सीताकुंडडीह से विपिन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बदलते मौसम के बारे में धोनी लाल यादव से साक्षात्कार किया। जिसमे धोनी लाल यादव ने बताया कि सूखा पड़ने से और बाढ़ के आने से खेती करने में ज्यादा समस्या उत्त्पन्न होने लगती है। उन्होंने कहा कि सरकार के तरफ से यह सुविधा चाहते हैं की खेती करने के लिए पानी की सुविधा मिल सके। साथ ही यह भी कहा कि सरकार की और से कोई भी मुआवजा नहीं मिल पता है, जिसके चलते उन्हें रोजगार करने के लिए बाहर भी जाना पड़ता है

बिहार राज्य के मुंगेर जिला के सीताकुंडडीह से विपिन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बदलते मौसम के बारे में नरेश यादव से साक्षात्कार किया। जिसमे नरेश यादव ने बताया कि सूखा पड़ने से और बाढ़ के आने से खेती करने में ज्यादा समस्या उत्त्पन्न होने लगती है। उन्होंने कहा कि सरकार के तरफ से यह सुविधा चाहते हैं की खेती करने के लिए पानी की सुविधा मिल सके। साथ ही यह भी कहा कि सरकार की और से कोई भी मुआवजा नहीं मिल पता है, जिसके चलते उन्हें रोजगार करने के लिए बाहर भी जाना पड़ता है

हवेली खरगपुर के किसान मोहन कुमार ने बताया कि वह बाढ़ और सूखा दोनों क्षेत्र में आते हैं इस बार रबी और खरबी दोनों फसल में हनी हुआ है सरकार से उनको उम्मीद है कि कुछ ना कुछ रोजगार मिलेगा बिहार सरकार ने सूखाग्रस्त किसानों को 3500 रुपैया दिया उससे कुछ परेशानी तो दूर हुआ लेकिन समस्या बरकरार है क्योंकि कोई रोजगार नहीं है

हवेली खरगपुर के ग्रामीण क्षेत्र के किसान देवानंद सिंह ने बताया कि वह बदलते मौसम के कारण परेशान है परेशानी का मुख्य कारण है सूखा और बाढ़ निकले क्षेत्र में बाढ़ परेशान किया हुआ है और ऊपरी भागों में सुखा किसी प्रकार का कोई रोजगार नहीं मिल रहा है नहीं कोई मजदूरी करने का कोई व्यवस्था है किसी तरह से अपना घर परिवार चला रहा है उन्होंने सरकार से मांग किया कि उन्हें रोजगार का मुहैया कराया जाए

किसान भाई से लिया गया विचार और विपिन कुमार के द्वारा प्रसारित किया गया यह विचार को विस्तार पूर्वक सुनने के लिए मुंगेर की आवाज़ का टोल फ्री नंबर 092787 01369 पर कॉल करें जिले का हर छोटी बड़ी खबर को सुने और तीन नंबर का बटन दबाकर आप अपनी समस्या यह प्रतिक्रिया रिकॉर्ड करें धन्यवाद

हवेली खरगपुर के उत्तरी क्षेत्र में गंगा का जलस्तर में काफी वृद्धि होने के कारण कई घरों में पानी घुस चुका है ऊपरी क्षेत्र में सूखा और निचली क्षेत्र में बाढ़ दोनों तरफ से किसान को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है अगर इसी तरह से गंगा के जलस्तर में वृद्धि रहा तो समस्या गंभीर हो सकता है

सदर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पहुंचाई जा रही है चिकित्सकीय सेवाएं - बाढ़ राहत चलंत चिकित्सा दल के जरिए पहुंचाई जा रही है यह सेवा - सदर प्रखंड के टीकारामपुर सरकारी विद्यालय में शिविर आयोजित कर बाढ़ प्रभावितों को दी जा रही जीवन रक्षक दवाएं और चिकित्सकीय सलाह - बाढ़ प्रभावित महुली पंचायत में घर- घर जाकर लोगों को परिवार नियोजन, संस्थागत प्रसव, डायरिया- निमोनिया, वेक्टर जनित रोगों के प्रति किया गया जागरूक मुंगेर, 07, सितंबर। बाढ़ राहत चलंत चिकित्सा दल के जरिए सदर प्रखंड मुंगेर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में चिकित्सकीय सेवाएं पहुंचाई जा रही हैं । सदर प्रखंड के टीकारामपुर सरकारी विद्यालय में चिकित्सा शिविर आयोजित कर चिकित्सकों, एएनएम सहित स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा बाढ़ प्रभावितों की चिकित्सकीय जांच की जा रही है । साथ हीं आवश्यक जीवन रक्षक दवाइयों के साथ - साथ बाढ़ के दौरान होने वाली विभिन्न प्रकार की बीमारियों से सावधान रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है। जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक डीपीएम नसीम रजी ने बताया कि जिलाधिकारी नवीन कुमार और सिविल सर्जन डॉ पीएम सहाय के निर्देशानुसार सदर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित टीकारामपुर में बाढ़ राहत चलंत चिकित्सा दल के द्वारा 'मेडिकल टीम ऑन बोट' की तर्ज पर सदर प्रखंड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मुंगेर, स्वास्थ्य उपकेंद्र मोहली और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बूढ़न मारड़ टोला, चंडी स्थान की टीम, डॉ नीलू के नेतृत्व में केयर इंडिया सदर प्रखंड की टीम, डॉ बिंदू के नेतृत्व में आरबीएसके की टीम सहित कई अन्य स्वास्थ्य कर्मी टीकारामपुर सरकारी विद्यालय में शिविर आयोजित कर बाढ़ पीड़ितों के बीच सर दर्द, बदन दर्द, बुखार, उल्टी दस्त, हाथ और पैर में पानी की वजह से इन्फेक्शन होने पर दी जाने वाली दवाइयां वितरित करते हुए उन्हें अन्य वेक्टर जनित रोग से बचने के लिए जागरूक किया। बाढ़ प्रभावित सदर प्रखंड के मोहली पंचायत अंतर्गत विभिन्न क्षेत्र में घर- घर जाकर लोगों को परिवार नियोजन और संस्थागत प्रसव को लेकर किया गया जागरूक : केयर इंडिया की डीटीओ ऑफ डॉ नीलू ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट हेल्थ सोसाइटी के डीपीएम, नसीम रजी, आरबीएसके की डॉ बिंदू, सदर प्रखंड के बीएचएम रवि के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग और केयर इंडिया की टीम ने सदर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित विभिन्न क्षेत्र में घर- घर जाकर दो या दो से अधिक बच्चों की माताओं से मिलकर उन्हें परिवार नियोजन के लिए जागरूक किया । इस दौरान गर्भवती महिलाओं से मिलकर उन्हें गर्भावस्था के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां और संस्थागत प्रसव कराने के लिए भी जागरूक किया गया। उन्होंने बताया कि डीपीएम नसीम रजी के नेतृत्व में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सदर प्रखंड मुंगेर, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बूढ़न मारड़ टोला, चंडी स्थान और स्वास्थ्य उपकेंद्र मोहली का निरीक्षण कर वहां कार्यरत एएनएम, सीएचओ, आशा कार्यकर्ता सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को मिशन परिवार विकास अभियान के दौरान अधिक से महिलाओं और पुरुषों को परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई स्थान अपनाने के लिए जागरूक करते हुए परिवार नियोजन के निर्धारित लक्ष्य को हर हाल में प्राप्त करने का निर्देश दिया गया ।

बता दें कि इन दिनों जोर-शोर से बाढ़ कहर ढाह रही है। वही टीका रामपुर पंचायत में बाद में फसे ग्रामीणों के लिए जिला प्रशासन से किसी प्रकार की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि हम लोग काफी समस्या का सामना कर रहे हैं। ना तो प्रशासन द्वारा आने-जाने के लिए नाव दिया ना ही खाने-पीने की कोई सामग्री इसमें भी स्थिति में हम लोग किस तरह से जी रहे हैं। इस स्थिति में हमारे साथ कोई अप्रिय घटना हो जाए तो हम कहां जाएंगे यह मुझे समझ नहीं आता है। रात में बिजली नहीं रहती है किरासन तेल के लिए हम लोग परेशान हैं अन्य कोईभी सुविधा जिला प्रशासन की ओर से नहीं मिल रहा है वही पंचायत के मुखिया कृष्णाकांत सिंह उर्फ टुनटुन सिंह ने बताएं कि राहत मुहैया हेतु हमने एसडीओ मुंगेर, सीओ मुंगेर, को लिखित आवेदन दे दिए हैं पर अब तक जिला प्रशासन द्वारा किसी प्रकार का कोई सुविधा हमारे जनता को मुहैया नहीं कराया गया नाव के लिए हम काफी परेशान हैं लोगों को आने जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है यथाशीघ्र जिला प्रशासन से राहत मुहैया कराने की मांग करता हूं।