शनिवार को मुंगेर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में 1821 लोगों की कोविड-19 जांच कराई गई जिसमें 10 नए संक्रमित मरीज पाए गए हैं। इसकी जानकारी सिविल सर्जन डॉ पीएम सहाय ने दिए उन्होंने बताया कि आज 10 नए संक्रमित मरीज मिले जिसमें 7 पुरुष एवं 3 महिला शामिल है। उन्होंने यह भी बताया कि एक्टिव मरीज की संख्या 31 पहुंच गई लोग सावधान रहें सतर्क रहें मार्क्स सैनिटाइजर का प्रयोग करें टीका अवश्य लगवाएं ताकि अपने आप को सुरक्षित रख पाए। न

सदर अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती 7 नवजात बच्चों को मिल रही है बेहतर स्वास्थ्य सेवा - शिशु रोग विशेषज्ञ की देखरेख यहां 24 घंटे उपलब्ध है बेहतर इलाज की समुचित व्यवस्था - 28 दिनों तक के नवजात शिशु जो गंभीर बीमारी से ग्रसित होते हैं उनको मुफ्त उपलब्ध कराई जाती बेहतर इलाज की सुविधा मुंगेर, 16 जून। : सदर अस्पताल परिसर में संचालित स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) में गंभीर बीमारी से ग्रसित अभी कुल 7 नवजात शिशु इलाजरत हैं। यहाँ आने वाले सभी नवजातों को 24 घंटे बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। जिला के विभिन्न प्रखंडों में रहने वाले गंभीर बीमारी से ग्रसित नवजात शिशु के परिजन अपने शिशु के समुचित इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल परिसर में संचालित एसएनसीयू पहुँच रहे हैं। जहां शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों की मौजूदगी में प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ के द्वारा 24 घंटे बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही है। इस दौरान सुरक्षा के हर मानकों के साथ कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है। इसकी वजह से ऐसे नवजातों के परिजन अपने नवजात को लेकर बेचिहक सदर अस्पताल परिसर स्थित एसएनसीयू पहुँच रहे हैं। मुंगेर में एसएनसीयू के सफल संचालन में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक (डीएस) डाॅ. पीएम. सहाय और एसएनसीयू के इंचार्ज डॉ. संतोष कुमार का सराहनीय योगदान है। - जन्म से लेकर 28 दिनों तक के नवजात शिशु को उपलब्ध कराई जाती है एसएनसीयू की सुविधा : एसएनसीयू मुंगेर के इंचार्ज सह शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि यहाँ जन्म से लेकर 28 दिनों तक के ऐसे नवजात शिशु को भर्ती किया जाता है, जो बर्थ-एस्फिक्सिया, प्री-म्यच्योरिटी (समय से पूर्व जन्म लेने वाले नवजात), न्यू नेटल जॉन्डिस, एलबीडब्ल्यू एवं सेपसिस सहित कई परेशानी से पीड़ित रहते हैं। ऐसे नवजात शिशु को यहां दवाई से लेकर समुचित इलाज कि सभी सुविधाएं मुफ्त उपलब्ध कराई जाती है। - एसएनसीयू में एडमिट नवजातों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हर जरूरी बातों का रखा जाता है ख्याल : उन्होंने बताया कि बताया कि यहाँ आने वाले सभी नवजातों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जा सके, इसके लिए हर जरूरी बातों का ख्याल रखा जाता है। इसके साथ ही यहां एडमिट सभी नवजातों के स्वास्थ्य का नियमित तौर पर फॉलोअप भी किया जाता है। यहां इलाज के दौरान सुरक्षा के हर मानकों के साथ-साथ कोरोना गाइडलाइंस का पूरी तरह से पालन किया जाता है ताकि नवजात को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिल सके और किसी अनावश्यक परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इसके अलावा नवजात के स्वस्थ शरीर निर्माण को लेकर इलाज के पश्चात की जाने वाली सभी आवश्यक देखरेख की भी नवजात के परिजनों को जानकारी दी जाती और उचित देखरेख के लिए प्रेरित भी किया जाता है। - नवजात को स्वस्थ रखने के लिए परिजनों को दी जाती है जानकारी : डाॅ. संतोष कुमार ने बताया कि इलाज के पश्चात डिस्चार्ज करने के वक्त अस्पताल कर्मियों एवं चिकित्सकों द्वारा नवजात को स्वस्थ रखने के लिए परिजनों को आवश्यक चिकित्सा परामर्श दिए जाते हैं। ताकि नवजात का स्वस्थ शरीर निर्माण हो। इस दौरान बच्चे को जन्म के बाद छह माह तक नियमित रूप से समय-समय पर स्तनपान कराने, साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखने समेत अन्य आवश्यक जानकारी दी जाती है।

शुक्रवार को मुंगेर जिला के विभिन्न क्षेत्रों में जांच के दौरान 6 नए कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं। इसकी जानकारी सिविल सर्जन डॉ हरेंद्र कुमार आलोक ने दिए उन्होंने बताया कि अभी लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। तभी अपने आपको अपने परिवार को सुरक्षित रख पाएंगे

प्रतिदिन 2200 आरटीपीसीआर व 90 तक ट्रूनेट जांच बढ़ाने का निर्देश - राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने डीएम व सीएस को जारी किया पत्र - राज्य भर में प्रतिदिन 91100 आरटीपीसीआर और 3400 ट्रूनेट टेस्ट निर्धारित किया गया है लक्ष्य मुंगेर, 13 जनवरी। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कोविड टीकाकरण के साथ - साथ प्रतिदिन कोरोना की जांच सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिला में प्रतिदिन आरटीपीसीआर व ट्रूनेट जांच बढ़ाने का निर्देश मिला है। राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार के द्वारा सभी जिलों के डीएम और सिविल सर्जन को पत्र के अनुसार प्रतिदिन आरटीपीसीआर और ट्रूनेट जांच का संशोधित लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसके अनुसार मुंगेर में प्रतिदिन 2200 आरटीपीसीआर और 90 ट्रूनेट जांच करने का निर्देश दिया गया है। मुंगेर के सिविल सर्जन डॉ. हरेन्द्र आलोक ने बताया कि विभागीय निर्देश के अनुसार कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि को देखते हुये अधिक से अधिक लोगों की आवश्यक जांच करने का निर्णय लिया गया है। विभागीय निर्देश के अनुसार कोविड संक्रमण से उत्पन्न वर्तमान स्थिति में कोविड जांच को बढ़ाने के उद्देश्य से आरटीपीसीआर तथा ट्रूनेट के जिलावार लक्ष्य को पुन: संशोधित किया गया है। इस अनुरूप जांच की संख्या बढ़ायी गई है। संक्रमण की बढ़ती संख्या व विभाग से मिले निर्देशों के बाद सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को रोजाना लक्ष्य की प्राप्ति के लिये कहा गया है। दूसरी तरफ जिला में कोरोना संक्रमण को देखते हुए तमाम जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं। कई जगहों पर सघन मास्क चेकिंग अभियान जिला प्रशासन द्वारा चलाया जा रहा है । लोगों से कोविड सुरक्षा मानकों का पालन करने की अपील की जा रही है। इसके साथ ही जिला में कई जगह पर जांच के साथ सघन टीकाकरण अभियान भी चलाया जा रहा है। जिसके तहत 15 से 18 वर्षीय किशोरों का टीकाकरण एवं 60 वर्ष से ऊपर के लोगों को प्रीकॉशनरी डोज देने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके साथ ही फ्रंटलाइन वर्कर और हेल्थ वर्कर को भी प्रीकॉशनरी डोज लगायी जा रही है। दवा किट मुहैया कराने का निर्देश : उन्होंने बताया कि विभागीय निर्देश के अनुसार रैपिड एंटिजन किट से जांच के बाद संक्रमित लोगों के बीच दवा किट मुहैया कराने का निर्देश है। इसके साथ ही आरटीपीसीआर व ट्रूनेट जांच के बाद पॉजिटिव मिलने पर संबंधित मरीज को इंडिया पोस्ट से बीएमएसआइसिल की ओर से दवा किट भी मिलेगा । ताकि इससे मरीजों को ससमय उपचार शुरू हो सके। मालूम हो कि कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर विभाग की ओर से यह पहल की गई है। जांच के बाद मरीजों को होम आइसोलेशन में भेजा जा रहा है। घर पर संक्रमितों को दवा मिलने से सुविधा बढ़ जाएगी । किट में दी जा रही दवा व मास्क : स्वास्थ्य विभाग की ओर से दिये गये किट में एजीथ्रोमाइसिन , विटामिन सी , मल्टीविटामिन , जिंक टैबलेट , पैरासिटामोल देने को कहा गया है । कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से काफी एहतियात बरती जा रही है।

मुंगेर जिले के विभिन्न क्षेत्रों कोविड-19 की जांच के दौरान 9 नए संक्रमित शनिवार को मिलने से लोगों में हड़कंप मच गई एक्टिव मरीज की संख्या पहुंची 41 इसकी जानकारी सिविल सर्जन हरेंद्र कुमार आलोक ने दिए उन्होंने बताएं जरूरत के अनुसार ही लोग बाहर निकले मार्क्स एवं से रिटायर का प्रयोग अवश्य करें सुरक्षित रहना जरूरी है

सोमवार को मुंगेर जिले में तीन नए संक्रमित मरीज पाए गए हैं बता दे कि रविवार को जिन साथ पुलिस जवान संक्रमित पाए गए थे उन्हीं के संपर्क में आए 36 लोगों का रविवार को कोरोना जांच कराया गया जिसमें तीन लोग संक्रमित पाए गए इसकी जानकारी सिविल सर्जन डॉ हरेंद्र कुमार आलोक ने दिए

रविवार को एक साथ मिले 11 नए कोरोना संक्रमित मरीज इसकी जानकारी सिविल सर्जन डॉक्टर हरेंद्र कुमार आलोक ने दिए उन्होंने बताया कि पिछले दिनों एक प्रशिक्षु महिला सिपाही संक्रमित पाए गए थे जब उनके संपर्क में आए 475 पुलिस जवान का जांच कराया गया तो 7 पुलिस जवान संक्रमित पाए गए वही एक महिला जमालपुर में जांच के दौरान संक्रमित पाए गए बरियारपुर से 3 स्कूली बच्चे संक्रमित पाए गए हैं इस तरह से कुल 1 1 संक्रमित मरीज मुंगेर में मिले हैं एक्टिव मजीरा मरीजों की संख्या 14 पहुंच गई है लोग सावधान रहें और कोरोना गाइडलाइन का पालन अवश्य करें

शनिवार को मुंगेर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में 3844 लोगों की कोविड-19 जांच कराई गई एक व्यक्ति संक्रमित पाए गए इसकी जानकारी सिविल सर्जन डॉ हरेंद्र कुमार आलोक ने दिए

शुक्रवार को विभिन्न क्षेत्रों में जांच के दौरान कोरोना संक्रमित 2 नए मरीज पाए गए जिसमें एक महिला तो एक पुरुष शामिल है इसकी जानकारी सिविल सर्जन डॉ हरेंद्र कुमार आलोक ने दिए

कोरोना के बीच सही पोषण से ही मजबूत होगी बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता, खानपान का रखें विशेष ख्याल - कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए बच्चों के साथ ही किशोर व युवा भी रहें सावधान - मास्क और शारीरिक दूरी के नियम का पालन करते हुए साफ-सफाई का भी रखें विशेष ख्याल मुंगेर, 24 दिसम्बर । जिले में कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच लगातार बदल रहें मौसम के कारण तरह- तरह की मौसमी बीमारी के होने की संभावना भी काफी बढ़ गई है। इसीलिए कोरोना के साथ ही इससे भी बचने के लिए हमें और अधिक सावधान रहने की जरूरत है। इस दौरान बच्चों के साथ ही किशोर व युवाओं को भी कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए सही पोषण का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। क्योंकि सही पोषण ही लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है जो कोरोना संक्रमण से बचने के साथ ही मौसमी बीमारियों से हमें बचाने में भी संजीवनी साबित होगी । इसके साथ ही अभी भी लोगों को मास्क और शारीरिक दूरी के नियम का पूरी सावधानी के साथ पालन करना आवश्यक है। मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने को पौष्टिक आहार का करें सेवन:- जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर के डीपीसी एवं एनआरसी के नोडल अधिकारी विकास कुमार ने बताया, बदलते मौसम में कई तरह की मौसमी बीमारियों के होने की भी संभावना काफी बढ़ जाती है। जैसे कि एलर्जी, सर्दी-खाँसी, बुखार सहित अन्य वायरल टाइप की बीमारियों के भी चपेट में लोग आ जाते हैं। इसलिए इससे बचाव के लिए हरी सब्जी, दाल, साग समेत अन्य पौष्टिक आहार का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें। बच्चों के सही पोषण का उनके माता-पिता व परिवार के अन्य सदस्यों को विशेष ख्याल रखना चाहिए और ससमय खाना खिलाना चाहिए। कोरोना सहित अन्य मौसमी बीमारियों के संक्रमण से बचने को समय पर खाएं खाना :---- उन्होने बताया कि मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए प्रत्येक दिन समय पर खाना खाएं और पर्याप्त मात्रा में उचित व शुद्ध पानी का सेवन करें। हरी सब्जी व साग का ज्यादा उपयोग करें। इससे हमारे शरीर में पोषक तत्व बढ़ता है और हमें बीमारी से लड़ने में सहयोग करता। बीमारियों के संक्रमण से बचने के लिए साफ -सफाई का भी रखें विशेष ख्याल : उन्होंने बताया कि सभी तरह की बीमारियों के संक्रमण से बचने के लिए सभी लोग साफ-सफाई का भी विशेष ख्याल रखें और घर से लेकर आसपास की जगहों पर भी साफ-सफाई का विशेष ध्यान दें। ब्लीचिंग पाउडर का नियमित रूप से छिड़काव कराएं। साथ ही आसपास के लोगों को भी साफ- सफाई के प्रति जागरूक करें। इसके अलावा रहन-सहन के तरीके में भी वदलाव लाएं। जो हमें बीमारी के दायरे से बचाए एवं हम अस्पताल जाने से बचें। शरीर में पानी की नहीं होने दें कमी: उन्होंने बताया कि शरीर में पानी की कमी होने के कारण भी तरह- तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें। इसके लिए लगातार शुद्ध पानी पीएँ। बाहर निकलने यानी यात्रा के दौरान पानी साथ लेकर चलें। सभी लोग अनिवार्य रूप से करें कोरोना गाइडलाइन का पालन : - सभी लोग घर से बाहर निकलने की स्थिति में मास्क, गमछा, रुमाल या अन्य कपड़े से अपने नाक और मुंह को ढकें ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण को कम से कमतर किया जा सके। - सभी लोग भीड़ भाड़ वाले स्थान पर जाने की स्थिति में शारीरिक दूरी के नियम के तहत कम से कम दो गज या छह फीट के नियम का पालन करें । - सभी लोग कुछ भी छूने कि स्थिति में साबुन या हैंड सैनिटाइजर से अपने हाथों को एक निश्चित अंतराल के बाद साफ करें ताकि हाथों के जरिये कोरोना वायरस का संक्रमण न फैलने पाए। - संक्रमण वाली जगहों या जहां पर पर साफ -सफाई नहीं हो वहा खाना खाने से बचना चाहिए। - घर के आसपास गंदगी जमा नहीं होने दें। - संक्रमण वाले स्थानों से दूर रहें।