गैर संचारी रोग नियंत्रण को ले स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है। इसी कड़ी में एनसीडी सेल दुर्गा पूजा पंडालों और मंदिरों में गैर संचारी रोगों के प्रति लोगों को जागरूक कर रही है। शहर के महत्वपूर्ण जानकी स्थान, पुनौरा धाम, वैष्णो माता मंदिर समेत विभिन्न पूजा पंडालों में बैनर फ्लैक्स लगाकर जागरूकता फैलायी जा रही है। गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. सुनील कुमार सिन्हा ने बताया कि दुर्गा पूजा पंडालों और मंदिरों में उच्च रक्तचाप, मधुमेह, कैंसर, लकवा, हृदय रोग, श्वास रोग सहित अन्य गैर संचारी रोगों की जानकारी दी जा रही है। इसके साथ ही कोटपा अधिनियम के तहत तंबाकू उत्पादों के सेवन नहीं करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इसके लिए तंबाकू से होने वाले दुष्प्रभाव को दर्शाते हुए जगह-जगह पर बैनर और पंपलेट लगाए गए हैं। डॉ. सिन्हा ने बताया कि सार्वजनिक पूजा स्थलों पर लोगों की भीड़ जुटेगी। इसको देखते हुए धूम्रपान व यत्र-तत्र थूकने पर पूर्ण प्रतिबंध किया गया है, ताकि स्वस्थ व संक्रमण मुक्त होकर पूजनोत्सव मनाया जा सके।
पीरामल फाउंडेशन के प्रोग्राम लीडर दिव्यांक श्रीवास्तव ने बताया कि छात्राओं को आयरन युक्त खाना का सेवन करने के लिए भी जागरूक किया गया। इसके अलावा समय पर भोजन करना भी जरूरी है। इसलिए इस बात का विशेष ख्याल रखें कि समय पर खाना खाएं और परिवार के अन्य सदस्यों के भी खान-पान का ख्याल रखें। खासकर घर के बच्चे और बुजुर्गों के खानपान को लेकर विशेष ध्यान दें।
बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला के काँटी प्रखंड से शाइस्ता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि गायघाट, पारू, सकरा प्रखंडों में दूसरे डोज का प्रतिशत 70.72 के आस पास है। जिसे जिलाधिकारी ने और बढ़ाने को कहा है। जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने कहा कि अगले 10 दिनों में 80 प्रतिशत लाभुकों को टीकाकृत करें। अपेक्षाकृत सुधार नहीं होने पर तदनुसार प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक के मानदेय में 25 प्रतिशत कटौती की जायेगी, साथ ही संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी पर सख्त कार्रवाई की जायेगी। सिविल सर्जन, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी और डीपीएम प्रति संध्या टीकाकरण प्रगति की समीक्षा करेंगे तथा प्रतिवेदित देंगे। बैठक में उप विकास आयुक्त, सिविल सर्जन डॉ उमेश चंद्र शर्मा, डीपीएम, डीपीआरओ दिनेश कुमार आदि उपस्थित थे।
परिवार नियोजन पखवाड़ा के अवसर पर सेंटर फॉर कैटेलाईजिंग चेंज के तत्वावधान में जनप्रतिनिधियों द्वारा कांटी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को एक पत्र लिखा गया था। इस कैंप के लिए महिला पंचायत प्रतिनिधियों (मुखिया) के साथ कांटी प्रखंड के लशकरिपुर के मुखिया इंद्रमोहन झा, बीरपुर पंचायत की मुखिया सह अध्यक्ष प्रखंड मुखिया संघ सह जिला मुखिया संघ की उपाध्यक्ष याचना शाही, हरचंदा की मुखिया मदिना ख़ातून, धमौली रामनाथ पूर्वी की मुखिया पवन देवी द्वारा अपने पंचायत में परिवार नियोजन पखवाड़ा के दौरान समुदाय काउंसलिंग के विशेष कैंप के बारे में आग्रह किया था।
टीबी को मात देकर पूरी तरह स्वस्थ होने वाले जिले के टीबी चैंपियन दूसरों को इस बीमारी से निजात दिलाने में जुटे हैं। ये लोग टीबी चैंपियन बनकर दूसरों को टीबी से उबारने में मदद कर रहे हैं। साथ ही लोगों को बीमारी से मुक्ति दिलाने के लिए उन्हें जागरूक करने का भी काम कर रहे हैं। जिला यक्ष्मा केंद्र में शनिवार को टीबी चैंपियन के रूप में काम कर रहे लोगों की समीक्षात्मक बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार ने की। उन्होंने बताया कि टीबी चैंपियन मेंटरशिप प्रोग्राम के तहत काम करने वाले जिले के टीबी चैंपियन टीबी मरीजों के घर घर पहुंच कर उन्हें संबल प्रदान कर रहे हैं। इन सभी लोगों को समीक्षा बैठक में बताया गया कि टीबी मरीजों को प्रेरित करें कि वह बीच में दवा नहीं बंद करें। दवा बंद करने से टीबी बिगड़ सकती है। टीबी की दवा तब तक खानी है जब तक कि चिकित्सक द्वारा बंद करने की सलाह नहीं दी जाती है । इसी प्रकार टीबी के प्रत्येक निकटवर्ती व्यक्ति की (जो अत्यंत निकट रहा हो) टीबी जांच आवश्यक है और साथ ही उसे टीबी प्रिंवेटिव थेरेपी के तहत बचाव के लिए दवा खानी है। यह सभी संदेश समुदाय तक पहुंचाने के लिए टीबी चैंपियन से कहा गया है।
मीनापुर प्रखण्ड के महदेईया पंचायत में परिवार नियोजन पर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से महदेइया मठ पर स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र पर मुखिया महदेइया गुड्डी देवी ने परिवार नियोजन जागरूकता कैंप लगवाया, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं एवं पुरुष उपस्थित हुए।
कोरोना आने के बाद से हर व्यक्ति इम्यूनिटी के पीछे भाग रहा है। बाजार में इम्यूनिटी बूस्टर धड़ल्ले से बिक रहे हैं, और घर पर लोग तमाम तरह के उपाय कर रहे हैं। लेकिन अगर बच्चों के लिए प्राकृतिक इम्यूनिटी बूस्टर की बात करें तो वह है माँ का दूध। माँ के दूध में पाये जाने वाले पोषक तत्व बच्चे को जीवन भर इम्यूनिटी प्रदान करते हैं। यह बच्चे के लिए प्रथम टीके के रूप में कार्य करता है, जो कि उसे रोग और मृत्यु से बचाता है। इसी उद्देश्य से जिले में विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जाएगा। सिविल सर्जन डॉ. सुरेश चंद्र लाल ने बताया कि एक से सात अगस्त तक जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों सहित अन्य जगहों पर विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जाएगा। स्तनपान सप्ताह के सफल आयोजन को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने सभी सिविल सर्जन को पत्र जारी किया है।
जनसंख्या स्थिरीकरण को बढ़ावा देने के लिए जिले भर के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसके तहत जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में परिवार नियोजन शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा की सफलता के लिए जिले भर में सारथी रथ को प्रचार-प्रसार के लिए रवाना किया गया। सिविल सर्जन डॉ. सुरेश चंद्र लाल, प्रभारी एसीएमओ सह परिवार नियोजन के नोडल पदाधिकारी डॉ. सुनील कुमार सिन्हा, डीआईओ डॉ. एके झा ने सारथी रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर डॉ. सुनील कुमार सिन्हा ने कहा कि माइकिंग और हैंडबिल आदि के माध्यम से लोगों को परिवार नियोजन के साधन को अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें
बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिला के काँटी प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता सहिस्ता ने जानकारी दी कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए खतरे के बीच जिले में टीकाकरण की रफ़्तार में तेजी लाने की कवायद जारी है। इसमें पिछले महीने शुरू हुए हर घर दस्तक़ अभियान में और मजबूती दी है। इसके तहत टीकाकर्मी लोगो के घर घर जा कर टीका लगा रहे हैं। अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें
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