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"ड्यूटी पर तैनात सोनपुर निवासी की कोलकाता में हुई मौत." जी हां, सोनपुर के गोपालपुर निवासी स्वर्गीय चंद्किशोर सिंह के पुत्र अलख निरंजन सिंह जो कोलकाता बंदरगाह पर कार्यरत थे उनकी कल रात ड्यूटी पर ही मौत हो गई. प्राप्त जानकारी अनुसार जिस बंदरगाह पर वो तैनात थे वहा AMPHAN चक्रवाती तूफ़ान के कारण पानी लग गया था और उसी पानी लगने के दौरान वहा शॉर्ट सर्किट हो गया और उस पानी में करेंट आ गया. उसी पानी में होने की वजह से वो भी करेंट के चपेट में आ गए व उनकी मौत हो गई. ये सभी सूचना मृतक के परिजन ने मोबाइल वाणी को दी.
न्यूज परसा। मोबाइल बानी की खबर का हुआ असर परसा से मोबाइल वाणी की रिपोर्ट दिल्ली में फसे मज़दूरो को 11/05/2020 यानी सोमवार को खबर प्रकाशित होने के बाद परसा के पूर्व जेडीयू विधायक छोटेलाल राय के सौजन्य से दिल्ली में फंसे परसा थाना क्षेत्र के मजदूर विकास कुमार कमलदेव महतो विजमोहन राय अर्जुन महतो प्रहलाद महतो अरविंद साह रमेश महतो विजय महतो संजय महतो समेत 30 मजदूरों को खाते में पैसा भेजवा कर सुखा राशन के लिए राहत उपलब्ध करवाया गया वही मजदूर ने फोन कर विधायक को धन्यवाद दिया। वही विधायक ने बताया कि जो भी सम्भव होगा मजदूरों का सहायता करता रहूंगा।
" सोनपुर का निवासी उत्तर-प्रदेश में बुरी तरह हुआ घायल " जी हां, आज उत्तर प्रदेश के बस्ती में दिल्ली से प्रवासियों को ला रही एक बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिसमे सोनपुर के सबलपुर पश्चिमी पंचायत के एक व्यक्ति बुरी तरह घायल हो गए है व एक तेरसिया के एक व्यक्ति का पैर टूट गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार ये दोनों वैष्णो देवी जाने के लिए घर से निकले थे और लॉकडाउन लगने के कारण लुधियाना में फस गए थे. उसके बाद 14 को वो लुधियाना से पैदल दिल्ली को चले और 17 को दिल्ली पहुंचे. दिल्ली से बस द्वारा बिहार आ रहे थे लेकिन उत्तर-प्रदेश के बस्ती में वो बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई.
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जम्मू-कश्मीर में संविधान के अनुच्छेद 370 हटने के करीब तीन महीने बाद मोदी सरकार ने मंगलवार को यूरोपीय सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल को कश्मीर जाने की अनुमति दी है। अपने अनौपचारिक दौरे पर ये प्रतिनिधिमंडल कश्मीर में जमीनी स्थिति का जायजा लेंगे। बेशक यूरोपीय सांसदों की इस कश्मीर यात्रा को सरकार अनौपचारिक बता रही है, लेकिन कश्मीर पर अपने बदलते रुख को लेकर सरकार पर सवाल भी उठ रहे हैं, क्योंकि इसके पहले हाल ही में मोदी सरकार ने अमेरिकी सांसदों के एक दल को कश्मीर जाने की इजाजत नहीं दी थी। वहीं, विपक्ष के नेताओं को भी कश्मीर दौरे के लिए परमिशन नहीं मिली थी। अब यूरोपीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को आज कश्मीर जाने की अनुमति दी गई है। सरकार ने ये फैसला ऐसे समय पर लिया है, जब पाकिस्तान, तुर्की, मलेशिया जैसे देश अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर का मुद्दा उठा रहे हैं। बता दें कि आर्टिकल 370 पर फैसले लेने के बाद कश्मीर के कुछ इलाकों में लगातार 84वें दिन तक कई तरह के बैन लगे हैं। कश्मीर दौरे के लिए इजाजत देने के पीछे सरकार की क्या मंसा रही होगी.? कश्मीर में ऐसे हालत होने के बावजूद क्या सरकार का यह निर्णय सही है..?आप अपने विचार और अनुभव हमारे साथ साझा करें अपने फोन में नंबर 3 दबा कर।अगर यह खबर अच्छी लगी तो लाईक का बटन जरूर दबायें।
प्रदूषित हवा से कार्बन डाइऑक्साइड को निकालने के लिए अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एक नया तरीका ईजाद किया है। इसके लिए उन्होंने एक नए उपकरण की मदद ली है। वैज्ञानिकों का दावा है कि इसके जरिये वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैसों के स्तर को कम करने के साथ-साथ नई रणनीतियां बनाने में मदद मिल सकती है।अमेरिका की मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं ने वैज्ञानिकों के साथ मिलकर यह तरीका विकसित किया है। शोधकर्ताओं ने कहा, ‘हवा से कार्बन डाइऑक्साइड को निकालने के अधिकांश तरीकों में उच्च सांद्रता की आवश्यकता होती है, जिसका अर्थ है कि वर्तमान में मौजूद ज्यादातर उपकरण हवा से कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर को तभी कम करते हैं जब वायुमंडल में उनका स्तर ज्यादा होता है। लेकिन नई विधि के जरिये हवा में बहुत कम सांद्रता होने पर भी कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकाला जा सकता है। उन्होंने बताया कि नए तरीके में काफी ऊर्जा की खपत होती है और इसके जरिये वर्तमान में वायुमंडल से 400 पाट्र्स पर मिलियन (पीपीएम) ग्रीन हाउस गैसों को सोखा जा सकता है।यह अध्ययन एनर्जी एंड इन्वायरमेंटल साइंस नामक जर्नल में प्रकाशित हुआ है।शोधकर्ताओं ने कहा कि यह डिवाइस दो चक्रों में काम करती है- चार्जिंग और डिस्चार्ज। चार्जिंग के दौरान डिवाइस हवा को अवशोषित करती है और साफ हवा को बाहर करती रहती है। जब डिवाइस का सिलेंडर भर जाता है तो कार्बन डाइऑक्साइड को भी बाहर कर देती है। इस अवस्था को डिस्चार्ज कहा जाता है। नई डिवाइस अगर कार्य करने में सफल हुई तो इससे कई तरह के लाभ हो सकते हैं। आपको क्या लगता है इससे लोगों को होने वाली श्वास संबन्धित या कोई अन्य बीमारियाँ कम होगी..? आप अपने विचार और अनुभव हमारे साथ साझा करें अपने फोन में नंबर 3 दबा कर।अगर यह खबर अच्छी लगी तो लाईक का बटन जरूर दबायें।
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि उन्होंने अपनी फ्रांसीसी समकक्ष के साथ रक्षा संबंधों से जुड़े सभी मुद्दों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे। रक्षा मंत्री ने बैठक के बाद ट्वीट कर कहा, फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली के साथ पेरिस में वार्षिक रक्षा वार्ता के दौरान उपयोगी चर्चा हुई। हमने अपने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों के सभी मुद्दों का आकलन और समीक्षा की। भारत और फ्रांस के बीच यह दूसरी मंत्रिस्तरीय वार्षिक रक्षा वार्ता हैइससे पहले राजनाथ सिंह का फ्रांस के रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय में मंगलवार रात सैन्य सलामी गारद से स्वागत किया गया। रक्षा मंत्री ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि 36 लड़ाकू विमानों में से 18 विमान फरवरी 2021 तक सौंप दिए जाएंगे, जबकि शेष विमान अप्रैल-मई 2022 तक मिल जाने की उम्मीद है। गौरतलब है कि भारत ने 59,000 करोड़ रुपये के सौदे के तहत सितंबर 2016 में फ्रांस से 36 लड़ाकू विमान खरीदने का आर्डर दिया था। तो श्रोताओं ऐसी ही ख़ास जानकारियों के लिए जुड़े रहे मोबाइल वाणी से और अगर यह खबर पसंद आई तो लाईक का बटन जरूर दबायें।
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