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दोस्तों, , कोरोना संक्रमण का असर 2 सप्ताह या अधिकतम 1 माह में खत्म हो जाता है. इसके बाद जैसे ही पीडित की रिपोर्ट नेगेटिव आती है, उस समय से 3 माह बाद कोरोना टीके की पहली डोज लगवा सकते हैं .

मध्यप्रदेश राज्य के छिंदवाड़ा जिला से योगेश गौतम ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि अगर किसी के मन में कोरोना वाकिनी को लेकर अफवाह है तो इसे दूर करने के लिए नजदीक के जिन लोगों ने वैक्सीन लगवाई है उनसे या फिर आशा और आंगनबाड़ी से सही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं

दोस्तों, सरकार के प्रयासों से देश की अधिकांश जनता ने कोविड टीके की दोनों खुराके ले ली हैं पर फिर भी हमारे बीच कोरोना संक्रमण का खतरा कम नहीं हो रहा है. इसकी वजह है कि अभी भी बहुत से लोग ऐसे हैं, जो कोरोना टीके के बारे में भ्रमित हैं... यानि अफवाहों के चलते उन्होंने टीकाकरण नहीं करवाया है. जिसकी वजह से हमारे समाज में अभी भी कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है. और ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें

दोस्तों,कोविड का टीका हर तरह के परीक्षण के बाद तैयार किया है और फिर आम नागरिकों तक पहुंचा है. असल में कोरोना का टीका शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाता है. इससे शरीर को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता. टीके के प्रभाव से कुछ लोगों को हल्का बुखार या फिर टीका लगने वाले स्थान पर दर्द हो सकता है लेकिन यह क्षणिक है. यानि एक दो दिन में खुद ठीक हो जाता है. इससे ना तो माहवरी बंद होती है ना ही उस दौरान दर्द होने जैसी कोई समस्या आती है. और ज़्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें .

मध्यप्रदेश राज्य के छिंदवाड़ा जिला से राजू ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि भारत सरकार ने वैक्सीन को लेकर कई जागरूकता अभियान चलाया है। लोगों के बीच कई प्रकार की भ्रामक जानकारियां हैं वैक्सीन को लेकर, उसको अगर दूर करना है तो अपने नज़दीकी वैक्सीन केंद्र या आंगनबाड़ी केंद्र में जा कर वैक्सीन के प्रति सही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं

मध्यप्रदेश राज्य के छिंदवाड़ा जिला से विक्की ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि लोगों के बीच कई प्रकार की भ्रामक जानकारियां हैं वैक्सीन को लेकर, उसको अगर दूर करना है तो अपने नज़दीकी वैक्सीन केंद्र या आंगनबाड़ी केंद्र में जा कर वैक्सीन के प्रति सही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि नियमित रूप से मास्क का उपयोग करें साथ ही वैक्सीन जरूर लगवाएं

मध्यप्रदेश राज्य के छिंदवाड़ा जिला से हमारे श्रोता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि कोरोना से बचाव के लिए कोविड के दोनों टीके आवश्यक है। अगर किसी को ऐसा लगता है कि वैक्सीन से किसी प्रकार का नुक्सान हो सकता है तो वे अपने मन के भ्रम को दूर करने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका से सुझाव ले सकते हैं

मध्यप्रदेश राज्य के छिंदवाड़ा जिला से हमारे श्रोता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि गर्भवती महिलाओं के कोरोना टीकाकरण को लेकर कई लोगों के मन में शंकाएं हैं। ऐसे भ्रमणों से दूर रहें सभी टीका जरूर लें और वैक्सीन लेने से पहले चिकित्सक से सलाह भी ले सकते हैं

दोस्तों, कोविड बचाव का टीका गर्भवती महिलाओं और उनके शिशुओं पर कोई बुरा असर नहीं डालता. बल्कि ये तो आपकी कोरोना से रक्षा करेगा. आशा दीदी तो खुद घर—घर जाकर गर्भवती महिलाओं को ये टीका लगवाने की सलाह दे रहीं हैं. गर्भवती महिलाएं प्रसव के तत्काल बाद कोविड बचाव टीका लगवा सकती हैं. जब भी टीका लगता है तो कुछ लोगों को हल्का बुखार, बदन दर्द होता है, लेकिन इससे घबराना नहीं चाहिए. इससे आपको या बच्चे को कुछ नहीं होगा. ये सारी तकलीफ कुछ देर में ठीक हो जाती है. और ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें।