झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला के कसमार प्रखंड से सुदाम कुमार सेन ,बोकारो मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि दस साल पहले मौसम बहुत अच्छा था ,बारिश समय पर होता था जिससे खेती बाड़ी अच्छे से होती थी। लेकिन अब बारिश बेसमय आता है। जिससे फसलों को सही समय पर पानी नहीं मिलने से वो बर्बाद हो जाता है। अभी जिस तरह से अंधाधुन्द जंगलों की कटाई हो रही ,बड़ी बड़ी इमारतों का निर्माण हो रहा है ,इससे आने वाला युग ख़तरे में है। इसीलिए अभी से जनसँख्या पर नियंत्रण करना ज़रूरी है।

झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला के कसमार प्रखंड से सुदाम कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बताना चाहते है की, बारिश नहीं होने के वजह किसान खेती नहीं कर पा रहे है । पानी के बिना किसानो के खेत सुख गए है। सरकार के द्वारा नहर के कनेक्शन को खेतो के तरफ मोड़ देना चाहिए, ताकि किसान खेती कर सके

पेटरवार, प्रतिनिधि। प्रखंड के मायापुर पंचायत अंतर्गत मायापुर स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय के बगल में रविवार को वन अधिकार कानून 2006 के तहत ग्राम सभा की गई। जिसकी अध्यक्षता लखी राम बास्के ने की जबकि मोतीलाल बेसरा ने संचालन की। ग्राम सभा के दौरान गांव के वन क्षेत्र के सिमाना में ग्राम सभा के द्वारा अधिसूचना का साइन बोर्ड सैकड़ों ग्रामीणों की उपस्थिति में गाड़ा गया।  बोर्ड गड़ी के पूर्व एक ग्राम सभा की गई जिसमें कहा गया कि अनुसूचित जनजाति एवं अन्य परंपरागत वन निवासी अधिनियम 2006 एवं संशोधन नियम 2012 के तहत यह संसाधन क्षेत्र है जिसमें वन विस्तार का अधिकार, वनोपज का अधिकार, सामुदायिक संसाधनों का संरक्षण, संवर्धन एवं प्रबंधन का अधिकार, जैव विविधता का अधिकार, पुनर्वास का अधिकार व पर्यावरण संरक्षण का अधिकार आदि शामिल है। कहा कि ग्राम सभा के अनुमति के वगैर इस जंगल में आग लगाना, पेड़ काटना, वन्य जीवों ओर जैव विविधता को नुकसान पहुंचाना सख्त मना है। कहा कि अगर ऐसा करते हुए लोग पकड़ें जाएंगे तो ग्राम सभा की ओर से उसे दंडित किया जाएगा ओर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बोर्ड गड़ी के पूर्व की गई जिसे मुख्य अतिथि झारखंड जंगल बचाव केंद्रीय प्रभारी राजेश कुमार महतो, पंचायत के मुखिया नाम किशोर मांझी, उप मुखिया नरेंद्र हांसदा, मोती लाल बेसरा, मनेश टुडू, अर्जुन पावरिया, निर्मला देवी, सूरज करमाली, सानू राम मांझी, महानंद मांझी, सुखदेव टुडू, नायके हड़ाम , मांझी हड़ाम, गौड़ेत हड़ाम सहित दर्जनों ग्रामीणों ने संबोधित किया।   इस मौके पर ग्राम सभा अध्यक्ष सुभाष चन्द्र मांझी, सचिव तिसमुनि देवी, कोषाध्यक्ष सीताराम मांझी सहित अन्य ग्रामीण शामिल रहे।

झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला के कसमार प्रखंड से सुदाम कुमार सेन ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि टीवी में दिखाया जाता है कि तापमान के कारण ग्लेशियर पिघल रहा है। लेकिन मीडिया में केवल ये बाते होने से पर्यावरण की समस्या का समाधान नहीं हो सकता है। पहले के युग में जिस प्रकार बुजुर्ग लोग काम करते थे उसी प्रकार आज भी काम किया जाएगा तो इस जलवायु परिवर्तन का समाधान निकाला जा सकता है। बुजुर्गों की विरासत को बचाने के लिए नदी ,पहाड़ ,जंगल का संरक्षण पर ध्यान देना ज़रूरी है । सरकारी विभाग द्वारा अपने अपने वन ,नदी आदि क्षेत्र में सही से काम कर उसका संरक्षण करना चाहिए। अब जब मनमानी ढ़ंग से विकास कार्य हो रहा है जिससे की आपदाएँ बढ़ रही है ,उस पर रोक लगाने की आवश्यकता है

झारखण्ड राज्य के बोकारो ज़िला के कसमार प्रखंड से सुदाम कुमार ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि प्रकृति के अनुसार मनुष्य को जीवन जीना सीखना चाहिए। हर एक विभाग के अधिकारी अपने विभागीय स्तर पर काम करते है। इन सब के बीच पर्यावरण पर ध्यान देना है। प्रकृति में जीव जंतु पक्षी वास करते है लेकिन जब उनके घर को उजाड़ा जाता है तो यह ख़राब है। मानव का स्वार्थी होकर प्रकृति को नष्ट करना गलत है

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झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला के पेटरवार प्रखंड के आजिया पंचायत से रीता देवी मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताते है की छोटे छोटे कदम से पर्यावरण संरक्षण में बहुत बदलाव आया है। पेड़ पौधे लगाने से चारो तरफ हरयाली दिख रही है। हमें अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने चाहिए और प्लास्टिक का उपयोग नहीं करना चाहिए

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जलवायु परिवर्तन वर्तमान समय में एक जटिल समस्या बनी गयी है जिसे लेकर गांव शहर देश सभी चिंतित हैं