नमस्कार आदाब श्रोताओं, मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है रोजगार समाचार यह नौकरी उन लोगों के लिए है जो झारखण्ड हाई कोर्ट असिस्टेंट व क्लर्क के कुल 410 पदों पर काम करने के लिए इच्छुक हैं। वैसे उम्मीदवार इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज से स्नातक पास किया हो साथ ही अभ्यर्थियों को कंप्यूटर एप्लीकेशन से भली भांति परिचित होना चाहिए, कंप्यूटर पर काम करने का अच्छा ज्ञान होना चाहिए तथा कंप्यूटर पर टाइपिंग (न्यूनतम टाइपिंग गति 20 शब्द प्रति मिनट) होना चाहिए । इसके साथ ही उम्मीदवार की आयु सीमा 21 से 35 वर्ष तथा महिलाओं के लिए 38 वर्ष तक होनी चाहिए । इन पदों पर वेतनमान नियम अनुसार दिया जाएगा।ओबीसी व सामान्य वर्ग के लिए आवेदन शुल्क 500 रुपये व अनुसूचित जाती व अनुसूचित जनजाति के लिए आवेदन शुल्क 125 रुपये है, इच्छुक उम्मीदवार अपना आवेदन ऑनलाइन भर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए आवेदनकर्ता इस वेबसाइट पर जा सकते हैं। वेबसाइट है https://assistant.jhc.org.in/ योग्य उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा ,कंप्यूटर कौशल परीक्षण और इंटरव्यू के बाद किया जाएगा। याद रखिए इन पदों पर आवेदन करने की अंतिम तिथि 09-05-2024 है । तो साथियों,अगर आपको यह जानकारी लाभदायक लगी, तो मोबाइल वाणी एप्प पर लाइक का बटन दबाये साथ ही फ़ोन पर सुनने वाले श्रोता 5 दबाकर इसे पसंद कर सकते है। नंबर 5 दबाकर यह जानकारी आप अपने दोस्तों के साथ भी बाँट सकते हैं।

राम नवमी से झरिया रोड पर पेट्रोल पंप के पास से दहय महादेव के पास मंदिर के साथ-साथ वन विभाग के कार्यालय के पास पूजा-अर्चना करके त्योहार धूमधाम से मनाया गया।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला के कासमार गाँव से सदाम कुमार सेन मोबाइल वाणी के माध्यम से बात रहे हैं कि आज जब लोग जागरूक हो रहे हैं, तो वे बदलाव की मांग करते हैं। लेकिन डिजिटल भारत होने के बावजूद, लोग जिस तरह का बदलाव चाहते हैं, वह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। बदलाव लाने के लिए, लेकिन आज जिस राजनीति में एक नेता उम्मीदवार खड़ा होता है, वहां 99 प्रतिशत भीड़ जमा होती है। जो लोग जाते हैं वे श्रमिक हैं, उनके चम्मच दलाल हैं, वे लोग हैं जो भीड़ को इकट्ठा करते हैं और भाग लेते हैं, बाकी लोग अपनी मेहनत और प्रशंसा से अपना जीवन जीते हैं। और इन लोगों की वजह से आज स्थिति इतनी गंभीर होती जा रही है कि यह बहुत से लोगों को कानून से ऊपर रखती है। ब्लॉक जिले, जहां इन लोगों की मनमानी के कारण आम लोगों और निर्दोष लोगों को रीढ़ की हड्डी में चोट लगती है, इन लोगों द्वारा बड़ी गलती करने के बाद भी।

झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला के कासमार गाँव से सदाम कुमार सेन मोबाइल वाणी के माध्यम से बात रहे हैं कि गर्मी के मौसम में बिजली का काटना आम बात है, वह भी रात में जब बच्चे सोते हैं और रात में बिजली चली जाती है। यह मच्छरों का दिन है। मच्छर काटता है। गर्मी परेशान करने वाली है। बीमारी की आशंका बनी रहती है, ऐसे में रात में गांव की बिजली काट दी जा रही है। ली आज चला गया है अब भी चला गया है इस तरह की समस्या कामकाजी लोगों की है जो घर पर मजदूर परिवार की तरह गरीब परिवार से बिलंग रखते हैं उनके बच्चे काफी हैं बिजली चली जाने के कारण कम से कम रात में सोने के समय बिजली होना बहुत जरूरी है। यह व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा जल्द से जल्द तैयार की जानी चाहिए।

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में।

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा मुर्गीपालन में रानी खेत बीमारी के सम्बन्ध में जानकारी दे रहे हैं। सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें 

2024 के आम चुनाव के लिए भी पक्ष-विपक्ष और सहयोगी विरोधी लगभग सभी प्रकार के दलों ने अपने घोषणा पत्र जारी कर दिये हैं। सत्ता पक्ष के घोषणा पत्र के अलावा लगभग सभी दलों ने युवाओं, कामगारों, और रोजगार की बात की है। कोई बेरोजगारी भत्ते की घोषणा कर रहा है तो कोई एक करोड़ नौकरियों का वादा कर रहा है, इसके उलट दस साल से सत्ता पर काबिज राजनीतिक दल रोजगार पर बात ही नहीं कर रहा है, जबकि पहले चुनाव में वह बेरोजगारी को मुद्दा बनाकर ही सत्ता तक पहुंचा था, सवाल उठता है कि जब सत्ताधारी दल गरीबी रोजगार, मंहगाई जैसे विषयों को अपने घोषणापत्र का हिस्सा नहीं बना रहा है तो फिर वह चुनाव किन मुद्दों पर लड़ रहा है।

शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो की मंत्र को आत्मसात करने की जरूरत है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

नावाडीह में आजसू सुप्रीमो का किया गया स्वागत, प्रेमचंद महतो कांग्रेस छोड़ आजसू में शामिल।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ अशोक झा ऑर्गेनिक बीज उपचार विधि के बारे में जानकारी दे रहे हैं। सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.