खानपुर में पत्रकार संघ का बैठक किया गया बैठक का कारण जानिए पत्रकार यशवंत चौधरी के द्वारा

प्रखण्ड एवं पंचायत कर्मियों के नकारात्मक रवैये के कारण वृद्धजनों, विकलांगों तथा विधवाओं को वर्षों से नही मिल रहा है पेंशन खानपुर, बाबू हमरा कोई न हओ, पहिले सरकार से हतौथि पेंशनों मिले छलौ ,आब त चाइर वरस से उहो न मिलै छओ।दवाइयो पर आफत परल छओ। उक्त वाक्या है खानपुर प्रखण्डक्षेत्र के वैसे लाचार,वेवस वृद्धजनों, विकलांगों एवं विधवाओं का है,जिन्हें पिछले चार वर्षों से पेंशन का लाभ नहीं मिल पा रहा है।वे दर दर भटक रहे हैं ।इनमे से तो कई स्वर्ग सिधार चुके हैं। इस बाबत स्थानीय जिलापार्षद स्वर्णिमा सिंह ने दर्द भरी और खेद प्रकट करते हुए एक पत्र निदेशक, सामाजिक सुरक्षा कोषांग,उप विकास आयुक्त एवं जिलाधिकारी समस्तीपुर को लिखकर उक्त समस्या से अवगत कराया है।उन्होंने कहा है कि विकास मित्र,पंचायत सेवक एवं प्रखण्ड के कर्मियों के नकारात्मक एवं उदासीन रवैया अपनाने के कारण प्रखण्डक्षेत्र के वृद्धजनों, विकलांगों एवं विधवाओं को पिछले चार वर्षों से पेंशन नहीं मिल पा रही है।उन्होंने सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को अवरुद्ध करने वाले दोषी कर्मियों को चिन्हित कर ठोस कार्रवाई करने की मांग की है।साथ ही कहा है कि जल्द से जल्द पेंशन पोर्टल पर वंचित लाभार्थियों का डाटा उपलोड कर उन्हें पेंशन का लाभ दें। जिलापार्षद ने कहा कि सरकार लॉक डाउन में सभी लाभार्थियों को तीन महीने का पेंशन अग्रिम दिया है, परंतु ऐसे लोगों को उक्त लाभ भी नहीं मिल पाया है।अतः कोविड 19 के इस महामारी के दौर में लाचार,विमार, वृद्ध ,विकलांग व विधवा के प्रति संवेदनशील होकर उनका कार्य कर दें।

खानपुर, प्रखंड क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों में से दो लोगों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद प्रखण्ड प्रशासन सकते में आया गया है। बता दें कि उक्त दोनों पॉजिटिव पाए गए व्यक्तियों को समस्तीपुर भेज दिया गया। इस आशय की जानकारी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खानपुर ने दिया। कोरोना पॉजिटिव पाए गए दोनों मरीज पिछले माह के 27 तारीख को सूरत से प्रखंड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के क्वॉरेंटाइन सेंटर आए थे। जहां यह दोनों अभी रह रहे थे। इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन की देखरेख में वेहतर इलाज के लिए इन्हें करीब 3:00 बजे समस्तीपुर सदर अस्पताल भेज दिया गया। इधर, प्रखण्डक्षेत्र में लगातार कोरोना केश मिलने पर स्थानीय जिलापार्षद स्वर्णिमा सिंह ने चिंता व्यक्त की है और कहा है कि आमजनों को सुरक्षित रहने के लिए सोशल डिस्टेंसन का पूर्णतः पालन करना चाहिए।साथ ही घर से निकलने वाले को मास्क का उपयोग किया जाना चाहिए।साथ ही समय समय पर हाथ भी धोते रहना चाहिए।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर। 

विश्वयापी कोरोना महामारी के दौरान सभी परिवारों को राशन मिलना चाहिए--स्वर्णिमा। कोरोना के इस संकट की घड़ी में सभी को राशन उपलब्ध कराने की मांग जिलापार्षद ने की। नए राशन कार्ड बनाने में हो रही है व्यापक अनियमितताएं,डीलरों को पूछ बनाये जा रहे हैं राशनकार्ड। खानपुर,विश्वयापी कोरोना महामारी एवं ज़िले में संक्रमितों की बेतहासा वृद्धि के मध्यनजर स्थानीय जिलापार्षद स्वर्णिमा सिंह ने जिला प्रशासन से सम्पूर्ण लॉक डाउन की मांग की है।साथ ही आम जनमानस से घरों में रहने,सोशल डिस्टेंसन मेंटन करने की अपील किया है। जिलापार्षद ने एक पत्र लिखकर मुख्यमंत्री जी से अनुरोध किया है कि आपदा की इस घड़ी में सभी परिवारों को राशन मुहैया कराने की मांग की है।साथ ही कहा है कि वैसे पात्र परिवार जिन्हें अभी तक राशन कार्ड उपलब्ध नहीं हो पाया है , उसे अविलंब राशन कार्ड बनाये जाएं। जिलापार्षद स्वर्णिमा सिंह ने जिला पदाधिकारी, अपर समाहर्ता आपदा, अनुमंडल पदाधिकारी, समस्तीपुर को भी एक पत्र लिखकर कहा है कि प्रखण्डाधीन जीविका दीदियों के द्वारा राशन हेतु लिए गए आवेदनों एवं उसके द्वारा सत्यापन में काफी अनियमितता बरती गई है। उन्होंने बताया कि सरकार का स्पष्ट गाइड लाइन था कि वैसे पात्र परिवार जिन्हें अब तक राशन नही मिल रहा है,चाहे वे जीविका के सदस्य हों या नहीं,उन्हें चिन्हित कर एवं उनसे अवेदन प्राप्त कर उन्हें वैश्विक महामारी के दौरान अगले तीन महीने तक सरकार से मिलने वाली मुफ्त राशन उपलब्ध कराने के साथ-साथ उन्हें राशनकार्ड भी बनबाने हेतु अनुशंसा करें।परंतु जीविका दीदियों द्वारा ऐसा नहीं किया गया।वे सिर्फ समूह से जुड़े महिलाओं के परिवार को ही राशन एवं राशन कार्ड उपलब्ध कराने हेतु उनसे आवेदन प्राप्त किये।बाकी गैर जीविका समूह के पात्र परिवारों के आवेदन नहीं लिए। मिली जानकारी के अनुसार,अगर आवेदन लिए भी तो उनका आवेदन रद्द कर दिया गया है।जो सरकार के द्वारा दिये गए गाइड लाइन के विपरीत है।अतः इसकी जांच कर सही तरीके से सभी पात्र परिवारों को राशन कार्ड उपलब्ध कराने की मांग जिला प्रशासन से की है।

खानपुर,थानाक्षेत्र के दिनमानपुर दक्षिणी पंचायत के वार्ड नं 8 के ग्राम कचहरी पंच शांति देवी उम्र करीव 60 वर्ष,पति रामाश्रय साहनी की आकस्मिक निधन आज अहले सुबह हो गया।

खानपुर,प्रखंडक्षेत्र में राशन नही मिलने वाले लोगों की गणना जीविका के सदस्यों ने शुरू कर दिया है।मुख्यमंत्री जी के निर्देश के आलोक में जिलाधिकारी, समस्तीपुर के आदेशानुसार वैसे लोग जिन्हें अब तक राशन कार्ड नही है और उन्हें राशन नही मिलता है वैसे पात्र व्यक्ति का आवेदन पत्र,उनके आधार कार्ड ,बैंक पासबुक,फ़ोटो आदि लिया जा रहा है।ऑडियो पर क्लिक कर सुनें पूरी खबर को।

रामजानकी ठाकुरबाड़ी से लाखों की अष्ट धातु की 5 मूर्तियां चोरी जांच में जुटी खानपुर थाना की पुलिस।ऑडियो पर क्लिक कर सुनें पूरी खबर को। समस्तीपुर जिला खानपुर प्रखंड खानपुर, थाना क्षेत्र के हसनपुर गांव स्थित श्रीराम-जानकी ठाकुरबाड़ी से चोरों ने भगवान की पांच मूर्तियों की चोरी कर ली। सभी अष्टधातु की थीं। इसकी कीमत लाखों में आंकी जा रही है। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंच गई है। पुलिस मंदिर परिसर और आसपास के जगहों की जांच कर रही है। सोमवार की सुबह पुजारी शुभकांत चौधरी ठाकुरबाड़ी पहुंचे तो देखा की मंदिर के ताले टूटे हुए थे। इसके बाद अंदर से भगवान की सभी मूर्तियां गायब थीं। उन्होंने शोर मचाकर आसपास के लोगों को बुलाया। इसके बाद पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। जानकारी के अनुसार खानपुर थाना क्षेत्र स्थित रामजानकी ठाकुरबाड़ी मंदिर से रविवार की रात चोरों ने अष्टधातु की पांच बेशकीमती मूर्तियां चुरा लीं। इन मूर्तियों में भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और राधा – कृष्ण की प्रतिमाएं शामिल हैं। इनकी कीमत लाखों में आंकी जा रही है। इसकी सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में स्थानीय श्रद्धालु मंदिर के पास जुटकर चोरों को गिरफ्तार करने व मूर्तियों की बरामदगी की मांग करने लगे। घटना की जानकारी मिलते ही खानपुर पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर मामले का जायजा लिया। चोरों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है। वैसे इस क्षेत्र हाल के दिनों में इस तरह की घटनाओं में तेजी आई है। कुछ दिन पहले रोसड़ा में भी इस तरह की घटना हुई थी। लेकिन, उस मामले में भी पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी। मामला दर्ज होने के बाद उस दिशा में क्या जांच चल रही है, इसकी जानकारी भी नहीं मिल पा रही है। कोई वरीय अधिकारी भी इस बारे में विस्तार से जानकारी देने की स्थिति में नहीं हैं। जब भी इस तरह की घटना होती है तो मंदिर की सुरक्षा को लेकर एक अलग व्यवस्था किए जाने की मांग उठती है लेकिन, समय के साथ ये चीजें खत्म हो जाती हैं।