झारखंड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के कटकमदाग प्रखंड से लखन कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि कटकमदाग प्रखंड के हज़ारीबाग़ सिमरिया मार्ग पर NH-100 में जर्जर सड़क की मरम्मति एक माह पूर्व ही की गई थी। लेकिन यह मरम्मत कार्य गुणवक्तापूर्ण नहीं किए जाने के कारण पुनः सड़क जर्जर स्थिति में आ गई है। इस सम्बन्ध में प्रखंड के प्रमुख अशोक यादव ने उपयुक्त हज़ारीबाग़ को आवेदन कर शिकायत की है कि प्रखंड के कूद रेलवे क्रॉसिंग समीप पसय चौक एवं कटकमदाग चौक पर एक माह पहले राष्ट्रीय उच्च प्रमंडल विभाग द्वारा जर्जर सड़क का मरम्मत करवाया गया था। लेकिन अब सड़क पूर्व की अवस्था में आ गई और गड्डे में तब्दील हो गई है। जर्जर सड़क होने के कारण आए दिन दुर्घटनाएँ घटती रहती है। साथ ही बारिश का पानी सड़क में भर जाने के कारण गड्डे दिखाई भी नहीं देते हैं। जिसके कारण अकसर वाहन चालक धोखा खा जाते हैं

झारखण्ड राज्य के जिला हज़ारीबाग बरकट्ठा प्रखंड से बेबी कुमारी झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बतातीं हैं कि सरकार ने बजट को किसान महिला व गरीबी विरोधी बताया है। जारी रिपोर्ट के अनुसार बजट को देख कर ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार को राज्य की आधी आबादी की चिंता नहीं है।पूर्व सरकार द्वारा किसानों को स्वलम्बी बनाने के लिए शुरू की गयी मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना को बंद कराना ,किसान को एक बार फिर से महाजनों के चंगुल में फ़साने की तयारी है। एक रूपए में महिलों के नाम पचास लाख की सम्पति रजिस्ट्री पर सरकार का स्टेट ही साथ नहीं है। शिक्षा व स्वच्छ के क्षेत्र में भी कोई बड़ी योजना की घोषणा नहीं की गयी है। इस बजट में सरकार की कथनी -करनी की पोल खुल गयी है।

झारखण्ड राज्य से मिथिलेश गोल्डी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि सरकार की ओर से गऱीब किसानों को फ़सल का अधिक दाम देखकर लाभ पहुँचाने की योजना नाकाम साबित हो रही है। पैक्स में किसानों से धान ख़रीदें जाने के बाद इसके एवज में राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है।यही स्थिति पूरे राज्य में देखा जा रहा है। जनवरी की शुरुआत से ही किसानों से धान की ख़रीदारी पैक्सों से हुई है। अभी तक सैकडों किसानों से हजारों क्विंटल से भी अधिक धान की ख़रीदारी की जा चुकी है। धान को मिल में भेजा भी जा चुका है परंतु किसानों का भुगतान अब तक शुरू नहीं हुआ है। दो माह बीत जाने के बावज़ूद राशि भुगतान नहीं होने से किसान निराश हैं। किसानों के धान बेचने के समय जारी मैसेज में लिखा रहता है कि सात दिन के भीतर राशि का भुगतान खाते में कर दिया जाएगा परंतु दो माह बीतने के बावज़ूद किसानों को निराशा हाथ लग रही है।

तीन दिनों से अंधकार में डूबा है बरगड्डा गावं कटकमसांडी प्रखंड के बरगडा गांव में एक सप्ताह से बिजली गायब है। बिजली नहीं रहने से बच्चों की पढ़ाई लिखाई ,खेती बारी समेत अन्य कार्य बाधित है ।बिजली नहीं रहने से मैट्रिक व इंटर की परीक्षा मैं विद्यार्थियों काफी  परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बरगडा के ग्रामीणों ने बिजली विभाग में इसकी शिकायत की, पर ट्रांसफार्मर ना बनाया गया और ना उसकी  मरम्मत  की गई है। पूरा गावं अंधकार में डूबा है। जिससे लोगों में काफी आक्रोश है । ग्रामीणों का आरोप है कि बिजली विभाग द्वारा बिजली बिल वसूली जाती है। पर नियमित बिजली नहीं दी जाती है। उन्होंने बिजली नियमित करने की मांग की है।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग ज़िला के टेकनारायण प्रसाद कुशवाहा ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि कुछ दिनों से मौसम ख़राब होने तथा अधिक बारिश होने के कारण ठण्ड में काफी बढ़ोतरी हुई है।जिसका सबसे अधिक खामयाजा किसानों को मिला है। किसान जो भी फसल अपने खेतो में लगाए, उन सभी में पाला पड़ने के कारण फ़सलें नष्ट हो गयी है। किसानों द्वारा जो आलू,टमाटर एवं हरी साग सब्जी की रोपाई हुई थी वो पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। किसानों का कहना है कि बिन मौसम बारिश होने के कारण फ़सलों की क्षति हो रही है।जिसका भरपाई करने वाला कोई नहीं है। किसान खेती कर के अपने परिवार वालों का भरण पोषण करते हैं। फसल बरबाद होने के कारण किसान और उनके परिवार काफी परेशान हैं

झारखंड राज्य के हजारीबाग जिला के टाटीझरिया प्रखंड से मिथलेश गोल्डी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि बगोदर एनएच 100 मुख्य पथ पर टाटीझरिया के एसबीआई शाखा के समीप मुख्य सड़क बड़े गड्ढे में तब्दील हो गई है। जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। नाली का पानी सड़क में जाने से सड़क स्थिति काफी ख़राब हो गई है जो धीरे-धीरे बड़े गड्ढे में तब्दील हो चुका है। दूर से वाहन चालकों को गड्ढा दिखाई नहीं देता जिससे वह गड्ढे से बचने के लिए दाएं बाएं गाड़ी कर देते हैं। यह क्षेत्र जनघनत्व वाला इलाका है। इसी गड्ढे के कारण कुछ दिन पहले ही तेज गति से आ रहे हाईवा की चपेट में आने से टाटीझरिया निवासी पप्पू साव बाल-बाल बच गए थे। ग्रामीणों का कहना है कि इस गड्ढे के कारण रोजाना बाइक सवार गिरकर घायल हो रहे हैं। इस गड्ढे की सूचना एनएच के अधिकारियों को दी गई लेकिन इस पर अभी तक कोई पहल नहीं किया गया। ग्रामीणों ने मांग करते हुए कहा है कि इस गड्ढे को जल्द से जल्द भरा जाए नहीं तो कभी भी किसी की जान जा सकती है। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस रास्ते से प्रत्येक दिन हजारों वाहनों का परिचालन होता है। मुख्य पथ होने के कारण कई बड़े अधिकारियों का भी आना जाना होता है। लेकिन अभी तक इस विषय पर किसी का ध्यान नहीं जाना चिंता का विषय बना हुआ है।

बिष्णुगढ़ प्रखंड के किसानों के लिए रबी फसल गेहूं बीज वितरण के लिए 500 क्विंटल गेहूं बीज मिला था। लेकिन पदाधिकारियों के मिलीभगत से गेहूं बीज का वितरण नहीं हुआ और कागज में ही डकार गए 500 किंवटल गेहूं बीज। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के विष्णुगढ़ प्रखंड से राजेश्वर महतो मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि विष्णुगढ़ प्रखंड के सिरेय पंचायत अंतर्गत पारजोरिया गांव के लोग अंधेरे में जीने को विवश है। बताते चलें कि बीते 15 दिनों से ट्रांसफार्मर जल जाने के कारण लोगों को बड़े ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर अँधेरा का सामना पढ़ाई लिखाई करने वाले छात्र छात्राओं को करना पड़ रहा है है क्योंकि हाल में ही आठवीं बोर्ड की परीक्षा मैट्रिक इंटर की परीक्षा होने वाला है। साथ ही वर्तमान के जीवन साथी मोबाइल चार्ज पड़ोसी गांव में जाकर करना पड़ रहा है। इस संबंध में बिजली विभाग के कई पदाधिकारियों को जानकारी दे दिया गया है। परंतु अब तक ट्रांसफार्मर नहीं मिल पाया है। बिजली विभाग की लचर व्यवस्था को देखते हुए ग्रामीणों ने आपसी चंदा का ट्रांसफार्मर की लागत राशि को जमा कर रहे हैं। अतः बिजली विभाग के कर्मियों को इस पर जल्द से जल्द ध्यान आकर्षित कर कार्य को संपन्न करने की जरुरत है

झारखंड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला के कटकमदाग प्रखंड से लखन कुमार ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि कटकमदाग प्रखंड सह अंचल कार्यालय के पीछे करोड़ो रूपए की लागत से बना अधिकारीयों का आवास आज भी वीरान पड़ा हुआ है। यह आवास प्रखंड व अंचल में पद्स्थापित बीडीओ,सीओ एवं अन्य प्रखंड स्तर के अधिकारीयों के लिए बनाया गया है। लेकिन प्रखंड व अंचल कार्यालय का उद्घाटन हुए लगभग डेढ़ वर्ष पूरा हो चूका है पर अब तक अधिकारियों का यह आवास वीरान पड़ा नजर आ रहा है। इस भवन की देख रेख के लिए किसी व्यक्ति के ना होने के कारण कई कमरे का दरवाजा एवं बाथरूम खुला पड़ा हुआ है जिस कारण भवन में कूड़ा कचड़ा जमा हो जा रहा है। वहीँ भवन के सुनसान होने व कमरे का दरवाजा खुला रहने से असमाजिक तत्वों का अड्डा बनाने का खतरा बना हुआ है। इस सम्बन्ध में कटकमदाग विडिओ जीतेन्द्र कुमार मंडल से पूछे जाने पर बताया कि भवन में पेजल की व्यवस्था नहीं की गई है। साथ ही कई छोटे-मोटे कार्य अभी भी बाकी हैं। देखा जाए तो पूर्ण रूप से भवन दुरुस्त नहीं किया गया है। आगे की कार्य पूर्ण होने के बाद ही अधिकारियों को रहने के लिए दिया जाएगा।

विष्णुगढ़ प्रखंड में लचर व्यवस्था के कारण मात्र 30 किसान ही धान अधिप्राप्ति केंद्र में धान जमा दिए हैं बताते चले कि अधिकांश किसानों को जानकारी के अभाव में अधिकांशत किसान बिचौलियों के हाथों महज 12/13 सौ रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बेचने को विवश हैं तथा नगद पैसा मिल जाता है किसान के घर से ही बिचौलिए अपना बोरा मजदूरी ढुलाई की खर्च वहन करता है इन सब झंझट से बचने के लिए किसान बिचौलिए सेठ साहूकार को धान धड़ल्ले से किसान बेच रहे हैं वहीं विष्णुगढ़ प्रखंड का एकलौता पैक्स अचलजामो केंद्र के माध्यम से प्रखंड मुख्यालय में धान अधिप्राप्ति केंद्र खोला गया है जहां ₹2000 प्रति क्विंटल के हिसाब से बेचने का सुविधा है फिर भी किसान अपना धान बिचौलियों को दे रहे हैं धान अधिप्राप्ति केंद्र में लगभग 100 टन धान खरीदारी हो चुकी है कई किसान s.m.s. का इंतजार कर रहे हैं उक्त जानकारी पैक्स अध्यक्ष हीरालाल साव ने दूरभाष में बताएं कि अभी धान खरीदारी जारी है