हजारीबाग गिरिडीह बोकारो आसपास क्षेत्र में प्रवासी श्रमिक के निरंतर मौत होने की सूचना से क्षेत्र की जनता मर्माहत है उक्त बातें नावाडीह ऊपरघाट प्रखंड के समाजसेवी भुवनेश्वर महतो में शोक व्यक्त करते हुए कहा कि झारखंड में खनिज संपदा के भंडार रहने के बावजूद भी इस क्षेत्र में रोजगार नहीं मिल पा रहा है लगातार पलायन होने से क्षेत्र में प्रवासी श्रमिकों की मौत बढ़ती ही जा रही है इसी कड़ी में हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ प्रखंड सिरैय पंचायत निवासी उदालबेडा तारकेश्वर महतो के इकलौता पुत्र प्रकाश महतो का मौत महाराष्ट्र के मुंबई में ऊंचाई से गिरने से हो गया परिजन को सूचना मिलते हैं रो-रो कर बुरा हाल हो गया है।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग जिला से राजकुमार मेहता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं ने अपने अधिकारों को पाने के लिए कई प्रयास किए। जिनमे पहला प्रयास था, महिलाओं ने शिक्षा प्राप्त करने के लिए संघर्ष किया।ताकि वे अपने अधिकारों को समझ सके और समाज में बराबरी का स्थान पा सके।दूसरा, सामाजिक आंदोलन था। महिलाओं ने विभिन्न सामाजिक आंदोलनों में भाग लिया जैसे कि माताधिकार आंदोलन। जिससे उन्हें वोट देने का अधिकार मिला।तीसरा, महिलाओं ने कानूनों में सुधार की मांग की। जैसे - दहेज प्रथा के खिलाफ कानून, घरेलू हिंसा से सुरक्षा और समान वेतन के लिए संघर्ष। चौथा,संगठित प्रयास था। इसमें महिलाओं ने स्वयं सहायता समूह,महिला संगठन और समितियां बनाकर अपने अधिकारिओं के लिए आवाज उठाई।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग जिला से राजकुमार मेहता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं ने अपने अधिकार के लिए सत्याग्रह में भाग लिया था।अछुत महिलाओं के बीच शिक्षा और जागरूकता फैलाने के लिए महिला संघ शुरू की गई।1927 में मंदिर प्रवेश के लिए हुए महाड़ सत्यग्रह में भी स्वर्ण हिन्दुओं ने भाग लिया।सत्याग्रह में स्त्री और शूद्रों को अपमानित करने वाली मनु स्मृति को जलाने का निर्णय लिया गया। मनु स्मृति की होली जलाने के बाद हुए प्रदर्शन में पचास से अधिक महिलाओं ने भाग लिया।इसके बाद अम्बेडकर ने सभा को सम्बोधित किया और महिलाओं को साड़ी पहनने की अपनी शैली बदलने , हल्के गहने पहने और मृत जानवरों का मांस ना खाने की सलाह दी।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला से राज कुमार मेहता मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि महिलाओं को अधिकार देने के लिए डॉ भीम राव आंबेडकर ने कई तरह की परेशानियों का सामना किया है। उन्होंने पूरे राजनीतिक जीवन महिलाओं के साथ साथ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातियों की दयनीय दुर्दशा के लिए आवाज उठाई। उन्होंने बम्बई विधान परिषद में मसौदा समिति के अध्यक्ष के रूप में वॉयसराय की सभा में और संतत भारत के पहले कानून मंत्री के रूप में संसद में भी भारतीय महिलाओं की कई समस्याओं पर चर्चा की और उनके समाधान की मांग की थी

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला से राज कुमार मेहता मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि महिलाओं को अधिकार दिलाने में डॉ भीम राव आंबेडकर की अच्छी भूमिका रही है

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला से राज कुमार मेहता मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि महिलाओं को उनके अधिकार के लिए चुनाव लड़ना चाहिए। इनको अधिकार नहीं मिल पा रहा है और कोई भी नेता महिलाओं को अधिकार देने की बात नहीं करते हैं।महिलाओं के हक़ में कानून बनाना चाहिए

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला से राज कुमार मेहता मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि महिला अधिकार के लिए शिकायत दर्ज हेल्पलाइन नंबर वन एट वन में कर सकती हैं । इसमें वह तुरंत मदद और सहायता के लिए इस नंबर पर आरोप कॉल करके मदद पा सकती हैं। दूसरा महिला आयोग है -इसमें अपनी शिकायतें राज या राष्ट्रीय महिला आयोग में दर्ज करा सकती हैं। तीसर कानूनी सहायता है -इसमें महिला वकील की मदद ले सकती हैं।

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला से राज कुमार मेहता मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि महिलाओं को अधिकार के बारे में प्रचार प्रसार करना चाहिए। महिलाओं को उनके अधिकार के लिए आंदोलन करना चाहिए ताकि उनको अधिकार मिल सके

झारखण्ड राज्य के हज़ारीबाग़ जिला से राज कुमार मेहता मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि महिलाओं को अधिकार नहीं मिल पा रहा है। अधिकतर महिलाएं खेती कर रही हैं

विष्णुगढ़ प्रखंड के बनासो पंचायत अंतर्गत बिलंडी बिरहोर टोला में आदिम जनजाति के बीच प्रखंड विकास पदाधिकारी अखिलेश कुमार के द्वारा कम्बल वितरण किया गया इस अवसर पर अभय कुमार करण यादव मुखिया चंद्रशेखर पटेल समेत कई लोग मौजूदथे।