Transcript Unavailable.

बिहार राज्य के मधुबनी जिले के खजौली प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता रामाशीष सिंह ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री जी का कहना है की दफ़न हो जाऊंगा पर शराब बंदी से सम्यवक नहीं करूँगा। शराब बंदी के तिथि से ही आये दिन बिहार में कहीं न कहीं शराब पकड़ा जाता है। यह सिलसिला लगातार जारी है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

बिहार राज्य से हमारे श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि बेनीपट्टी पुलिस टीम ने थाना क्षेत्र के खानवा टोल से 7 बोतल नेपाली देसी शराब व ₹26 हजार नगद के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। आगे बता रहे है कि इस मामले में पुलिस ने प्राथमिकी भी दर्ज की है। पुलिस निरीक्षक ने बताया कि विशेष छापामारी अभियान के तहत अपराधी को गिरफ्तार किया गया है और आगे भी इसी तरह छापामारी चालता रहेगा

मोबाइल वाणी के श्रोता का कहना है की शराब बंदी सरकार का काफी अच्छा पहल है. क्यूंकि शराब पि कर शराबी महिलाओं के साथ बत्तमीज़ी करते थे. लेकिन शराब बंदी के बाद से महिलाओं को ऐसी समस्या का सामना नहीं करना पद रहा है.

बिहार राज्य के मधुबनी जिला के खुटौना प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता टी इन ब्रम्हर्षि ने बताया कि शराब बिहार के लिए वरदान नहीं तो एक अभिशाप जरूर कहा जा सकता है। लेकिन शराब के पीछे जो नियम और कानून हैं उसको देखकर यह लगता है की शराब बंद होगी या है। जबकि लोगो का कहना है शराब कभी बंद नहीं होगी। जो कुछ हो शराब नशीली चीज है हानिकारक है लेकिन बिहार में जिस तरह से राजस्व की प्राप्ति होती थी और उससे जो विकास होता था आज वह रुक गया है। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

बिहार से अनमोल कुमार चंद्राकर मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रहें हैं की शराब बंद्दी सिर्फ दिखावा है क्यूंकि अभी भी शराब के कारण बिहार में काफी मौत हो रही है और सरकार कुछ भी नहीं कर पा रही है.

बिहार राज्य के मधुबनी जिला से अनमोल मोबाइल वाणी के माध्यम से कह रह है कि बिहार में शराब का सेवन करना कानूनी अपराध है। साथ ही कह रहे है कि इस कानून को बिहार में कोई नहीं मान रहा है लोग अभी भी शराब का सेवन कर रहे है और यह कानून जैसे एक दिखावा के लिए बनाया गया है ऐसा लगता है। अंत में कह रहे है कि सरकार को इसपर जोर देने की जरूरत हैं

बिहार राज्य के मधुबनी जिला के खजौली प्रखंड से मोबाइल वाणी संवाददाता रामाशीष कहते हैं की बिहार में शराब बंदी लागू हुए पाँच वर्ष हो गए हैं। लेकिन हर रोज अखबारों में और समाचारों में हमें शराब तस्कर और शराब बरामदगी जैसी खबरें आसानी से देखने और सुनने को मिल जाती है।अगर सरकार पुलिस प्रशासन को सही तरीके से कार्य करने को कहे तो शराब बंदी अभियान भी सफल हो जाएगी। लेकिन अभी तो यह धंधा लोगों के लिए कामधेनु बना हुआ है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।