आज आयोजित सरस्वती पूजा को लेकर नगर सहित जिले में चहल-पहल बढ़ गयी है। नगर के बाजारों में पूजन सामग्रियों ,सरस्वती की तस्वीरों तथा फलों की बिक्री बढ़ गयी है। निगम क्षेत्र के छतौनी बाजार, मीना बाजार, हेनरी बाजार तथा बलुआ बाजार सहित जिले के सभी बाजारों में लोग कलश,ढकना तथा दीये सहित पीले व लाल चंदन, कपूर ,धूप तथा अगरबत्ती सहित अन्य पूजन सामग्रियों की खरीदारी खूब कर रहे हैं। हेनरी बाजार के दुकानदार विकी बताते हैं कि पूजन सामग्रियों क ी खरीदारी करने के लिए नगर के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों के ग्राहक बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।

बिहार राज्य के जिला चम्पारण प्रखंड तेतरिया के अराधना कुमारी , मोबाइल वाणी के माध्यम से अपनी आंखें खोलें कविता सुना रही है।

दोनों बेटियों का पढ़ाई अच्छे से करा रही है दीदी

जीविका से लोन लेकर आजीविका के रूप में गाय भैंस पालती है दीदी

खेतों में समय से पानी और खाद डालें, फसल हुआ अच्छा

मशरूम उत्पादन पर नाबार्ड का प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ सम्पन्न सुगौली,पू च:-- प्रखण्ड के श्रीपुर चिंतामनपुर की 30 महिलाओं को नाबार्ड द्वारा वित्त पोषित तथा कृषक विकास समिति एनजीओ द्वारा संचालित 15 दिनों का निःशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम मशरूम उत्पादन तथा विपणन पर गहन प्रशिक्षण समाप्त हुआ। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम बहुत हीं महत्वपूर्ण और लाभकारी प्रशिक्षण था।जहां ग्रामीण महिलाओं को उनकी क्षमताओं को विकसित करने और अपने व्यवसाय में सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। प्रशिक्षण के दौरान, प्रतिभागियों को मशरूम के उत्पादन,प्रबंधन,और विपणन की संपूर्ण प्रक्रिया की जानकारी दी गई। जिससे उन्हें इस क्षेत्र में एक अच्छे व्यावसायिक योजना को बनाने की क्षमता मिली। महिलाओं ने बताया कि वे अब अपने स्वयं के मशरूम उत्पादन इकाई की स्थापना करेंगी, जिससे वे अपने परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकें। नाबार्ड डीडीएम आनंद अतिरेक ने प्रशिक्षुओं को बताया कि वर्तमान समय में मशरूम की मांग विशेष रूप से बढ़ चुकी है। मशरूम न केवल स्वादिष्ट होते हैं,बल्कि शरीर के लिए भी अत्यधिक लाभप्रद होता हैं। इनमें विटामिन और कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है,जिससे यह हड्डियों के लिए अत्यंत फायदेमंद होते हैं। आनंद ने महिलाओं को सलाह दी कि वे केंद्र सरकार की योजना के अंतर्गत कम दर पर खाद्य उद्योगों की स्थापना के लिए ऋण प्राप्त कर सकती हैं। कृषक विकास समिति के अध्यक्ष उमशंकर प्रसाद और प्रशिक्षक रवीन्द्र कुमार ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को बताया कि सभी महिलाओं को कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र, पिपराकोठी में भी कराया गया था। डीडीएम आनंद ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया। उन्होंने ने बताया कि नाबार्ड की तरफ मशरुम उत्पादन की एक इकाई की स्थापना के लिए भी वित्तीय सहयता प्रदान की जाएगीl कार्यक्रम में जीविका के कई अधिकारी मौजूद रहे l

मवेशी पालन करती है दीदी साथ में पशुओं का रखती है खयाल

मेरा नाम राजा कुमार है , मैं पूर्वी चंपारण से बोल रहा हूँ , मैं एक कविता पढ़ने जा रहा हूँ फुले चेहरे कट्टे हो और अपनी छोडो तुम चाहे जाए जान मरो तुम साथ रहेगा किटा साथ हिम्मत कभी भी तुम नहीं , नामाओ औरुंझी कोठौम मत छोड़ो ।

मेरे नाम पर केवल अस्पताल , मैं चकरिया प्रखंड , जिला और पूर्वी चंपारण से बोल रहा हूं , हमने गेहूं और मक्के की खेती की है और कपिलदेव शर्मा से हमें इस विचार के साथ सिंचाई का बहुत अच्छा दावा मिला है कि हमारी फसल बहुत अच्छी है ।

मेरा नाम सरिता देवी है । मैं पूर्वी चंपारण से बोल रहा हूँ । हमने आलू और मक्के की खेती की है । हम समय - समय पर उनमें खाद और पानी डालते हैं । यह अच्छा हुआ है ।