बिहार राज्य के जमुई जिला के बारहट प्रखंड से संवाददाता आशुतोष पाण्डेय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से सामाजिक कार्यकर्ता राजेश कुमार निराला से बातचीत की जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि महिलाओं को भी भूमि का अधिकार मिले इसके लिए कानून तो बना ही हुआ है। लेकिन इसके प्रति समाज को जागरूक होने की आवश्यकता है। बेटा और बेटी में कोई अंतर नहीं है। समाज यदि इस बात को स्वीकार कर लेगा तो महिलाओं को उनका अधिकार मिलने लगेगा