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Jhansi mobile vani

साथियों गर्मी का मौसम आने वाला है और इसके साथ आएगी पानी की समस्या। आज की कड़ी में हम आपको बता रहे है कि बरसात के पानी को कैसे संरक्षित कर भूजल को बढ़ाने में हम अपना योगदान दे सकते है। आप हमें बताइए गर्मियों में आप पानी की कौन से दिक्कतों से जूझते हैं... एवं आपके क्षेत्र में भूजल कि क्या स्थिति है....

नमस्कार दोस्तों , मैं जहां सीमा वाले वानी से दीपक नाठे हूं और दोस्तों , आप सभी का यहाँ की समस्या और सबसे बड़ी समस्या को हल करने के लिए स्वागत है । रांसी में मेडिकल कॉलेज के पीछे गुमनावरा लोहिया के राणा स्टोर के पास नाला जाम है । और लोगों को चिकित्सा उपचार के लिए आगे - पीछे जाना पड़ता है और यहां बहुत से लोग हैं जिन्हें भरी हुई नालियों के कारण आने - जाने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है । पूरा जल निकासी का पानी सड़कों पर भर गया है और लगभग पानी के लिए कोई निकास नहीं है और सड़क पर छह इंच से आठ इंच पानी है । सड़क गड्ढों से भरी है , इसलिए दोस्तों , यह झांसी की समस्या रही है और मैं झांसी के सभी अधिकारियों को बताना चाहता हूं कि यह समस्या उमानावदरा क्षेत्र की है । यहाँ के विधायक श्री रवि शर्मा जी हैं और मैं नगर निगम के सभी अधिकारियों से इस समस्या का समाधान करने का आग्रह करना चाहूंगा ।

2016 में 14% छात्र औपचारिक शिक्षा से बाहर थे जो कि देश में 2023 में भयानक सुधार होने के बाद भी अब मात्र 13.2 फीसद बाहर हैं ... 2016 में 23.4 फीसद अपनी भाषा में कक्षा 2 का पाठ नहीं पढ़ पाते थे आज 2023 में अति भयानक सुधार के साथ ये आंकड़ा 26.4 प्रतिशत है ... देश के आज भी 50 फीसद छात्र गणित से जूझ रहे हैं ... मात्र 8 साल में गणित में हालात बद से बदतर हो गए ... 42.7% अंग्रेजी में वाक्य नहीं पढ़ सकते हैं... अगर आप सरकार से जवाब माँगिए , तो वे कहती है कि वो लगातार बैठकें कर रहे हैं लेकिन असर की रिपोर्ट बताती है कि ये बैठकें कितनी बेअसर हैं... तो विश्व गुरु बनने तक हमें बताइये कि *-----आपके गांव या जिला के स्कूलों की स्थिति क्या है ? *-----वहां पर आपके बच्चों को या अन्य बच्चों को किस तरह की शिक्षा मिल रही है ? *-----और आपके गाँव के स्कूलों में स्कुल के भवन , बच्चों की पढ़ाई और शिक्षक और शिक्षिका की स्थिति क्या है ?

उत्तरप्रदेश राज्य के झाँसी जिले के चिरगाव के कन्हिया राजपूत ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया की उनके यहाँ नाली की समस्या है

लड़कियों के सपने सच में पुरे हो , इसके लिए हमें बहुत सारे समाजिक बदलाव करने की ज़रूरत है। और सबसे ज्यादा जो बदलाव की ज़रूरत है, वो है खुद की सोच को बदलने की। शिक्षा महिलाओं की स्थिति में बड़ा परिवर्तन ला सकती है लेकिन शिक्षा को लैंगिक रूप से संवेदनशील होने की जरूरत है। गरीब और वंचित समूह के बच्चों को जीवन में शिक्षा में पहले ही सीमित अवसर मिलते हैं उनमें से लड़कियों के लिए और भी कम अवसर मिलते हैं, समान अवसर तो दूर की बात है। सरकारी स्तर पर जितने ही प्रयास किये जा रहे हों, यदि हम समाज के लोग इसके लिए मुखर नहीं होंगे , तब तक ऐसी भयावह रिपोर्टों के आने का सिलसिला जारी रहेगा और सही शौचालय न होने के कारण छात्राओं को मजबूरी में स्कूल छोड़ने का दर्द सताता रहेगा। तब तक आप हमें बताएं कि *----- आपके गांव में सरकारी स्कूल में शौचालय है, और क्या उसकी स्थिति कैसी है? *----- क्या आपको भी लगता है कि सरकारी स्कूल में शौचालय नहीं होने से लड़कियों की शिक्षा से बाहर होने का बड़ा कारण है *----- शौचालय होने और ना होने से लड़कियों की शिक्षा किस प्रकार प्रभावित हो सकती है?

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